दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ यानी (डूसू) चुनाव 2025-26 की मतगणना शुक्रवार को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुई। अंतिम परिणामों के अनुसार अध्यक्ष पद के लिए 59 हजार 882 मतों में से 28 हजार 841 मत लेकर आर्यन मान विजेता रहे जबकि 12 हजार 645 मत लेकर जोशलीन नंदिता चौधरी दूसरे स्थान पर रहीं। डूसू चुनाव में एबीवीपी ने अध्यक्ष समेत तीन पदों पर जीत हासिल की।
23 साल के आर्यन मान हरियाणा के बहादुरगढ़ के रहने वाले हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित हंसराज कॉलेज से स्नातक किया है। वर्तमान में दिल्ली विश्वविद्यालय से लाइब्रेरी साइंस के छात्र हैं। उनकी विशेष रुचि खेलों में रही है और फुटबॉल के खिलाड़ी हैं।
आर्यन मान ने दिल्ली विश्वविद्यालय में एबीवीपी के फीस वृद्धि के विरोध, बुनियादी ढांचे के विकास आदि को लेकर हुए आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई है। आर्यन मान के पिता सिकंदर मान बड़े व्यवसायी हैं। यही वजह है कि उनके परिवार की नेटवर्थ भी अच्छी खासी है। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो आर्यन मान की फैमिली की नेटवर्थ करीब 1,590 करोड़ रुपये है।
आपको बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान बेंटले, रोल्स रॉयस और फेरारी जैसी महंगी लग्जरी कारों और यहां तक कि जेसीबी का भी इस्तेमाल किया गया था। जिसपर दिल्ली हाईकोर्ट ने शुक्रवार को नाराजगी जताई। हाईकोर्ट ने कहा, उम्मीदवारों और आयोजकों ने पिछले साल के न्यायिक आदेश से कोई सबक नहीं सीखा, जिसमें सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और उपद्रव के कारण चुनाव परिणाम रोक दिए गए थे।
चीफ जस्टिस देवेंद्र कुमार उपाध्याय और जस्टिस तुषार राव गेडेला की पीठ ने कहा, हमने इन कारों के बारे में सुना भी नहीं है। सूत्रों के अनुसार, हाईकोर्ट ने नवनिर्वाचित डूसू अध्यक्ष आर्यन मान और उपाध्यक्ष राहुल झांसला को नोटिस जारी किया।
हाईकोर्ट ने अपने 17 सितंबर के आदेश में दिल्ली विश्वविद्यालय के उम्मीदवारों और छात्र संगठनों को डूसू चुनाव के नतीजों की घोषणा के बाद राष्ट्रीय राजधानी में कहीं भी विजय जुलूस निकालने पर रोक लगा दी थी। याचिकाकर्ता, अधिवक्ता प्रशांत मनचंदा ने पीठ के सामने कई तस्वीरें और समाचार रिपोर्ट साझा कीं और न्यायिक आदेश और लिंगदोह समिति की सिफारिशों के उल्लंघन का दावा किया।