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Protest in Nepal: Nepal violence has a deep impact on Indian market, trade worth 10 thousand crores stalled
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Protest in Nepal: नेपाल हिंसा का भारतीय बाजार पर गहरा असर,10 हजार करोड़ का व्यापार ठप
वीडियो डेस्क, अमर उजाला डॉट कॉम Published by: भास्कर तिवारी Updated Fri, 12 Sep 2025 01:17 AM IST
नेपाल में जारी हिंसा का असर अब भारत में भी दिखने लगा है. भारत-नेपाल बॉर्डर को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. साथ ही भारत से नेपाल के लिए चलने वाली मैत्री बस सेवा को भी बंद कर दिया गया है. अब चोरी-छुपे आने-जाने वाले रास्तों पर पैनी नजर रखी जा रही है. इस हिंसा के चलते कारोबार भी पूरी तरह से ठप हो गया है. तमाम व्यापारियों का कारोबार इस वक्त पूरी तरह से बंद पड़ा है. इस हिंसा के दौरान सबसे ज्यादा असर बनबसा, चंपावत, खटीमा के कारोबारियों को हो रहा है, क्योंकि यहां से अधिकांश कारोबार नेपाल के तमाम शहरों में होता है. यहां के कारोबारियों का कारोबार पूरी तरह से बंद पड़ा है. खटीमा के तमाम बाजारों में नेपाल के कारोबारियों का आना-जाना लगा रहता है और वहां के स्थानीय लोग लगातार खटीमा पहुंचते हैं और यहां से सामान खरीदते हैं, लेकिन नेपाल में जारी हिंसा के चलते इस वक्त खटीमा के बाजार सूने पड़े हैं.
नेपाल बॉर्डर पूरी तरह से सील कर दिया गया है, जिसके चलते आवाजाही ठप है. पुलिस, बॉर्डर सुरक्षा बल और आर्मी पूरी तरह से नेपाल के तमाम बॉर्डर्स पर नजर रखे हुए हैं और लगातार कई रास्तों पर नजर रखी जा रही है कि इन रास्तों से कोई भी उपद्रवी भारत में प्रवेश न कर सके. नेपाल के महेंद्र नगर से दिल्ली तक चलने वाली और देहरादून आने वाली मैत्री बस सेवा पूरी तरह से मंगलवार से बंद हो चुकी है. इस बस सेवा के बंद होने से दोनों देशों के नागरिकों को परेशानी झेलनी पड़ रही है, क्योंकि काफी लोग नेपाल से भारत में फंसे हैं और भारत के कई लोग नेपाल में फंसे हैं. इस बस सेवा के बंद होने से दोनों ही ओर के नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उत्तराखंड के खटीमा के कई व्यापारियों की दुकानें महेंद्र नगर, नेपाल में मौजूद हैं, जो बॉर्डर तक नहीं आ पा रहे हैं. वहीं देहरादून, नैनीताल, मसूरी और कई जगहों पर नेपाली मजदूर जो काम करने आते हैं, वे वहीं फंस गए हैं.
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