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बांग्लादेश में आखिर हो क्या रहा है?: हादी की हत्या के बाद से बिगड़ रहे हालात, अखबारों के दफ्तरों में आगजनी
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, ढाका
Published by: देवेश त्रिपाठी
Updated Fri, 19 Dec 2025 11:04 AM IST
सार
बांग्लादेश के सामाजिक-सांस्कृतिक मंच इंकलाब मंच के प्रवक्ता और युवा नेता शरीफ उस्मान हादी आगामी चुनाव में उम्मीदवार थे। पिछले हफ्ते ढाका में चुनाव प्रचार की शुरुआत करते समय नकाबपोश हमलावरों ने उन पर हमला किया और उनके सिर में गोली मार दी।
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बांग्लादेश के युवा नेता हादी की मौत के बाद ढाका में हिंसा, स्थिति तनावपूर्ण
- फोटो : अमर उजाला ग्राफिक्स
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विस्तार
बांग्लादेश के युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद पड़ोसी देश हिंसा की आग में झुलस रहा है। ढाका समेत देश के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शनों और आगजनी की खबरें सामने आई हैं। सड़कों पर उतरी युवाओं की भीड़ ने बांग्लादेश के दो प्रमुख अखबारों के कार्यालयों को आग लगा दी।
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बांग्लादेश में फरवरी 2026 में होने वाले राष्ट्रीय चुनावों से ठीक पहले फैली अशांति से हालात और बिगड़ने की संभावना बढ़ गई है। उस्मान हादी की मौत की खबर फैलते ही हिंसक प्रदर्शनों में प्रदर्शनकारियों ने उनका नाम लेकर भड़काऊ नारे लगाए। हिंसा-आगजनी के बाद से ही कई इलाकों में तनाव बना हुआ है। हिंसा को रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया।
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कौन था उस्मान हादी?
शरीफ उस्मान हादी बीते साल बांग्लादेश में हुए शेख हसीना के तख्तापलट के बाद बने इंकलाब मंच के प्रवक्ता थे। अगले साल होने वाले राष्ट्रीय चुनाव में उस्मान हादी भी उम्मीदवार थे। बीती 12 दिसंबर को ढाका में चुनाव प्रचार के दौरान नकाबपोश हमलावरों ने उनके सिर में गोली मार दी थी।
इस हमले में हादी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उनकी शुरुआती इलाज बांग्लादेश के एक स्थानीय अस्पताल में किया गया। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार बाद में उन्हें एयरलिफ्ट करके सिंगापुर ले जाया गया। यहां छह दिनों तक उन्हें जीवन रक्षक उपकरणों पर रखा गया और गुरुवार को उनकी मौत हो गई।
2024 में बांग्लादेश में हुए विद्रोह में उस्मान हादी एक बड़ा चेहरा थे। इस विद्रोह की वजह से ही तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता और देश छोड़कर भागना पड़ा था। हादी भारत के मुखर आलोचक थे। उन्होंने ढाका-8 निर्वाचन क्षेत्र से स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर संसदीय चुनाव लड़ने का एलान किया था।
अखबारों के दफ्तरों में लगाई आग
गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के प्रमुख समाचार पत्रों प्रोथोम आलो और डेली स्टार के कार्यालयों को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान अखबार के कर्मचारी अंदर मौजूद थे। एएफपी ने दमकल अधिकारियों के हवाले से बताया कि डेली स्टार बिल्डिंग में लगी आग पर गुरुवार को सुबह 1:40 बजे (1940 जीएमटी) काबू पा लिया गया।
प्रदर्शनकारियों ने इन दोनों अखबारों पर भारत के साथ सांठ-गांठ करने का आरोप लगाया। गौरतलब है कि बांग्लादेश की निर्वासित प्रधानमंत्री शेख हसीना स्वेच्छा से भारत में ही रह रही हैं। इस बीच यूनुस सरकार ने शरीफ उस्मान हादी के सम्मान में शनिवार को राजकीय शोक दिवस घोषित किया गया है।
अवामी लीग पार्टी के कार्यालय पर चलाया बुलडोजर
बांग्लादेशी मीडिया के हवाले से एएनआई ने बताया कि प्रदर्शनकारियों की ओर से कार्यालयों में आग लगाने के घंटों बाद कर्मचारियों को बचाया गया। एएनआई के मुताबिक आग बुझाने की कोशिश में देरी हुई क्योंकि प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने अखबार के कार्यालयों की ओर जाने वाली सड़क की घेराबंदी कर दी थी। वहीं, ढाका में प्रमुख बंगाली सांस्कृतिक संगठन छायानाट के परिसर में भी तोड़फोड़ और आगजनी की गई। उत्तर-पश्चिमी जिले राजशाही में प्रदर्शनकारियों ने बुलडोजर के जरिये अवामी लीग पार्टी के कार्यालय को ध्वस्त कर दिया।
भारतीय सहायक उच्चायोग पर भी हमला
बांग्लादेश मीडिया आउटलेट बीडी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक चटगांव में प्रदर्शनकारियों ने भारतीय सहायक उच्चायोग पर हमला किया और अवामी लीग के पूर्व शिक्षा मंत्री के घर में आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने चटगांव में भारतीय सहायक उच्चायोग के बाहर पत्थर फेंके और धरना प्रदर्शन किया।
यूनुस सरकार ने किया तत्काल कार्रवाई का एलान
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने गुरुवार देर रात हादी की मौत का एलान किया। इसके साथ ही यूनुस ने हादी के हत्यारों को पकड़ने के लिए त्वरित कार्रवाई का वादा किया। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार यूनुस ने कहा, 'जुलाई विद्रोह के निडर, अग्रिम पंक्ति के योद्धा और इंकलाब मंच के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी अब हमारे बीच नहीं रहे।' उन्होंने कहा कि हत्यारों के प्रति कोई नरमी नहीं दिखाई जाएगी।
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