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Israel: प्रधानमंत्री नेतन्याहू का एलान- इस्राइल संघर्ष विराम की समय सीमा तक लेबनान से वापस नहीं बुलाएगा सेना

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, यरूशलेम Published by: राहुल कुमार Updated Sat, 25 Jan 2025 10:03 AM IST
सार

नेतन्याहू ने कहा कि युद्धविराम समझौते के अनुसार सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया 60 दिनों के बाद भी जारी रह सकती है। उन्होंने कहा कि लेबनान की सरकार ने भी अभी तक पूरी तरह से सैनिकों को वापस नहीं बुलाया है।

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PM Netanyahu suggests Israel might not complete its withdrawal from Lebanon by ceasefire deadline
इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू - फोटो : ANI
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विस्तार
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प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को कहा कि इस्राइल हिजबुल्ला के साथ हुए युद्ध विराम की निर्धारित समय सीमा तक लेबनान से अपनी सभी सेनाओं को वापस नहीं बुलाएगा। नवंबर में हुए समझौते के अनुसार इस्राइल को रविवार तक लेबनान से अपनी सेना वापस बुला लेनी चाहिए थी। हिजबुल्ला के आतंकवादियों को लिटानी नदी के उत्तर में वापस जाना होगा, और लेबनानी सशस्त्र बल संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों के साथ दक्षिणी लेबनान में बफर ज़ोन में गश्त करेंगे।
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इस्राइल का दावा- लेबनान की सरकार ने भी अभी तक नहीं हटाएं हैं सैनिक
नेतन्याहू ने कहा कि युद्धविराम समझौते के अनुसार सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया 60 दिनों के बाद भी जारी रह सकती है। उन्होंने कहा कि लेबनान की सरकार ने भी अभी तक पूरी तरह से सैनिकों को वापस नहीं बुलाया है। इस मुद्दे पर इस्राइली अधिकारी, अमेरिकी अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे हैं। इस्राइल और लेबनान के बीच हुए युद्धविराम समझौते की मध्यस्थता अमेरिका ने ही की थी। अब अमेरिका युद्धविराम समझौते में विस्तार की वकालत कर रहा है। वहीं लेबनान सरकार का कहना है कि जब तक इस्राइली सैनिक पीछे नहीं हटते हैं, तब तक वे अपने सैनिकों को नहीं भेज सकते। वहीं हिजबुल्ला ने भी कहा है कि अगर इस्राइल ने समझौते के तहत लेबनान से अपने सैनिकों को वापस नहीं बुलाया तो वे भी इस्राइल के खिलाफ लड़ाई फिर शुरू कर सकते हैं। 
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फलस्तीनियों के समर्थन में हिजबुल्ला ने इस्राइल पर किए थे हमले
7 अक्तूबर 2023 को हमास ने इस्राइल पर हमला किया था। इसके जवाब में इस्राइल ने गाजा पर हमले शुरू किए तो लेबनान से हिजबुल्ला ने हमास के समर्थन में इस्राइल पर रॉकेट हमले शुरू कर दिए थे। हिजबुल्ला और हमास दोनों ही ईरान के सहयोगी संगठन हैं। गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही के बाद इस्राइल ने बीते साल सितंबर में लेबनान में हिजबुल्ला के ठिकानों पर भी हमले किए। इस्राइल के हमलों में हिजबुल्ला को बड़ा नुकसान हुआ और इसके सभी शीर्ष नेता मारे गए। इस्राइली सेना ने लेबनान में अपनी सेना भी उतारी और जमीनी हमले भी किए। इस्राइली हमलों में लेबनान में चार हजार से ज्यादा लोग मारे गए। इनमें सैंकड़ों आम नागरिक भी शामिल हैं। इस लड़ाई के चलते करीब 10 लाख लोग विस्थापित भी हुए।

हिजबुल्ला के हमलों के चलते भी उत्तरी इस्राइल में रह रहे करीब साठ हजार लोगों को विस्थापित होना पड़ा था। हिजबुल्ला के हमलों में इस्राइल के 76 लोग मारे गए थे। इनमें 31 सैनिक भी शामिल हैं। लेबनान में जमीनी हमले के दौरान भी करीब 50 इस्राइली सैनिक मारे जा चुके हैं।   

 
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