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US Vs BRICS: ‘वे हमारा खून चूस रहे हैं’, डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार पीटर नवारो का ब्रिक्स देशों पर करारा हमला
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वॉशिंगटन
Published by: पवन पांडेय
Updated Tue, 09 Sep 2025 07:29 AM IST
सार
US Vs BRICS: अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के वरिष्ठ सलाहकार पीटर नवारो की तरफ से ब्रिक्स देशों पर निशाना साधा गया है। उन्होंने ब्रिक्स देशों को वैम्पायर करार दिया है। वहीं इसके साथ ही उन्होंने एक फिर भारत के रूस से तेल खरीद पर निशाना साधा है।
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पीटर नवारो, डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार
- फोटो : ANI
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विस्तार
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के वरिष्ठ सलाहकार पीटर नवारो ने ब्रिक्स देशों पर निशाना साधते हुए उन्हें 'वैम्पायर' यानी खून चूसने वाले करार दिया। उनका आरोप है कि ये देश अनुचित व्यापारिक नीतियों के जरिए अमेरिका की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहे हैं। पीटर नवारो ने अमेरिकी मीडिया चैनल को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि ब्रिक्स देशों का अस्तित्व तभी तक है जब तक वे अमेरिका को सामान बेचते हैं। उन्होंने कहा, 'इन देशों में से कोई भी अमेरिका को अपने उत्पाद बेचे बिना जीवित नहीं रह सकता। लेकिन जब ये हमें सामान बेचते हैं तो ये वैम्पायर की तरह हमारे खून को चूसते हैं।'
यह भी पढ़ें - USA Courts: मानहानि केस में ट्रंप को राहत नहीं, देने होंगे ₹733 करोड़; सुप्रीम कोर्ट आव्रजन पर सख्ती से सहमत
ब्रिक्स देशों पर नवारो ने कसा तंज
उन्होंने दावा किया कि ब्रिक्स देशों के बीच आपसी अविश्वास और तनाव है। नवारो ने कहा, 'इतिहास गवाह है कि ये देश एक-दूसरे से नफरत करते हैं और लड़ते-भिड़ते रहते हैं।' नवारो ने उदाहरण देते हुए कहा कि रूस और चीन के बीच भरोसा नहीं है। चीन, रूस के व्लादिवोस्तोक पोर्ट पर अपना दावा करता है और अवैध आव्रजन के जरिए साइबेरिया में अपनी पकड़ बढ़ा रहा है। भारत और चीन के बीच दशकों से सीमा विवाद और तनाव है। चीन ने पाकिस्तान को परमाणु हथियार दिए, जिससे भारत की सुरक्षा चिंताएं और बढ़ीं। ब्राजील की अर्थव्यवस्था राष्ट्रपति लूला की समाजवादी नीतियों की वजह से गिर रही है। नवारो ने तंज कसते हुए कहा, 'अब देखना होगा कि ये गठबंधन कितने दिन चलता है।'
ब्रिक्स की वर्चुअल समिट
पीटर नवारो की यह टिप्पणी उस समय आई है जब ब्राजील की अध्यक्षता में ब्रिक्स की वर्चुअल बैठक हुई। भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रतिनिधित्व किया। जयशंकर ने बैठक में जोर दिया कि ब्रिक्स को वैश्विक अर्थव्यवस्था को स्थिर करने, वैश्विक दक्षिण पर जारी संघर्षों के प्रभाव को दूर करने और बहुपक्षीय संस्थाओं में सुधार का समर्थन करना चाहिए।वहीं इस समिट में ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा ने कहा कि चर्चा का केंद्र एक न्यायपूर्ण, संतुलित और समावेशी वैश्विक व्यवस्था बनाने पर रहा।
ब्रिक्स में 11 देश शामिल
वर्तमान में ब्रिक्स में 11 देश शामिल हैं- ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, सऊदी अरब, मिस्र, यूएई, इथियोपिया, इंडोनेशिया और ईरान। यह समूह मुख्य रूप से ग्लोबल साउथ देशों के बीच राजनीतिक और आर्थिक समन्वय का मंच है।
भारत को लेकर फिर भड़के पीटर नवारो
वहीं पीटर नवारो ने एक बार फिर भारत पर निशाना साधा है। नवारो लगातार एक्स पर भारत से जुड़े दावों को लेकर फैक्ट-चेक का सामना कर रहे हैं। इसके बावजूद उन्होंने पीछे हटने के बजाय भारत पर ही अपने ऑनलाइन पोल को प्रभावित करने का आरोप लगाया। नवारो ने एक्स पर लिखा, 'भारत की आबादी दुनिया में सबसे ज्यादा है और यह सिर्फ कुछ लाख प्रचारकों को तैनात कर सकता है जो मेरे पोल को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं? यह बहुत मजेदार है। अमेरिका को देखना चाहिए कि कैसे विदेशी ताकतें हमारे सोशल मीडिया का इस्तेमाल अपने एजेंडे के लिए कर रही हैं।'
भारतीय तेल खरीद पर फिर निशाना
नवारो की यह प्रतिक्रिया उस विवाद के बाद आई जब उन्हें रूस से भारत की तेल खरीद को लेकर किए गए झूठे दावे पर कम्युनिटी नोट के जरिए सही जानकारी दी गई। उन्होंने इस कम्युनिटी नोट को कचरा करार दिया और एलन मस्क पर प्रोपेगेंडा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। नवारो ने पहले भी आरोप लगाया था कि भारत रूस से सस्ता तेल खरीदकर उसे महंगे दामों पर बेचकर फायदा कमा रहा है। उन्होंने यह भी कहा था कि भारत की टैरिफ नीतियों की वजह से अमेरिकी लोगों की नौकरियां जा रही हैं।
यह भी पढ़ें - Epstein Row: डेमोक्रेट्स ने एपस्टीन को लिखा 'पत्र' जारी किया; दावा- ट्रंप के साइन हैं; राष्ट्रपति ने खंडन किया
क्या हैं पोल के नतीजे?
बता दें कि, पीटर नवारो ने एक्स पर एक पोल चलाया जिसमें उन्होंने पूछा कि क्या एक्स को ऐसे 'झूठे दावों' को विविध विचारों के तौर पर पेश करना चाहिए। इस पोल में कुल 56175 वोटों में से 75% ने 'हां' में वोट दिया और 17% ने 'नहीं' कहा। जबकि सात फीसदी ने 'बिल्कुल नहीं, यह शर्मनाक है' चुना।
पीटर नवारो का लगातार विवादित बयान
हाल के महीनों में नवारो ने भारत पर कई बार विवादित बयान दिए हैं। उन्होंने भारत को क्रेमलिन के लिए मनी लॉन्ड्री का अड्डा बताया था। यहां तक कि उन्होंने जातिवादी टिप्पणी करते हुए कहा कि 'ब्राह्मण रूस-यूक्रेन युद्ध से मुनाफा कमा रहे हैं।' नवारो की लगातार भड़काऊ टिप्पणियों के कारण एक्स की तरफ से उनके पोस्ट को बार-बार फैक्ट-चेक किया जा रहा हैं, लेकिन वह इन्हें मानने के बजाय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और भारत दोनों पर आरोप लगा रहे हैं।
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ब्रिक्स देशों पर नवारो ने कसा तंज
उन्होंने दावा किया कि ब्रिक्स देशों के बीच आपसी अविश्वास और तनाव है। नवारो ने कहा, 'इतिहास गवाह है कि ये देश एक-दूसरे से नफरत करते हैं और लड़ते-भिड़ते रहते हैं।' नवारो ने उदाहरण देते हुए कहा कि रूस और चीन के बीच भरोसा नहीं है। चीन, रूस के व्लादिवोस्तोक पोर्ट पर अपना दावा करता है और अवैध आव्रजन के जरिए साइबेरिया में अपनी पकड़ बढ़ा रहा है। भारत और चीन के बीच दशकों से सीमा विवाद और तनाव है। चीन ने पाकिस्तान को परमाणु हथियार दिए, जिससे भारत की सुरक्षा चिंताएं और बढ़ीं। ब्राजील की अर्थव्यवस्था राष्ट्रपति लूला की समाजवादी नीतियों की वजह से गिर रही है। नवारो ने तंज कसते हुए कहा, 'अब देखना होगा कि ये गठबंधन कितने दिन चलता है।'
ब्रिक्स की वर्चुअल समिट
पीटर नवारो की यह टिप्पणी उस समय आई है जब ब्राजील की अध्यक्षता में ब्रिक्स की वर्चुअल बैठक हुई। भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रतिनिधित्व किया। जयशंकर ने बैठक में जोर दिया कि ब्रिक्स को वैश्विक अर्थव्यवस्था को स्थिर करने, वैश्विक दक्षिण पर जारी संघर्षों के प्रभाव को दूर करने और बहुपक्षीय संस्थाओं में सुधार का समर्थन करना चाहिए।वहीं इस समिट में ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा ने कहा कि चर्चा का केंद्र एक न्यायपूर्ण, संतुलित और समावेशी वैश्विक व्यवस्था बनाने पर रहा।
ब्रिक्स में 11 देश शामिल
वर्तमान में ब्रिक्स में 11 देश शामिल हैं- ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, सऊदी अरब, मिस्र, यूएई, इथियोपिया, इंडोनेशिया और ईरान। यह समूह मुख्य रूप से ग्लोबल साउथ देशों के बीच राजनीतिक और आर्थिक समन्वय का मंच है।
भारत को लेकर फिर भड़के पीटर नवारो
वहीं पीटर नवारो ने एक बार फिर भारत पर निशाना साधा है। नवारो लगातार एक्स पर भारत से जुड़े दावों को लेकर फैक्ट-चेक का सामना कर रहे हैं। इसके बावजूद उन्होंने पीछे हटने के बजाय भारत पर ही अपने ऑनलाइन पोल को प्रभावित करने का आरोप लगाया। नवारो ने एक्स पर लिखा, 'भारत की आबादी दुनिया में सबसे ज्यादा है और यह सिर्फ कुछ लाख प्रचारकों को तैनात कर सकता है जो मेरे पोल को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं? यह बहुत मजेदार है। अमेरिका को देखना चाहिए कि कैसे विदेशी ताकतें हमारे सोशल मीडिया का इस्तेमाल अपने एजेंडे के लिए कर रही हैं।'
भारतीय तेल खरीद पर फिर निशाना
नवारो की यह प्रतिक्रिया उस विवाद के बाद आई जब उन्हें रूस से भारत की तेल खरीद को लेकर किए गए झूठे दावे पर कम्युनिटी नोट के जरिए सही जानकारी दी गई। उन्होंने इस कम्युनिटी नोट को कचरा करार दिया और एलन मस्क पर प्रोपेगेंडा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। नवारो ने पहले भी आरोप लगाया था कि भारत रूस से सस्ता तेल खरीदकर उसे महंगे दामों पर बेचकर फायदा कमा रहा है। उन्होंने यह भी कहा था कि भारत की टैरिफ नीतियों की वजह से अमेरिकी लोगों की नौकरियां जा रही हैं।
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क्या हैं पोल के नतीजे?
बता दें कि, पीटर नवारो ने एक्स पर एक पोल चलाया जिसमें उन्होंने पूछा कि क्या एक्स को ऐसे 'झूठे दावों' को विविध विचारों के तौर पर पेश करना चाहिए। इस पोल में कुल 56175 वोटों में से 75% ने 'हां' में वोट दिया और 17% ने 'नहीं' कहा। जबकि सात फीसदी ने 'बिल्कुल नहीं, यह शर्मनाक है' चुना।
पीटर नवारो का लगातार विवादित बयान
हाल के महीनों में नवारो ने भारत पर कई बार विवादित बयान दिए हैं। उन्होंने भारत को क्रेमलिन के लिए मनी लॉन्ड्री का अड्डा बताया था। यहां तक कि उन्होंने जातिवादी टिप्पणी करते हुए कहा कि 'ब्राह्मण रूस-यूक्रेन युद्ध से मुनाफा कमा रहे हैं।' नवारो की लगातार भड़काऊ टिप्पणियों के कारण एक्स की तरफ से उनके पोस्ट को बार-बार फैक्ट-चेक किया जा रहा हैं, लेकिन वह इन्हें मानने के बजाय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और भारत दोनों पर आरोप लगा रहे हैं।