{"_id":"694c99675822de073c0644bd","slug":"taiwan-detects-six-chinese-aircraft-eight-naval-vessels-one-ship-around-nation-2025-12-25","type":"story","status":"publish","title_hn":"Taiwan-China Row: ताइवान के आसपास नहीं थम रही चीन की सैन्य गतिविधियां, छह चीनी विमान और आठ युद्धपोत दिखे","category":{"title":"World","title_hn":"दुनिया","slug":"world"}}
Taiwan-China Row: ताइवान के आसपास नहीं थम रही चीन की सैन्य गतिविधियां, छह चीनी विमान और आठ युद्धपोत दिखे
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, ताइपे
Published by: पवन पांडेय
Updated Thu, 25 Dec 2025 07:24 AM IST
सार
Taiwan-China Row: चीन की तरफ से ताइवान के आस-पास सैन्य गतिविधियां तेज कर दी गई हैं। ताइवान के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, गुरुवार को तड़के सुबह करीब 15 विमान, नौसैनिक जहाज के साथ-साथ एक सरकारी जहाज की मौजूदगी उसकी सीमा के पास दिखी है।
विज्ञापन
सांकेतिक तस्वीर
- फोटो : ANI
विज्ञापन
विस्तार
ताइवान की समुद्री सीमा के आस-पास चीन की सैन्य गतिविधियां लगातार जारी है, ताइवान के रक्षा मंत्रालय (एमएनडी) ने गुरुवार सुबह छह बजे तक ताइवान के आसपास चीन की बढ़ती सैन्य गतिविधियों का पता लगाया है। मंत्रालय के अनुसार, इस दौरान चीन के छह सैन्य विमानों, आठ नौसैनिक जहाजों और एक सरकारी जहाज की मौजूदगी दर्ज की गई।
यह भी पढ़ें - Epstein Files: 'दस्तावेज जारी करने के लिए 'कुछ और सप्ताह' की जरूरत', न्याय विभाग का बयान
दो विमानों ने पार की एडीआईजेड
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इन छह विमानों में से दो विमान ताइवान और चीन के बीच मानी जाने वाली मध्य रेखा (मीडियन लाइन) को पार कर गए और ताइवान के उत्तरी तथा दक्षिण-पश्चिमी एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन जोन (एडीआईजेड) में दाखिल हुए। मंत्रालय ने कहा कि स्थिति पर लगातार नजर रखी गई और आवश्यक जवाबी कदम उठाए गए।
इससे एक दिन पहले, बुधवार को भी ताइवान ने इसी तरह की गतिविधियों की जानकारी दी थी। उस दिन पांच चीनी सैन्य विमान, आठ नौसैनिक जहाज और एक सरकारी जहाज ताइवान के आसपास पाए गए थे। इनमें से एक विमान ने मीडियन लाइन पार कर ताइवान के एडीआईजेड में प्रवेश किया था। ताइवान का कहना है कि चीन की ये गतिविधियां उसकी सुरक्षा के लिए चिंता का विषय हैं और वह हर हाल में अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए सतर्क है।
पेंटागन रिपोर्ट में चीन की विस्तारवादी सोच पर चिंता
इसी बीच, अमेरिका के रक्षा मंत्रालय (पेंटागन) की एक रिपोर्ट, जो अमेरिकी संसद को सौंपी गई है, ने चीन की व्यापक रणनीति को लेकर गंभीर चिंता जताई है। रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने भारत के अरुणाचल प्रदेश को भी अपने तथाकथित मुख्य हितों में शामिल कर लिया है।
यह भी पढ़ें - US: भारत के राजदूत क्वात्रा ने अमेरिकी समकक्ष सर्जियो गोर से की मुलाकात, ट्रंप के आवास मार-ए-लागो पर हुई बैठक
दक्षिण चीन सागर, सेंकाकू द्वीप समूह पर चीन की नजर
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन के 'मुख्य हितों' में अब ताइवान, दक्षिण चीन सागर के समुद्री विवाद, सेंकाकू द्वीप समूह और भारत का अरुणाचल प्रदेश शामिल हैं। चीन का लक्ष्य 2049 तक 'चीनी राष्ट्र के महान पुनरुत्थान' को हासिल करना बताया गया है। चीनी अधिकारियों का कहना है कि ताइवान समेत विवादित क्षेत्रों का एकीकरण उनके लिए राष्ट्रीय पुनरुत्थान की 'स्वाभाविक आवश्यकता' है। इससे एशिया-प्रशांत क्षेत्र में तनाव और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
Trending Videos
यह भी पढ़ें - Epstein Files: 'दस्तावेज जारी करने के लिए 'कुछ और सप्ताह' की जरूरत', न्याय विभाग का बयान
विज्ञापन
विज्ञापन
दो विमानों ने पार की एडीआईजेड
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इन छह विमानों में से दो विमान ताइवान और चीन के बीच मानी जाने वाली मध्य रेखा (मीडियन लाइन) को पार कर गए और ताइवान के उत्तरी तथा दक्षिण-पश्चिमी एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन जोन (एडीआईजेड) में दाखिल हुए। मंत्रालय ने कहा कि स्थिति पर लगातार नजर रखी गई और आवश्यक जवाबी कदम उठाए गए।
इससे एक दिन पहले, बुधवार को भी ताइवान ने इसी तरह की गतिविधियों की जानकारी दी थी। उस दिन पांच चीनी सैन्य विमान, आठ नौसैनिक जहाज और एक सरकारी जहाज ताइवान के आसपास पाए गए थे। इनमें से एक विमान ने मीडियन लाइन पार कर ताइवान के एडीआईजेड में प्रवेश किया था। ताइवान का कहना है कि चीन की ये गतिविधियां उसकी सुरक्षा के लिए चिंता का विषय हैं और वह हर हाल में अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए सतर्क है।
पेंटागन रिपोर्ट में चीन की विस्तारवादी सोच पर चिंता
इसी बीच, अमेरिका के रक्षा मंत्रालय (पेंटागन) की एक रिपोर्ट, जो अमेरिकी संसद को सौंपी गई है, ने चीन की व्यापक रणनीति को लेकर गंभीर चिंता जताई है। रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने भारत के अरुणाचल प्रदेश को भी अपने तथाकथित मुख्य हितों में शामिल कर लिया है।
यह भी पढ़ें - US: भारत के राजदूत क्वात्रा ने अमेरिकी समकक्ष सर्जियो गोर से की मुलाकात, ट्रंप के आवास मार-ए-लागो पर हुई बैठक
दक्षिण चीन सागर, सेंकाकू द्वीप समूह पर चीन की नजर
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन के 'मुख्य हितों' में अब ताइवान, दक्षिण चीन सागर के समुद्री विवाद, सेंकाकू द्वीप समूह और भारत का अरुणाचल प्रदेश शामिल हैं। चीन का लक्ष्य 2049 तक 'चीनी राष्ट्र के महान पुनरुत्थान' को हासिल करना बताया गया है। चीनी अधिकारियों का कहना है कि ताइवान समेत विवादित क्षेत्रों का एकीकरण उनके लिए राष्ट्रीय पुनरुत्थान की 'स्वाभाविक आवश्यकता' है। इससे एशिया-प्रशांत क्षेत्र में तनाव और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get latest World News headlines in Hindi related political news, sports news, Business news all breaking news and live updates. Stay updated with us for all latest Hindi news.
विज्ञापन
विज्ञापन