रविवार को देश भर में जगह जगह गणपति विसर्जन की धूम रही। भारत के साथ ही विदेशों में भी गणेश प्रतिमाओं को दस दिन चले गणेश उत्सव के बाद विसर्जित किया गया। गणेश चतुर्थी से शुरू गणेशोत्सव अनंत चतुर्दशी के दिन पूरा होता है। भक्त ‘गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तो जल्दी आ’ का घोष करते हुए अपने प्यारे गजानन को विदा करते हैं। दस दिन तक अपने घरों और पंडालों में गणपति की पूजा अर्चना करने के बाद दसवें दिन गणेश भक्त हर्षोल्लास लेकिन अश्रुपूर्ण विदाई चिंतामणि को देते हैं।
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