मध्य प्रदेश में इन दिनों रबी सीजन की बुवाई शुरू हो चुकी है, लेकिन किसान इन दिनों डीएपी खाद के लिए परेशान हैं। शासन-प्रशासन के सब ठीक हैं के दावों के बावजूद हकीकत यह है कि किसानों को खाद के लिए घंटों नहीं, बल्कि दो-दो दिन तक लाइन में लगना पड़ रहा है। कहीं अधिकारी-कर्मचारियों के धक्के झेलने पड़ रहे हैं, तो कहीं हाथापाई की नौबत आ रही है।
ताजा मामला देवरी कलां नगर का है, जहां खाद की किल्लत के चलते किसान कृषि उपज मंडी में सुबह तीन बजे से ही लाइन में लग गए थे। प्रशासनिक अव्यवस्था के बीच जब खाद वितरण शुरू हुआ, तो तहसीलदार प्रीति रानी चौरसिया खुद मौके पर पहुंचीं और किसानों को टोकन बांटने लगीं। इसी दौरान भीड़ बढ़ने और अव्यवस्था फैलने पर तहसीलदार ने कथित तौर पर कुछ किसानों पर हाथ उठाया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
स्थिति बिगड़ने पर तहसीलदार अपनी गाड़ी से मंडी से बाहर निकलीं, लेकिन किसानों ने रास्ता रोक लिया। बाद में वह किसी तरह पुलिस थाने पहुंचीं और थाना प्रभारी के साथ दोबारा मंडी लौटीं, जहां कड़ी सुरक्षा में टोकन वितरण फिर से शुरू किया गया।
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इस घटना पर एसडीएम मुन्नवर खान ने कहा कि मंडी में डीएपी और यूरिया दोनों उर्वरकों का वितरण किया जा रहा है। सुबह आठ बजे से टोकन बांटे जा रहे थे। कुछ किसान बिना लाइन लगाए आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे, जिन्हें समझाइश देकर वापस लाइन में लगाया गया। तहसीलदार द्वारा किसानों से मारपीट किए जाने के आरोप पर उन्होंने कहा कि यह दावा पूरी तरह गलत है। भीड़ अनियंत्रित हो रही थी और कुछ लोगों ने बेरिकेड तोड़ने की कोशिश की, जिन्हें हमारे कर्मचारियों ने समझाया। किसी प्रकार की मारपीट नहीं हुई है।