बाड़मेर में शनिवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट कॉन्फ्रेंस हॉल में डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएफएमटी) की गवर्निंग काउंसिल की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला कलेक्टर टीना डाबी ने की। इस बैठक में सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल, उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री के.के. विश्नोई, विधायक आदूराम मेघवाल, विधायक डॉ. प्रियंका चौधरी और विधायक रविन्द्र सिंह भाटी सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य खनन प्रभावित क्षेत्रों में जन उपयोगी कार्यों की योजना तैयार करना और डीएफएमटी के तहत प्रस्तावित 109 करोड़ रुपये की राशि के समुचित उपयोग पर मंथन करना रहा।
राज्य मंत्री विश्नोई ने नवाचार और जनकल्याण पर दिया जोर
राज्यमंत्री के.के. विश्नोई ने कहा कि डीएफएमटी के तहत ऐसे कार्यों को प्राथमिकता दी जाए जो जन कल्याणकारी, दीर्घकालिक और नवाचारी हों। उन्होंने विशेष रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण और पर्यटन विकास को प्राथमिकता देने की बात कही। विश्नोई ने सुझाव दिया कि ऐसे नवाचार किए जाएं जो बाड़मेर को राष्ट्रीय स्तर पर प्रेरणा का केंद्र बना सकें।
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कलेक्टर टीना डाबी ने दी पारदर्शिता और प्राथमिकता की गारंटी
जिला कलेक्टर टीना डाबी ने बैठक में कहा कि राज्य सरकार के निर्देशों के अनुरूप खनन प्रभावित क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य और आधारभूत संरचना से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने बताया कि डीएफएमटी में लगभग 109 करोड़ रुपये की राशि उपलब्ध है, जिसका उपयोग जन प्रतिनिधियों के सुझावों के अनुरूप पारदर्शिता से किया जाएगा।
सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने सुरक्षा और शिक्षा पर जताई चिंता
बाड़मेर-जैसलमेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने शिक्षा संबंधी कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने झालावाड़ जैसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने हेतु राजकीय महाविद्यालयों में अतिरिक्त कक्षा-कक्ष, पुस्तकालय और अस्पतालों में सीटी स्कैन, कैथ लैब मशीन जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की। साथ ही उन्होंने विद्यालयों में डिजिटल बोर्ड लगाए जाने की सिफारिश की।
विधायक आदूराम मेघवाल और डॉ. प्रियंका चौधरी के सुझाव
चौहटन विधायक आदूराम मेघवाल ने शिक्षा क्षेत्र में अधिक व्यय की मांग के साथ-साथ चौहटन के धोरो और वीरातरा में रोपवे जैसी परियोजनाओं के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा देने का सुझाव दिया। उन्होंने क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत पर भी ध्यान देने की आवश्यकता जताई।
बाड़मेर विधायक डॉ. प्रियंका चौधरी ने कक्षा-कक्ष निर्माण, राजकीय चिकित्सालय में सीटी स्कैन, एमआरआई व कैथ लैब, जैसी स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ-साथ लव कुश वाटिका की तर्ज पर एक नई वाटिका विकसित करने की आवश्यकता बताई।
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शिव विधायक भाटी ने क्षेत्रीय प्राथमिकता की वकालत की
विधायक रविन्द्र सिंह भाटी ने स्पष्ट कहा कि डीएफएमटी की अधिकतम राशि को खनन प्रभावित इलाकों में व्यय किया जाए। उन्होंने विद्यालय भवन निर्माण के प्रस्तावों को प्राथमिकता देने पर बल दिया। वहीं, अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेन्द्रसिंह चांदावत ने सभी जनप्रतिनिधियों, काउंसिल सदस्यों और विभागीय अधिकारियों का आभार जताया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत विकास कार्यों की प्रभावी क्रियान्विति सुनिश्चित की जाएगी।
बैठक के दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि कुमार, रामसर उपखंड अधिकारी छाया सिंह (आईएएस), बाड़मेर उपखंड अधिकारी यथार्थ शेखर (आईएएस) सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।