भारतीय सेना द्वारा 25 और 26 नवम्बर को इंदिरा गांधी स्टेडियम, अलवर में दो दिवसीय आर्मी मेले का आयोजन शुरू किया गया। इस भव्य आयोजन का उद्देश्य सैन्य उपकरणों, अत्याधुनिक तकनीकों, युद्धक क्षमताओं और विभिन्न इंटरैक्टिव गतिविधियों को जनता के सामने प्रदर्शित करना है। कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण लक्ष्य स्कूली बच्चों को सेना के कार्यों से परिचित कराना भी है, ताकि उनमें भविष्य में सैन्य सेवा के प्रति रुचि विकसित हो सके।
सेना की भूमिका और राष्ट्रीय सुरक्षा में योगदान से कराया जा रहा अवगत
मेले का मुख्य उद्देश्य आम नागरिकों को भारतीय सेना की जिम्मेदारियों, राष्ट्रीय सुरक्षा में उसकी भूमिका और देश की सीमाओं की रक्षा के प्रति उसके निरंतर समर्पण के बारे में जागरूक करना है। साथ ही यह मंच युवाओं में सैन्य सेवाओं के प्रति आकर्षण बढ़ाने और उन्हें भारतीय सेना में योगदान देने के लिए प्रेरित करने का एक अहम अवसर भी प्रदान कर रहा है। यह आयोजन उन वीर जवानों के साहस और सर्वोच्च बलिदान को नमन करने का प्रतीक है, जो हर परिस्थिति में देश की सुरक्षा के लिए तत्पर रहते हैं।
ऑपरेशन ‘सिंदूर’ में उपयोग हुए ड्रोन का भी प्रदर्शन
मेले में हाल ही में संपन्न हुए ऑपरेशन सिंदूर में इस्तेमाल किए गए ड्रोन और अन्य महत्वपूर्ण उपकरणों का प्रदर्शन विशेष आकर्षण का केंद्र बना। इन अत्याधुनिक तकनीकी यंत्रों को नागरिकों और स्कूली बच्चों ने विशेष रुचि के साथ देखा। आधुनिक हथियारों और उपकरणों की जानकारी लेने के लिए बड़ी संख्या में लोग स्टेडियम पहुंचे।
उद्घाटन समारोह में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव सहित कई गणमान्य उपस्थित
पहले दिन आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, वन मंत्री संजय शर्मा, जिला कलेक्टर अर्तिका शुक्ला, जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। केंद्रीय मंत्री यादव ने सेना द्वारा प्रदर्शित विभिन्न उपकरणों, हथियारों और आधुनिक तकनीकी सिस्टम का निरीक्षण किया और भारतीय सेना के प्रयासों की सराहना की।
यह भी पढ़ें- अजेय वॉरियर-25: महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में भारत-UK सेना का संयुक्त अभ्यास, दिखे वास्तविक युद्ध जैसे परिदृश्य
दो दिनों तक चलेगा सैन्य प्रदर्शन, बैंड शो और जागरूकता कार्यक्रम
मेले में आज और कल कई आकर्षक गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं, जिनमें सैन्य बैंड प्रदर्शन, अत्याधुनिक उपकरणों की प्रदर्शनी, सैनिकों से सीधे संवाद के सत्र और युवाओं के लिए जागरूकता कार्यक्रम शामिल हैं। यह आयोजन अलवर के नागरिकों और विशेष रूप से युवाओं के लिए सैन्य जीवन को करीब से समझने तथा राष्ट्र सेवा की प्रेरणा लेने का अनूठा अवसर प्रदान कर रहा है।