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Poland: रूसी ड्रोन घुसपैठ के बाद पोलैंड अलर्ट, PM टस्क बोले- सेना को और मजबूत करेंगे; US ने भी दी प्रतिक्रिया
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वारसॉ
Published by: हिमांशु चंदेल
Updated Thu, 11 Sep 2025 03:27 PM IST
सार
रूसी ड्रोन के पोलैंड की सीमा में घुसने के बाद प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने सेना के बड़े आधुनिकीकरण कार्यक्रम की घोषणा की। पोलैंड अगले साल अमेरिका से एफ-35 लड़ाकू विमान हासिल करेगा। नाटो और पोलिश सैनिकों ने तुरंत कार्रवाई की, जबकि यूरोपीय संघ ने इसे गेम चेंजर बताया। इस मामले में ट्रंप ने भी प्रतिक्रिया दी।
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पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क (फाइल)
- फोटो : एएनआई-रॉयटर्स
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विस्तार
वारसॉ में हाल ही में हुए घटनाक्रम ने पूरे यूरोप की सुरक्षा चिंताओं को गहरा कर दिया है। बुधवार को रूसी ड्रोन पोलैंड की सीमा में घुस आए, जिसके बाद प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने सेना के लिए बड़े पैमाने पर आधुनिकीकरण योजना लागू करने का एलान किया। टस्क ने कहा कि देश को आसमान से सुरक्षित करने के लिए हर जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
रूसी ड्रोन की यह घुसपैठ उस समय हुई जब रूस ने यूक्रेन पर लगातार हमले तेज कर दिए हैं। यूरोपीय अधिकारियों ने इसे जानबूझकर की गई उत्तेजना बताया। उनका कहना है कि यह घटना तीन साल से जारी युद्ध को और व्यापक संघर्ष में बदलने की आशंका बढ़ा रही है।
पोलैंड ने लगाए प्रतिबंध
घटना के बाद पोलिश एयर नेविगेशन एजेंसी ने देश के पूर्वी हिस्से में हवाई यातायात पर रोक लगा दी। यह कदम सेना के अनुरोध पर उठाया गया। वहीं, गुरुवार मध्यरात्रि से पोलैंड ने बेलारूस के साथ अपनी सीमा बंद करने का भी फैसला किया है। बताया गया कि कुछ ड्रोन बेलारूस की दिशा से आए थे, जहां रूसी और स्थानीय सैनिक सैन्य अभ्यास की तैयारी कर रहे हैं।
ये भी पढ़ें- 9/11 Attack: अमेरिका में आतंकी हमले की 24वीं बरसी, देशभर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम; जानें उस दिन क्या हुआ था
सेना और नाटो की तत्परता
टस्क ने लास्क एयरबेस पर पोलिश सैनिकों को संबोधित किया और उनकी तेजी से की गई कार्रवाई की सराहना की। उन्होंने नाटो के सहयोगी नीदरलैंड की सेना का भी आभार जताया, जिन्होंने समय रहते प्रतिक्रिया दी। इस कार्रवाई से साबित हुआ कि नाटो और पोलैंड क्षेत्रीय खतरों से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क हैं।
एफ-35 विमानों से मिलेगी ताकत
पोलैंड अगले साल अमेरिका से अपने पहले एफ-35 लड़ाकू विमान हासिल करेगा। 2030 तक कुल 32 विमानों की डिलीवरी होगी। टस्क ने कहा कि इन विमानों से देश की हवाई सुरक्षा मजबूत होगी और नाटो की सामूहिक रक्षा क्षमताओं में भी इजाफा होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि मई 2025 तक पहली खेप पोलैंड पहुंच जाएगी।
ये भी पढ़ें- गोली चलते ही मचा हड़ंकप...; जानें ट्रंप के वफादार चार्ली की हत्या के पीछे की पूरी कहानी, हमलावर अब भी फरार
अमेरिका और यूरोप की प्रतिक्रिया
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस घुसपैठ पर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रूस ने पोलैंड की हवाई सीमा का उल्लंघन किया? उन्होंने पिछले हफ्ते पोलिश राष्ट्रपति कारो नावरॉकी से मुलाकात में भरोसा दिलाया था कि अमेरिका क्षेत्र में मजबूत सैन्य उपस्थिति बनाए रखेगा। वहीं, यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख काया कैलास ने कहा कि रूस का युद्ध अब बढ़ रहा है और यह नाटो के लिए गेम चेंजर है।
रूस ने 2022 में यूक्रेन पर हमले के बाद से कई बार पोलैंड के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है। लेकिन इस बार का पैमाना अभूतपूर्व है और पहली बार किसी नाटो देश के क्षेत्र पर इतनी गंभीर चुनौती सामने आई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना रूस की मंशा को स्पष्ट करती है कि वह न केवल यूक्रेन बल्कि नाटो की दृढ़ता को भी परखना चाहता है।
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रूसी ड्रोन की यह घुसपैठ उस समय हुई जब रूस ने यूक्रेन पर लगातार हमले तेज कर दिए हैं। यूरोपीय अधिकारियों ने इसे जानबूझकर की गई उत्तेजना बताया। उनका कहना है कि यह घटना तीन साल से जारी युद्ध को और व्यापक संघर्ष में बदलने की आशंका बढ़ा रही है।
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पोलैंड ने लगाए प्रतिबंध
घटना के बाद पोलिश एयर नेविगेशन एजेंसी ने देश के पूर्वी हिस्से में हवाई यातायात पर रोक लगा दी। यह कदम सेना के अनुरोध पर उठाया गया। वहीं, गुरुवार मध्यरात्रि से पोलैंड ने बेलारूस के साथ अपनी सीमा बंद करने का भी फैसला किया है। बताया गया कि कुछ ड्रोन बेलारूस की दिशा से आए थे, जहां रूसी और स्थानीय सैनिक सैन्य अभ्यास की तैयारी कर रहे हैं।
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सेना और नाटो की तत्परता
टस्क ने लास्क एयरबेस पर पोलिश सैनिकों को संबोधित किया और उनकी तेजी से की गई कार्रवाई की सराहना की। उन्होंने नाटो के सहयोगी नीदरलैंड की सेना का भी आभार जताया, जिन्होंने समय रहते प्रतिक्रिया दी। इस कार्रवाई से साबित हुआ कि नाटो और पोलैंड क्षेत्रीय खतरों से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क हैं।
एफ-35 विमानों से मिलेगी ताकत
पोलैंड अगले साल अमेरिका से अपने पहले एफ-35 लड़ाकू विमान हासिल करेगा। 2030 तक कुल 32 विमानों की डिलीवरी होगी। टस्क ने कहा कि इन विमानों से देश की हवाई सुरक्षा मजबूत होगी और नाटो की सामूहिक रक्षा क्षमताओं में भी इजाफा होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि मई 2025 तक पहली खेप पोलैंड पहुंच जाएगी।
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अमेरिका और यूरोप की प्रतिक्रिया
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस घुसपैठ पर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रूस ने पोलैंड की हवाई सीमा का उल्लंघन किया? उन्होंने पिछले हफ्ते पोलिश राष्ट्रपति कारो नावरॉकी से मुलाकात में भरोसा दिलाया था कि अमेरिका क्षेत्र में मजबूत सैन्य उपस्थिति बनाए रखेगा। वहीं, यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख काया कैलास ने कहा कि रूस का युद्ध अब बढ़ रहा है और यह नाटो के लिए गेम चेंजर है।
रूस ने 2022 में यूक्रेन पर हमले के बाद से कई बार पोलैंड के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है। लेकिन इस बार का पैमाना अभूतपूर्व है और पहली बार किसी नाटो देश के क्षेत्र पर इतनी गंभीर चुनौती सामने आई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना रूस की मंशा को स्पष्ट करती है कि वह न केवल यूक्रेन बल्कि नाटो की दृढ़ता को भी परखना चाहता है।