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Road Safety: सात मिनट की डिलीवरी पर सवाल, सड़क सुरक्षा को लेकर केरल ने ब्लिंकिट, स्विगी, जेप्टो को दी चेतावनी
ऑटो डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: अमर शर्मा
Updated Wed, 24 Dec 2025 10:27 PM IST
सार
केरल मोटर व्हीकल्स डिपार्टमेंट ने बड़े क्विक-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स को अपनी डिलीवरी पॉलिसी में बदलाव करने के लिए नोटिस जारी किया है। क्योंकि उनके राइडर्स के बीच ट्रैफिक नियम तोड़ने और लापरवाही से गाड़ी चलाने की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी गई है।
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Zepto
- फोटो : Zepto
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विस्तार
केरल में तेजी से बढ़ रही क्विक-कॉमर्स सेवाओं को लेकर अब सड़क सुरक्षा के मोर्चे पर चिंता गहराने लगी है। राज्य के मोटर वाहन विभाग (एमवीडी) ने ब्लिंकिट, स्विगी, जेप्टो और बिगबास्केट जैसे प्रमुख क्विक-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स को नोटिस जारी कर उनकी डिलीवरी नीतियों में तत्काल बदलाव करने को कहा है। विभाग का कहना है कि बेहद कम समय में डिलीवरी के वादों की वजह से सड़कों पर ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन और लापरवाह ड्राइविंग के मामले बढ़े हैं।
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15 दिन में नीतियां सुधारने का अल्टीमेटम
एमवीडी द्वारा यह नोटिस डार्क स्टोर्स और प्लेटफॉर्म ऑपरेटर्स को भेजे गए हैं। विभाग ने साफ तौर पर निर्देश दिया है कि सभी कंपनियां अपनी आंतरिक नीतियों को सड़क सुरक्षा नियमों के अनुरूप बनाएं और 15 दिनों के भीतर इसका पालन सुनिश्चित करें। विभाग ने चेतावनी दी है कि तय समयसीमा में सुधार नहीं होने पर संबंधित प्लेटफॉर्म्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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एमवीडी द्वारा यह नोटिस डार्क स्टोर्स और प्लेटफॉर्म ऑपरेटर्स को भेजे गए हैं। विभाग ने साफ तौर पर निर्देश दिया है कि सभी कंपनियां अपनी आंतरिक नीतियों को सड़क सुरक्षा नियमों के अनुरूप बनाएं और 15 दिनों के भीतर इसका पालन सुनिश्चित करें। विभाग ने चेतावनी दी है कि तय समयसीमा में सुधार नहीं होने पर संबंधित प्लेटफॉर्म्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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Flipkart and Blinkit
- फोटो : अमर उजाला
अल्ट्रा-फास्ट डिलीवरी बनी खतरे की वजह
मोटर वाहन विभाग के मुताबिक, सात या बीस मिनट में डिलीवरी जैसे वादे सड़क पर असुरक्षित व्यवहार को बढ़ावा दे रहे हैं। विभाग का कहना है कि इस तरह की अल्ट्रा-फास्ट डिलीवरी का दबाव डिलीवरी राइडर्स को तेज रफ्तार और जोखिम भरे तरीके से वाहन चलाने के लिए मजबूर कर रहा है। जिससे दुर्घटनाओं की आशंका कई गुना बढ़ जाती है।
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मोटर वाहन विभाग के मुताबिक, सात या बीस मिनट में डिलीवरी जैसे वादे सड़क पर असुरक्षित व्यवहार को बढ़ावा दे रहे हैं। विभाग का कहना है कि इस तरह की अल्ट्रा-फास्ट डिलीवरी का दबाव डिलीवरी राइडर्स को तेज रफ्तार और जोखिम भरे तरीके से वाहन चलाने के लिए मजबूर कर रहा है। जिससे दुर्घटनाओं की आशंका कई गुना बढ़ जाती है।
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स्पीडिंग और हेलमेट न पहनना आम उल्लंघन
एमवीडी ने अपनी जांच में पाया कि डिलीवरी राइडर्स के बीच ओवरस्पीडिंग, लापरवाह ड्राइविंग और हेलमेट जैसे सुरक्षा उपकरणों को न पहनना सबसे आम उल्लंघन हैं। विभाग के अनुसार, इन कारणों से न सिर्फ राइडर्स की जान खतरे में पड़ती है, बल्कि अन्य सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए भी डर का माहौल बन जाता है। कई वाहन चालक डिलीवरी राइडर्स से दूरी बनाए रखने की कोशिश करते हैं ताकि किसी संभावित हादसे से बचा जा सके।
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एमवीडी ने अपनी जांच में पाया कि डिलीवरी राइडर्स के बीच ओवरस्पीडिंग, लापरवाह ड्राइविंग और हेलमेट जैसे सुरक्षा उपकरणों को न पहनना सबसे आम उल्लंघन हैं। विभाग के अनुसार, इन कारणों से न सिर्फ राइडर्स की जान खतरे में पड़ती है, बल्कि अन्य सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए भी डर का माहौल बन जाता है। कई वाहन चालक डिलीवरी राइडर्स से दूरी बनाए रखने की कोशिश करते हैं ताकि किसी संभावित हादसे से बचा जा सके।
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Swiggy
- फोटो : Swiggy
कमाई और समय का दबाव बना रहा जोखिम
विभाग ने यह भी कहा कि डिलीवरी कर्मियों पर ज्यादा ऑर्डर जल्दी पूरे करने का लगातार दबाव रहता है। जल्दी डिलीवरी करने से उन्हें अधिक कमाई और अगला ऑर्डर तुरंत मिलने की उम्मीद रहती है। इसी वजह से कई बार राइडर्स ट्रैफिक नियमों की अनदेखी कर देते हैं। एमवीडी का मानना है कि प्लेटफॉर्म्स द्वारा तय की गई अव्यावहारिक समय-सीमाएं और आक्रामक मार्केटिंग रणनीतियां सड़क सुरक्षा से समझौता कर रही हैं।
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जिम्मेदार व्यापार की जरूरत पर जोर
मोटर वाहन विभाग ने स्पष्ट किया है कि ऑनलाइन डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स को जिम्मेदार कारोबारी व्यवहार अपनाना होगा। सड़क सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन कराना न केवल कानूनी जिम्मेदारी है, बल्कि इससे हादसों को रोका जा सकता है और लोगों की जान बचाई जा सकती है। एमवीडी ने कहा कि तकनीक और सुविधा के नाम पर सड़क सुरक्षा से कोई समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा।
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