राजस्थान रोडवेज की मुख्य प्रबंधक सपना मीणा के खिलाफ पिछले 26 दिनों से चल रहा धरना रविवार को वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा के आश्वासन के बाद समाप्त कर दिया गया। यह धरना भारतीय मजदूर संघ द्वारा बस स्टैंड परिसर में दिया जा रहा था।
जानकारी के अनुसार भारतीय मजदूर संघ ने मुख्य प्रबंधक सपना मीणा की कथित अदूरदर्शी नीतियों और तानाशाही रवैये के विरोध में यह आंदोलन शुरू किया था। संगठन का आरोप था कि कर्मचारियों के साथ अन्याय किया जा रहा है और अयोग्य चालकों से ड्यूटी ली जा रही है। संघ ने यह भी आरोप लगाया था कि उनकी नीतियों के चलते रोडवेज को निजी संपत्ति की तरह चलाया जा रहा है।
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रविवार को वन मंत्री संजय शर्मा स्वयं धरना स्थल पर पहुंचे और संघ पदाधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने भरोसा दिलाया कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। मंत्री के इस आश्वासन के बाद संगठन ने धरना समाप्त करने की घोषणा कर दी।
धरने के दौरान संगठन के पदाधिकारी पुष्पराज शर्मा और चतरसिंह यादव ने बताया कि 26 दिन से लगातार चल रहे इस आंदोलन का उद्देश्य कर्मचारियों के साथ हो रहे अन्याय और प्रबंधन की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाना था। अब सरकार के आश्वासन के बाद उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही समस्याओं का समाधान होगा।