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S Jaishankar: एकीकृत वैश्विक कार्यस्थल की ओर तेजी से बढ़ रही है दुनिया, ऑस्ट्रेलिया में बोले जयशंकर
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, सिडनी
Published by: शुभम कुमार
Updated Fri, 08 Nov 2024 05:17 AM IST
सार
विदेश मंत्री एस जयशंकर अभी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हैं। उन्होंने वहां सीईओ और व्यापारिक नेताओं के साथ एक बैठक के दौरान कहा कि अमेरिका सहित कई देशों को आव्रजन और आवाजाही में अंतर करना होगा
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एस. जयशंकर, विदेश मंत्री
- फोटो : ANI
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विस्तार
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि दुनिया अधिक एकीकृत वैश्विक कार्यस्थल की ओर बढ़ रही है। इससे अमेरिका सहित कई देशों को आव्रजन और आवाजाही में अंतर करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। ऑस्ट्रेलिया में सीईओ और व्यापारिक नेताओं के साथ एक बैठक के दौरान प्रतिभा और कौशल की गतिशीलता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, कॉरपोरेट्स को तय करना होगा कि प्रतिभा व्यवसाय में जाएगी या व्यवसाय प्रतिभा के पास जाएगा।
ऑस्ट्रेलिया गए जयशंकर ने यहां के सीईओ और व्यापारिक नेताओं से तकनीकी परिवर्तनों के अलावा वैश्वीकरण और वर्तमान वास्तुकला के पुनर्मूल्यांकन पर विचार रखे। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि दुनिया की जनसांख्यिकीय असमानता हमें परेशान करने लगी है। हम, अगले कुछ वर्षों में, बहुत अधिक एकीकृत विश्व स्तर की ओर बढ़ेंगे। उन्होंने भारत की प्राथमिकताओं पर कहा, हमारे पास लगभग 1,800 वैश्विक क्षमता केंद्र हैं, जो 150 अरब डॉलर के विशेषज्ञ पैदा करते हैं।
एक-दूसरे का विकास में सहयोग आवश्यक
विदेश मंत्री ने सीईओ-व्यापार जगत की प्रमुख हस्तियों से एक-दूसरे के विकास के लिए सहयोग को जरूरी बताया। उन्होंने डिजिटल, बुनियादी ढांचे, विनिर्माण और कौशल में भारत में हो रहे अभूतपूर्व बदलावों पर चर्चा की और निवेश के लिए व्यापार जगत की हस्तियों को भारत आमंत्रित किया। उन्होंने कहा, हमारे मजबूत व्यापार और निवेश संबंध हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी के प्रमुख घटक हैं।
जयशंकर ने भारत की सुरक्षा चिंताओं पर की चर्चा
विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनकी ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वोंग ने विभिन्न भू-राजनीतिक मुद्दों, चल रहे संघर्षों और भारत की सुरक्षा चिंताओं पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा कि जयशंकर ने सिडनी में न्यू साउथ वेल्स संसद में प्रवासी समुदाय के सदस्यों, सांसदों और भारत के मित्रों से भी मुलाकात की।
जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया से मधुर रिश्तों में प्रवासियों के योगदान को भी सराहा। इस अवसर पर प्रवासी भारतीय बेहद उत्साहित नजर आए। जयशंकर ने भारत-ऑस्ट्रेलिया साझेदारी को बढ़ावा देने में सक्रिय योगदान के लिए भारतीय समुदाय को धन्यवाद दिया। उन्होंने सिडनी में एक स्वतंत्र थिंक टैंक लोवी इंस्टीट्यूट में विदेश मामलों और रणनीति विशेषज्ञों के साथ चर्चा में भी भाग लिया।
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ऑस्ट्रेलिया गए जयशंकर ने यहां के सीईओ और व्यापारिक नेताओं से तकनीकी परिवर्तनों के अलावा वैश्वीकरण और वर्तमान वास्तुकला के पुनर्मूल्यांकन पर विचार रखे। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि दुनिया की जनसांख्यिकीय असमानता हमें परेशान करने लगी है। हम, अगले कुछ वर्षों में, बहुत अधिक एकीकृत विश्व स्तर की ओर बढ़ेंगे। उन्होंने भारत की प्राथमिकताओं पर कहा, हमारे पास लगभग 1,800 वैश्विक क्षमता केंद्र हैं, जो 150 अरब डॉलर के विशेषज्ञ पैदा करते हैं।
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एक-दूसरे का विकास में सहयोग आवश्यक
विदेश मंत्री ने सीईओ-व्यापार जगत की प्रमुख हस्तियों से एक-दूसरे के विकास के लिए सहयोग को जरूरी बताया। उन्होंने डिजिटल, बुनियादी ढांचे, विनिर्माण और कौशल में भारत में हो रहे अभूतपूर्व बदलावों पर चर्चा की और निवेश के लिए व्यापार जगत की हस्तियों को भारत आमंत्रित किया। उन्होंने कहा, हमारे मजबूत व्यापार और निवेश संबंध हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी के प्रमुख घटक हैं।
जयशंकर ने भारत की सुरक्षा चिंताओं पर की चर्चा
विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनकी ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वोंग ने विभिन्न भू-राजनीतिक मुद्दों, चल रहे संघर्षों और भारत की सुरक्षा चिंताओं पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा कि जयशंकर ने सिडनी में न्यू साउथ वेल्स संसद में प्रवासी समुदाय के सदस्यों, सांसदों और भारत के मित्रों से भी मुलाकात की।
जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया से मधुर रिश्तों में प्रवासियों के योगदान को भी सराहा। इस अवसर पर प्रवासी भारतीय बेहद उत्साहित नजर आए। जयशंकर ने भारत-ऑस्ट्रेलिया साझेदारी को बढ़ावा देने में सक्रिय योगदान के लिए भारतीय समुदाय को धन्यवाद दिया। उन्होंने सिडनी में एक स्वतंत्र थिंक टैंक लोवी इंस्टीट्यूट में विदेश मामलों और रणनीति विशेषज्ञों के साथ चर्चा में भी भाग लिया।