मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के पुनासा ब्लॉक के वन परिक्षेत्र में मंगलवार को एक बड़ी कार्रवाई की गई है। यहां वन्यजीवों के अंगों की तस्करी कर रही एक महिला को मुखबिर की सूचना पर पकड़ा गया है, जिसके कब्जे से बड़ी मात्रा में अलग-अलग वन्य प्राणियों के अंग जब्त किए गए हैं।
जानकारी के अनुसार महिला पारधी समाज की होकर महाराष्ट्र की निवासी है, जो कि वन्य प्राणियों के अंगों को अवैध रूप से बेचने का काम करती थी। जिस पर उसके खिलाफ भारतीय वन अधिनियम की अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज करते हुए पूछताछ की जा रही है। खंडवा जिले के ओंकारेश्वर में मुखबिर की सूचना मिलने पर वन परिक्षेत्र अधिकारी पुनासा (सामान्य) के द्वारा मंगलवार को बड़ी कार्रवाई अंजाम दी गई है। यहां परिक्षेत्र अधिकारी और उनके सहायक कोठी, नेहा सोलंकी वनरक्षक, सुरेंद्र सोलंकी वनरक्षक एवं अन्य पुनासा के वन स्टाफ को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ओंकारेश्वर में पुराने नर्मदा पुल पर माला एवं रुद्राक्ष बेचने वाली एक महिला के पास बड़ी संख्या में वन्य प्राणी के अवशेष हत्था जोड़ी वन्य प्राणी (मॉनिटर लिजर्ड) हैं।
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वन अमले ने मौके पर पहुंचकर महिला की शिनाख्त की। इसके बाद वन परिक्षेत्र अधिकारी पुनासा के निर्देशन में महिला के पास रखे बैग और थेले चेक किए गए। तलाशी के दौरान उनमें से वन्य प्राणी के अवशेष हत्था जोड़ 30 नग, जंगली सूअर के दांत ऊपर के दो नग एवं नीचे के दांत तीन नग, वन्य प्राणी पैंगोलिन के शल्क तीन नग, जंगली सूअर के बाल चार बंडल धागे से बंधे हुए एवं वन्य प्राणी सियार के बाल मिले।
पूछताछ के दौरान महिला ने अपना नाम राधा बाई भोसले पति गोविंद निवासी मुक्ताईनगर जिला जलगांव महाराष्ट्र बताया। इधर वन्य प्राणी के अवशेष अवैध रूप से बेचते हुए पकड़े जाने पर महिला के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं में वन अपराध प्रकरण क्रमांक 341/15 बीट प्रभारी सुरेंद्र सोलंकी के द्वारा दर्ज किया गया।

वन्य प्राणी के अंगों को बेचते पकड़ाई महिला
वन्य प्राणी के अंग