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नेपाल: पूर्व पीएम ओली तीसरी बार पार्टी अध्यक्ष का जीता पद, 1663 वोट मिले; ईश्वर पोखरेल को 564 मत
अमर उजाला ब्यूरो
Published by: लव गौर
Updated Fri, 19 Dec 2025 04:39 AM IST
सार
नेपाल के पूर्व पीएम ओली ने तीसरी बार पार्टी अध्यक्ष का पद जीता है। उन्हें कुल 1663 वोट मिले, जबकि उनके सामने चुनाव लड़ रहे ईश्वर पोखरेल को 564 मत मिले।
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केपी शर्मा ओली, नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री
- फोटो : ANI
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विस्तार
नेपाल के पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली ने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल- यूनिफाइड मार्क्सिस्ट लेनिनिस्ट (सीपीएन-यूएमएल) के 11वें सम्मेलन में लगातार तीसरी बार पार्टी अध्यक्ष का पद जीता। ओली को 1663 वोट मिले, जबकि प्रतिद्वंद्वी ईश्वर पोखरेल को 564 मत ही मिले। कुल मतदान 98.40% दर्ज किया गया।
ओली के करीबी शंकर पोखरेल दूसरी बार महासचिव पद के लिए चुनाव लड़े। ओली के पैनल से पोखरेल दूसरी बार पार्टी के महासचिव चुने गए। उन्होंने पूर्व वित्त मंत्री सुरेंद्र पांडे को हराया। ओली-पोखरेल ने अपने प्रत्याशियों के पैनल तैयार किए।
ओली पैनल से 17 पदाधिकारी
पार्टी के 19 पदाधिकारियों में से 17 ओली के पैनल से चुने गए, जबकि दो पोखरेल के पैनल से चुने गए। पृथ्वी सुब्बा गुरुंग, बिष्णु पौडेल, रघुजी पंत, राम बहादुर थापा और गोकर्ण बिष्टा उपाध्यक्ष पद के लिए चुने गए हैं। इसी प्रकार, तीन उप महासचिवों में से राज भट्टा और रघुबीर महासेठ - भी ओली की टीम से हैं।
ईवीएम से हुए चुनाव
सीपीएन-यूएमएल के भीतर 11वें महाधिवेशन में बुधवार को मतदान शुरू हुआ। मतदान प्रक्रिया सोमवार से कई बार स्थगित होने के बाद शुरू हुई, जो तकनीकी गड़बड़ी के कारण एक घंटे देरी से शुरू हुई। पार्टी के चुनाव ईवीएम से हुए हैं। अध्यक्ष पद पर ओली को वरिष्ठ नेता ईश्वर पोखरेल से चुनौती मिली।
ये भी पढ़ें: Nepal: भारत-नेपाल संबंधों के लिए अच्छी खबर, हिमालयी देश में भारतीय नोटों पर लगा प्रतिबंध हटा; जानिए इसका फायदा
बता दें, प्रधानमंत्री कार्की ने 12 सितंबर को शपथ ली थी। इसके तीन दिन पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को जेन-जी के नेतृत्व में हुए बड़े आंदोलन के बाद इस्तीफा देना पड़ा था। शपथ के तुरंत बाद राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने प्रतिनिधि सभा को भंग कर 5 मार्च 2026 को नए चुनाव कराने की घोषणा की थी।
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ओली के करीबी शंकर पोखरेल दूसरी बार महासचिव पद के लिए चुनाव लड़े। ओली के पैनल से पोखरेल दूसरी बार पार्टी के महासचिव चुने गए। उन्होंने पूर्व वित्त मंत्री सुरेंद्र पांडे को हराया। ओली-पोखरेल ने अपने प्रत्याशियों के पैनल तैयार किए।
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ओली पैनल से 17 पदाधिकारी
पार्टी के 19 पदाधिकारियों में से 17 ओली के पैनल से चुने गए, जबकि दो पोखरेल के पैनल से चुने गए। पृथ्वी सुब्बा गुरुंग, बिष्णु पौडेल, रघुजी पंत, राम बहादुर थापा और गोकर्ण बिष्टा उपाध्यक्ष पद के लिए चुने गए हैं। इसी प्रकार, तीन उप महासचिवों में से राज भट्टा और रघुबीर महासेठ - भी ओली की टीम से हैं।
ईवीएम से हुए चुनाव
सीपीएन-यूएमएल के भीतर 11वें महाधिवेशन में बुधवार को मतदान शुरू हुआ। मतदान प्रक्रिया सोमवार से कई बार स्थगित होने के बाद शुरू हुई, जो तकनीकी गड़बड़ी के कारण एक घंटे देरी से शुरू हुई। पार्टी के चुनाव ईवीएम से हुए हैं। अध्यक्ष पद पर ओली को वरिष्ठ नेता ईश्वर पोखरेल से चुनौती मिली।
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बता दें, प्रधानमंत्री कार्की ने 12 सितंबर को शपथ ली थी। इसके तीन दिन पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को जेन-जी के नेतृत्व में हुए बड़े आंदोलन के बाद इस्तीफा देना पड़ा था। शपथ के तुरंत बाद राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने प्रतिनिधि सभा को भंग कर 5 मार्च 2026 को नए चुनाव कराने की घोषणा की थी।