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Israel: 'अपनों के वापस आने पर खुशी...लेकिन हमास पर भरोसा कभी नहीं'; अमर उजाला ने इस्राइली लोगों से की बातचीत

आशीष तिवारी Published by: शिवम गर्ग Updated Tue, 14 Oct 2025 05:30 AM IST
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Israel: Locals Express Joy Over Return of Loved Ones, But Say We Can Never Trust Hamas
इस्राइली लोगों से की बातचीत - फोटो : IDF Spokesperson/TPS-IL
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हमास तो इस्राइल का कभी भला सोच ही नहीं सकता है। यह तो उसके ऊपर एक अंतरराष्ट्रीय दबाव था इसलिए उसने हमारे अपनों को रिहा कर दिया लेकिन आप देखिएगा आज नहीं कल, कल नहीं तो परसों हमास फिर से चरमपंथ को आगे बढ़ाएगा। कभी इस्राइली डिफेंस फोर्स में बतौर सैनिक काम कर चुके इलोन ने इस्राइल की राजधानी तेल अवीव से अमर उजाला से टेलीफोन पर बातचीत में यह बातें कहीं।



इलोन ने कहा, यह तो महज एक अस्थाई शांति समझौता है, फिर भी हम सभी इस्राइली आज बहुत खुश हैं क्योंकि उनके अपने आज घर वापस आ गए हैं।  वह कहते हैं कि यह खुशी दो वर्षों के बड़े संघर्ष के बाद मिली है। इतने दिनों में हमने हमने अपने 900 से ज्यादा सैनिकों को गाजा में शहीद कर दिया। न जाने हमारे कितने अपने बेवजह अपनी जिंदगी से चले गए। इलोन ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते हमास ने हमारे अपनों को छोड़ा है। उनका मानना है कि हमास के बीच हुआ समझौता स्थाई नहीं हो सकता है। हमास ने जिस तरीके से समझौते में अपनी शर्ते रखी हैं उससे एक बात स्पष्ट है कि वह सिर्फ अंतरराष्ट्रीय मदद चाहता था, ताकि उसकी टूटी हुई कमर कुछ समय बाद फिर से सीधी हो और वह बाद में फिर से इस्राइल की सीमा में हमेशा की तरह दखल दे।
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बंधकों की रिहाई हमास पर दबाव का नतीजा  
मिरियम का कहना है कि जिस तरीके से हमास के ऊपर अमेरिका से लेकर दुनिया के कई देशों ने दबाव बनाया उसी का नतीजा है कि उनके नागरिकों को रिहा किया गया, इसलिए उनका देश इस गलत फहमी में नहीं रहेगा कि हमास के साथ अब सब शांत हो गया है। उनका कहना है कि हमास एक विचारधारा बन चुकी है। जिसको किसी भी शांति समझौते के साथ हमेशा के लिए खत्म नहीं किया जा सकता है।

हमास ने पाल रखा है खतरनाक लक्ष्य
यरुशलम से फोन पर बात करते हुए बार्सिलोन कहते हैं कि यह शांति समझौता नहीं है। बार्सिलोन इस्राइल में बंधकों को रिहा कराने के लिए आंदोलन चला रहे थे। उनका कहना है कि इस्राइल और चरमपंथी आतंकवादी संगठन हमास के बीच एक अस्थायी युद्धविराम समझौता है। क्यूंकि हमास तो बस इस्राइल को दुनिया के नक्शे से मिटाना चाहता है, यही वजह है कि हमास सीमाओं की परवाह किए बिना इस्राइल के साथ शांतिपूर्ण सह अस्तित्व नहीं चाहते। भले ही आज उन्होंने हमारे अपने छोड़ें हो लेकिन कोई भी इस्राइली इस गलतफहमी में नहीं है कि हमास सुधर गया है। बंधकों को छुड़ाने के लिए संघर्ष कर रही मिरियम कहती हैं कि शांति का यह दौर कब तक चलेगा यह नहीं कहा जा सकता।

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