उज्जैन में प्रतिबंधित चाइना डोर से दो लोगों के गले कटने के मामले सामने आए हैं।
बता दें कि देवास रोड क्षेत्र में रहने वाले विपुल महिवालसेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहे हैं और मंगलवार को फ्रीगंज जीरो पॉइंट ब्रिज से ज़रूरी काम के लिए निकल रहे थे। इसी दौरान अचानक चाइना मांझा उनके गले में आकर फंस गया। जब तक विपुल गाड़ी रोकते तब तक गले में करीब 6 इंच लंबा कट लग गया और नस कटने से खून आने लगा। लोगों ने घटना के समय तुरंत विपुल की मदद की और अस्पताल में उपचार करवाया।
पुलिस प्रशासन के लाख दावों के बावजूद उज्जैन में जानलेवा चाइना डोर की बिक्री चोरी-छुपे जारी है। इससे आम राहगीरों की जान जोखिम में है। पिछले साल दर्जनों से अधिक लोगों को घायल करने वाली यह डोर, इस बार मकर संक्रांति से पहले ही लोगों को ज़ख़्मी करने लगी है। इस वर्ष अब तक दो से अधिक लोगों को इसके कारण गंभीर चोटें आई हैं। ताज़ा घटना में, विपुल महिवाल जीरो ओवर ब्रिज से फ्रीगंज जाते समय चाइना डोर की चपेट में आ गए और उनका गला कट गया। गनीमत रही कि वह सामान्य गति में थे और संभल गए। चाइना डोर की इस बिक्री ने पुलिस-प्रशासन पर कई सवाल खड़े किए हैं।
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ऑनलाइन और होम डिलीवरी के ज़रिए बिक रही चाइना
सीएसपी राहुल देशमुख के अनुसार ऑनलाइन और होम डिलीवरी के ज़रिए डोर बिक रही है, जिससे पुलिस के लिए उन तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है। नागरिक मांग कर रहे हैं कि पुलिस केवल तोपख़ाना क्षेत्र ही नहीं, बल्कि गोपनीय तरीके से पूरे शहर में सघन कार्रवाई करे ताकि इस जानलेवा डोर पर जल्द से जल्द नकेल कसी जा सके।
फिर ऐसी सख्ती की ज़रूरत
कुछ साल पहले पुलिस ने तोपखाना क्षेत्र में चाइना मांझा विक्रेताओं के मकानों पर जेसीबी चलवाई थी। इतना ही नहीं, रासुका जैसी बड़ी कार्रवाई भी की गई थी। मुसद्दीपुरा में भी चाइना मांझा बेचे जाने पर गोदामों में छापे मारे थे। गला कटने के बाद छात्र विपुल ने भी एसपी कार्यालय पहुंचकर एसपी प्रदीप शर्मा को घटना से अवगत कराया और चाइना मांझा बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए आवेदन दिया। घायल छात्र विपुल ने कहा कि प्रशासन व पुलिस से यही मांग है कि आगे से अन्य कोई घायल न हो। इसके लिए जितने सख्त कदम उठा सकते हैं, उठाने चाहिए। याद रहे कि इस ब्रिज पर पूर्व में भी एक छात्रा की गला कटने से मौत हो चुकी है।
ब्रिज के खंभों पर तार बांधे जाए
चाइना मांझा पतंग से अधिकांश हादसे हरिफाटक और जीरो पॉइंट ब्रिज पर ही देखने को मिले हैं। प्रशासन ने चाइना मांझा पर पाबंदी लगाते हुए धारा 188 के तहत कार्रवाई के आदेश तो जारी कर दिए हैं, लेकिन शहर के उक्त पुल पर अभी तक खंभों पर तार नहीं बांधे गए हैं, जिससे कि चायना मांझा की रोक हो सके। एक सप्ताह पूर्व हरिफाटक ब्रिज पर भी एक महिला के गले में चायना मांझा आने से चोटिल हो चुकी है और एक सप्ताह में यह दूसरा हादसा है।
माता-पिता ज़िम्मेदार होंगे - एसपी
चाइना मांझा को लेकर पुलिस टीमें सर्चिग कर रही हैं। टीमें हर स्तर पर पता कर रही हैं। इसके बावजूद भी अगर बच्चे चाइना मांझा से पतंग उड़ाते मिले तो उनके माता-पिता ज़िम्मेदार होंगे, जिनके विरुद्ध कार्रवाई होगी।
- प्रदीप शर्मा, एसपी