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अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद उत्तर कोरिया के किम जोंग को ऐसे मिल रहीं लग्जरी गाड़ियां
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला
Published by: शिल्पा ठाकुर
Updated Wed, 17 Jul 2019 08:35 AM IST
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उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन
- फोटो : social media
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उत्तर कोरिया को लेकर अब दुनिया में एक और विवाद शुरू हो गया है। इस बर विवाद जुड़ा है वहां के नेता किम जोंग उन की लग्जरी गाड़ियों से। जो गाड़ियों किम के लिए मौजूद रहती हैं, उन्में मर्सिडीज-बेंज-मेबैक एस 600 पुलमैन गार्ड और मेबैच एस62 शामिल हैं। विश्व नेताओं में मशहूर इन गाड़ियों की कीमत 16 लाख डॉलर तक है। हैरानी की बात तो ये है कि किम इन गाड़ियों का इस्तेमाल अमेरिका के प्रतिबंधों के बावजूद करते हैं। जिसके तहत उत्तर कोरिया में लग्जरी सामान प्रतिबंधित है।
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14 जून, 2018 में भी दो मर्सिडीज मेबैक एस-600 उत्तर कोरिया लाई गईं थीं। रॉटरडैम के डच बंदरगाह से इन्हें लाने में महीनों का समय लग जाता है। ये बात वाशिंगटन स्थित सेंटर फॉर अडवांस डिफेंस स्टडीस (सी4एडीएस) की रिपोर्ट में कही गई है। इसके मुताबिक छह देशों से ये गाड़ियों हजारों मील का सफर पूरा करके महीनों में प्योंगयांग पहुंचती हैं। चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, रूस जैसे देशों से पांच लाख डॉलर की कीमत वाली ये गाड़ियां अपनी अंतिम मंजिल प्योंगयांग तक आती हैं।
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सेंटर ऑफ अडवांस स्टडीज के अनुसार पश्चिमी सामान बंदरगाहों की सहयता से उत्तर कोरिया के अभिजात वर्ग तक पहुंचता है। अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर दबाव बनाने के लिए ये प्रतिबंध लगाए हैं, ताकि वह अपने परमाणु कार्यक्रम को खत्म कर दे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग उन के बीच तीन बार मुलाकात होने के बाद भी इन प्रतिबंधों में ढिलाई नहीं आई है। हनोई में हुए शिखरसम्मेलन में भी किम ने ट्रंप से प्रतिबंधों को हटाने की मांग की थी। ये प्रतिबंध 2016 में ट्रंप ने और अधिक बढ़ा दिए थे।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्लू बुश प्रशासन के आग्रह पर अमेरिका ने 2006 में उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध लगाए थे, ताकि लग्जरी सामान उत्तर कोरिया ना पहुंच सके। लेकिन ये रिपोर्ट कहती है कि 2015 से 2017 के बीच करीब 90 देशों ने उत्तर कोरियाई लोगों के लिए लग्जरी सामान उपलब्ध करवाया है। हाल ही में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे इन प्योंगयांग के दौरे पर मर्सिजीड में किम के साथ यात्रा करते दिखे थे।