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फ्रांस के सबसे प्रसिद्ध संग्रहालय में चोरी: फिल्मी स्टाइल में चार मिनट में उड़ाए बेशकीमती गहने, ऐसे हुई वारदात
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, पेरिस
Published by: पवन पांडेय
Updated Sun, 19 Oct 2025 09:15 PM IST
सार
Theft at Louvre Museum: पेरिस के लूवर संग्रहालय में रविवार को चोरों ने महज चार मिनट में फ्रांसीसी राजमुकुट के रत्नों वाले हिस्से से बेशकीमती आभूषण चुराकर फरार हो गए। सरकार के मुताबिक, चोर ट्रक और क्रेन की मदद से और ऊपर की मंजिल की खिड़की तोड़कर संग्रहालय में दाखिल हुए। जानें कैसे हुई पूरी वारदात...
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फ्रांस का प्रसिद्ध लूवर संग्रहालय
- फोटो : ANI
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विस्तार
दुनिया के सबसे प्रसिद्ध और व्यस्त संग्रहालयों में से एक लूवर संग्रहालय में रविवार सुबह कुछ चोरों ने महज चार मिनट में एक साहसिक चोरी को अंजाम दिया। चोरों ने बास्केट लिफ्ट की मदद से संग्रहालय की गैलेरी डे अपोलॉन में घुसकर कीमती नेपोलियन युग के गहने चुरा लिए और मौके से फरार हो गए। इनमें से एक गहना, नेपोलियन की पत्नी एम्प्रेस यूजिनी का पन्ना जड़ा ताज, संग्रहालय के बाहर पाया गया, हालांकि यह टूट चुका था। इस संग्रहालय में प्रतिदिन 30000 तक आगंतुक आ सकते हैं।
कैसे हुई चोरी?
घटना सुबह करीब 9:30 बजे की है। इस समय म्यूजियम में भारी संख्या में पर्यटक मौजूद थे। चोरों ने निर्माण स्थल के पास लिफ्ट का इस्तेमाल कर खिड़की तोड़ी, डिस्क कटर से शीशे काटे और सीधे उन शोकेसों तक पहुंचे जहां कीमती गहने रखे थे। उन्होंने डिस्प्ले केस तोड़कर नौ गहनों पर हाथ साफ किया और मोटरसाइकिल पर फरार हो गए।
यह भी पढ़ें - Donald Trump: ट्रंप ने कोलंबियाई राष्ट्रपति को कहा 'ड्रग डीलर', करोड़ों डॉलर की अमेरिकी मदद रोकने का किया एलान
फ्रांस की संस्कृति मंत्री ने बताया कि अधिकारियों की तरफ से जांच के दौरान संग्रहालय को दिन भर के लिए बंद कर दिया गया। रचिदा दाती ने एक्स पर लिखा, 'आज सुबह लूवर संग्रहालय के उद्घाटन के समय एक चोरी हुई।' लूवर ने कहा कि संग्रहालय असाधारण कारणों से बंद रहेगा, हालांकि उन्होंने इस डकैती के बारे में कोई और जानकारी नहीं दी। किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।
क्या-क्या हुआ चोरी?
चोरी गए नौ गहनों में सबसे अहम था नेपोलियन तृतीय की पत्नी एम्प्रेस यूजिनी का पन्ना जड़ा ताज। यह सोने, हीरे और नक्काशीदार ईगल से सजा हुआ था। यह ताज संग्रहालय के बाहर टूटी हालत में मिला, जबकि बाकी गहनों का अभी तक कोई सुराग नहीं है।
बास्केट लिफ्ट की मदद से घुसे चोर
फ्रांसीसी दैनिक ले पेरिसियन ने बताया कि अपराधी दुनिया के सबसे ज्यादा देखे जाने वाले संग्रहालय और पूर्व महल में सीन की ओर मुख वाले हिस्से से घुसे, जहां निर्माण कार्य चल रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने अपोलो गैलरी के कमरे तक सीधे पहुंचने के लिए एक बास्केट लिफ्ट का इस्तेमाल किया। ले पेरिसियन ने कहा कि खिड़कियां तोड़ने के बाद, उन्होंने कथित तौर पर 'नेपोलियन और महारानी के आभूषण संग्रह से नौ आभूषण चुरा लिए।'
सुरक्षा पर उठे सवाल
लूवर में इस तरह की घटना ने सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह वही गैलरी है जहां फ्रांस के ताजपोशी गहनों को प्रदर्शित किया जाता है। इस जगह को खासतौर पर ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक माना जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, दिनदहाड़े पर्यटकों के बीच इस तरह की चोरी यूरोप में पिछले एक दशक की सबसे बड़ी घटनाओं में से एक है। यह चोरी ऐसे समय में हुई है जब संग्रहालय के कर्मचारी लगातार स्टाफ की कमी और सुरक्षा में ढिलाई की शिकायत कर रहे हैं। जून में भी कर्मचारियों ने भीड़भाड़ और कम कर्मचारियों के कारण हड़ताल की थी।
जांच तेज, राजनीतिक बहस शुरू
फॉरेंसिक टीम और पुलिस ने अपराध स्थल की घेराबंदी कर जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, लिफ्ट की जांच की जा रही है और कर्मचारियों से पूछताछ चल रही है। अधिकारियों का कहना है कि चोरी में चार लोग शामिल थे, दो ने मजदूरों के कपड़े पहने थे और दो मोटरसाइकिल पर इंतजार कर रहे थे। इस घटना के बाद यह मामला राजनीति में भी गरमा गया है। दक्षिणपंथी नेता जॉर्डन बार्डेला ने राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों पर निशाना साधते हुए कहा, 'लूवर हमारी संस्कृति का प्रतीक है। यह चोरी हमारे देश के लिए गहरी अपमानजनक है।'
लूवर में चोरी और डकैती के प्रयासों का एक लंबा इतिहास
इसमें सबसे प्रसिद्ध घटना 1911 में हुई, जब मोना लिसा अपने फ्रेम से गायब हो गई थी और विन्सेन्जो पेरुग्गिया नाम के एक पूर्व कर्मचारी ने उसे चुरा लिया था। वह संग्रहालय के अंदर छिप गया और पेंटिंग को अपने कोट के नीचे छिपाकर बाहर निकल गया। दो साल बाद इसे फ्लोरेंस में बरामद किया गया - एक ऐसी घटना जिसने लियोनार्डो दा विंची के चित्र को दुनिया की सबसे प्रसिद्ध कलाकृति बनाने में मदद की। 1983 में, लूवर से पुनर्जागरण काल के दो कवच चोरी हो गए और लगभग चार दशक बाद ही बरामद हुए।
यह भी पढ़ें - Ceasefire: 'संघर्ष विराम उल्लंघन के बीच इस्राइल ने बंद की रफा क्रॉसिंग', फलस्तीन का आरोप; गाजा में 38 की मौत
संग्रहालय में प्राचीन, मूर्तिकला और चित्रकला का संग्रह
लूवर संग्रहालय के संग्रह में नेपोलियन काल की लूट की विरासत भी मौजूद है, जो आज भी क्षतिपूर्ति पर बहस को जन्म देती है। लूवर में प्राचीन वस्तुओं, मूर्तिकला और चित्रकला से जुड़ी 33,000 से ज्यादा कृतियां हैं, मेसोपोटामिया, मिस्र और शास्त्रीय दुनिया से लेकर यूरोपीय कलाकारों तक। इसके प्रमुख आकर्षणों में मोना लिसा, वीनस डी मिलो और समोथ्रेस की पंखों वाली विजय शामिल हैं। गैलेरी डी'अपोलोन, जहां रविवार को कथित तौर पर चोरी हुई थी, में फ्रांसीसी राजमुकुट के आभूषणों का संग्रह प्रदर्शित है। इस संग्रहालय हामुराबी की कोड और यूरोपीय चित्रकला के मास्टरपीस शामिल हैं।
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कैसे हुई चोरी?
घटना सुबह करीब 9:30 बजे की है। इस समय म्यूजियम में भारी संख्या में पर्यटक मौजूद थे। चोरों ने निर्माण स्थल के पास लिफ्ट का इस्तेमाल कर खिड़की तोड़ी, डिस्क कटर से शीशे काटे और सीधे उन शोकेसों तक पहुंचे जहां कीमती गहने रखे थे। उन्होंने डिस्प्ले केस तोड़कर नौ गहनों पर हाथ साफ किया और मोटरसाइकिल पर फरार हो गए।
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फ्रांस की संस्कृति मंत्री ने बताया कि अधिकारियों की तरफ से जांच के दौरान संग्रहालय को दिन भर के लिए बंद कर दिया गया। रचिदा दाती ने एक्स पर लिखा, 'आज सुबह लूवर संग्रहालय के उद्घाटन के समय एक चोरी हुई।' लूवर ने कहा कि संग्रहालय असाधारण कारणों से बंद रहेगा, हालांकि उन्होंने इस डकैती के बारे में कोई और जानकारी नहीं दी। किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।
क्या-क्या हुआ चोरी?
चोरी गए नौ गहनों में सबसे अहम था नेपोलियन तृतीय की पत्नी एम्प्रेस यूजिनी का पन्ना जड़ा ताज। यह सोने, हीरे और नक्काशीदार ईगल से सजा हुआ था। यह ताज संग्रहालय के बाहर टूटी हालत में मिला, जबकि बाकी गहनों का अभी तक कोई सुराग नहीं है।
बास्केट लिफ्ट की मदद से घुसे चोर
फ्रांसीसी दैनिक ले पेरिसियन ने बताया कि अपराधी दुनिया के सबसे ज्यादा देखे जाने वाले संग्रहालय और पूर्व महल में सीन की ओर मुख वाले हिस्से से घुसे, जहां निर्माण कार्य चल रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने अपोलो गैलरी के कमरे तक सीधे पहुंचने के लिए एक बास्केट लिफ्ट का इस्तेमाल किया। ले पेरिसियन ने कहा कि खिड़कियां तोड़ने के बाद, उन्होंने कथित तौर पर 'नेपोलियन और महारानी के आभूषण संग्रह से नौ आभूषण चुरा लिए।'
सुरक्षा पर उठे सवाल
लूवर में इस तरह की घटना ने सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह वही गैलरी है जहां फ्रांस के ताजपोशी गहनों को प्रदर्शित किया जाता है। इस जगह को खासतौर पर ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक माना जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, दिनदहाड़े पर्यटकों के बीच इस तरह की चोरी यूरोप में पिछले एक दशक की सबसे बड़ी घटनाओं में से एक है। यह चोरी ऐसे समय में हुई है जब संग्रहालय के कर्मचारी लगातार स्टाफ की कमी और सुरक्षा में ढिलाई की शिकायत कर रहे हैं। जून में भी कर्मचारियों ने भीड़भाड़ और कम कर्मचारियों के कारण हड़ताल की थी।
जांच तेज, राजनीतिक बहस शुरू
फॉरेंसिक टीम और पुलिस ने अपराध स्थल की घेराबंदी कर जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, लिफ्ट की जांच की जा रही है और कर्मचारियों से पूछताछ चल रही है। अधिकारियों का कहना है कि चोरी में चार लोग शामिल थे, दो ने मजदूरों के कपड़े पहने थे और दो मोटरसाइकिल पर इंतजार कर रहे थे। इस घटना के बाद यह मामला राजनीति में भी गरमा गया है। दक्षिणपंथी नेता जॉर्डन बार्डेला ने राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों पर निशाना साधते हुए कहा, 'लूवर हमारी संस्कृति का प्रतीक है। यह चोरी हमारे देश के लिए गहरी अपमानजनक है।'
लूवर में चोरी और डकैती के प्रयासों का एक लंबा इतिहास
इसमें सबसे प्रसिद्ध घटना 1911 में हुई, जब मोना लिसा अपने फ्रेम से गायब हो गई थी और विन्सेन्जो पेरुग्गिया नाम के एक पूर्व कर्मचारी ने उसे चुरा लिया था। वह संग्रहालय के अंदर छिप गया और पेंटिंग को अपने कोट के नीचे छिपाकर बाहर निकल गया। दो साल बाद इसे फ्लोरेंस में बरामद किया गया - एक ऐसी घटना जिसने लियोनार्डो दा विंची के चित्र को दुनिया की सबसे प्रसिद्ध कलाकृति बनाने में मदद की। 1983 में, लूवर से पुनर्जागरण काल के दो कवच चोरी हो गए और लगभग चार दशक बाद ही बरामद हुए।
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संग्रहालय में प्राचीन, मूर्तिकला और चित्रकला का संग्रह
लूवर संग्रहालय के संग्रह में नेपोलियन काल की लूट की विरासत भी मौजूद है, जो आज भी क्षतिपूर्ति पर बहस को जन्म देती है। लूवर में प्राचीन वस्तुओं, मूर्तिकला और चित्रकला से जुड़ी 33,000 से ज्यादा कृतियां हैं, मेसोपोटामिया, मिस्र और शास्त्रीय दुनिया से लेकर यूरोपीय कलाकारों तक। इसके प्रमुख आकर्षणों में मोना लिसा, वीनस डी मिलो और समोथ्रेस की पंखों वाली विजय शामिल हैं। गैलेरी डी'अपोलोन, जहां रविवार को कथित तौर पर चोरी हुई थी, में फ्रांसीसी राजमुकुट के आभूषणों का संग्रह प्रदर्शित है। इस संग्रहालय हामुराबी की कोड और यूरोपीय चित्रकला के मास्टरपीस शामिल हैं।