403 विधानसभा सीट वाली उत्तर प्रदेश में मुस्लिम बहुल सीटों पर गैर मुस्लिम समीकरण बनते दिख रहे हैं। अब राजनीतिक दल इसे जरूरी नहीं मान रहे हैं कि विधानसभा सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशी ही उतारा जाए। जहां मुस्लिम आबादी है इस बार के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने भी उन सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार वैसे नहीं उतारे हैं जैसे हमेशा से था।
आगरा दक्षिण हो, बुलंदशहर, सिकंदराबाद हो लोनी या पीलीभीत यह वह सीटें हैं जहां मुस्लिम बहुल होने के बावजूद भी समाजवादी पार्टी ने गैर मुस्लिम समीकरण स्थापित करने की कोशिश की है।
साल 2017 में मोदी लहर में देवबंद जैसी मुस्लिम मोटर वाली सीट भी भाजपा प्रत्याशी ने जीती थी इसलिए अब पार्टियां मुस्लिम आबादी वाली विधानसभा सीट पर मुस्लिम प्रत्याशी उतारा जाए ऐसा जरूरी नहीं मान रही है।