Brake Pads: सिरेमिक या सेमी-मेटैलिक, आपकी गाड़ी के लिए कौन सा ब्रेक पैड है बेस्ट?
गाड़ी की सुरक्षा और ब्रेकिंग परफॉरमेंस में ब्रेक पैड्स की भूमिका अहम होती है। आम ड्राइवर्स के लिए सबसे बड़ा कंफ्यूजन सिरेमिक और सेमी मेटैलिक ब्रेक पैड्स के बीच होता है। दोनों के अपने फायदे और सीमाएं हैं। आइए जानते हैं कि कौन सा ब्रेक पैड बेहतर है।
विस्तार
आजकल अधिकांश आधुनिक गाड़ियों में ऑर्गेनिक, सिरेमिक और सेमी-मेटैलिक ब्रेक पैड्स का इस्तेमाल होता है। रेसिंग या मोटरस्पोर्ट्स में 'कार्बन-सिरेमिक' पैड्स का भी इस्तेमाल होता है। क्योंकि वे बेहतरीन ब्रेकिंग पावर देते हैं, लेकिन वे बहुत महंगे होते हैं। आम ड्राइवरों के लिए मुख्य मुकाबला सिरेमिक और सेमी-मेटैलिक ब्रेक पैड्स के बीच होता है। इन दोनों में क्या अंतर है और आपको अपनी गाड़ी के लिए कौन सा चुनना चाहिए इस लेख में समझेंगे।
कीमत और प्रदर्शन में क्या अंतर है?
आमतौर पर सेमी-मेटैलिक पैड्स सिरेमिक की तुलना में सस्ते होते हैं और हाई-स्ट्रेस स्थितियों के लिए बेहतर माने जाते हैं। ये भारी ब्रेकिंग और टोइंग के दौरान अच्छा प्रदर्शन करते हैं क्योंकि ये गर्मी को बेहतर तरीके से सोखते हैं। दूसरी ओर सिरेमिक पैड्स आमतौर पर शांत होते हैं। ये लंबे समय तक चलते हैं और कम 'ब्रेक डस्ट' पैदा करते हैं। चुनाव इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी ड्राइविंग की आदतें कैसी हैं।
आपके लिए कौन सा पैड सही है?
अगर आप चाहते हैं कि आपके पहियों पर काली धूल न जमे और वे साफ दिखें तो सिरेमिक पैड्स बेहतर हैं। अगर आप अपना ज्यादातर समय शहर में सफर करने में बिताते हैं और एक स्मूथ और शोर-रहित राइड चाहते हैं, तो सिरेमिक ही चुनें। अगर आप बहुत ज्यादा ठंडे इलाकों में रहते हैं, अपनी कार से भारी सामान खींचते हैं या एग्रेसिव ड्राइविंग पसंद करते हैं, तो आपको सेमी-मेटैलिक ब्रेक पैड्स पर विचार करना चाहिए। ये थोड़े सस्ते भी पड़ते हैं।
ब्रेक पेडल का फील और कंट्रोल
सिरेमिक और सेमी-मेटैलिक पैड्स का 'ब्रेक फील' भी अलग-अलग होता है। सिरेमिक ब्रेक सिरेमिक फाइबर्स और अन्य मटीरियल से बनते हैं। पेडल दबाने पर ये कम दबते हैं, जिससे आपको ब्रेकिंग के दौरान एक कंसिस्टेंट फील मिलता है। सेमी-मेटैलिक भारी धातु के कणों से बने होते हैं। गर्मी को अच्छे से मैनेज करने के अलावा, ये पेडल पर मजबूत फील देते हैं। अगर आपके पास ट्रक या SUV जैसी भारी गाड़ी है, तो सेमी-मेटैलिक पैड्स समय के साथ बेहतर ब्रेकिंग परफॉरमेंस बनाए रखते हैं और जल्दी 'ब्रेक फेड' का शिकार नहीं होते।
मौसम का क्या असर पड़ता है?
बहुत ठंडे मौसम में सेमी-मेटैलिक पैड्स बाजी मार ले जाते हैं। इन्हें काम करने के लिए एक्स्ट्रा गर्मी की जरूरत नहीं होती। सामान्य मौसम या न्यूट्रल क्लाइमेट में, खासकर हाईवे ड्राइविंग के लिए, सिरेमिक पैड्स आसानी से काम करते हैं।
मेंटेनेंस कैसे करें?
ब्रेक रोटर्स पर असर भी एक बड़ा फैक्टर है। सिरेमिक ब्रेक्स को अगर सही तरीके से सेट न किया जाए तो ये रोटर्स में दरार आ सकती है, लेकिन ये कम घिसते हैं। सेमी-मेटैलिक थोड़े खुरदरे होते हैं, जिससे रोटर्स जल्दी घिस सकते हैं। साथ ही इनसे ज्यादा डस्ट निकलती है, इसलिए पहियों की सफाई जरूरी हो जाती है।
स्टडी क्या कहती है?
2021 की एक स्टडी (प्रोबलम्स ऑफ ट्राइबोलॉजी) के अनुसार, कम स्पीड पर सिरेमिक पैड्स में सेमी-मेटैलिक के मुकाबले 47% कम घिसावट देखी गई। लेकिन, भारी काम और हाई-स्पीड ब्रेकिंग में सेमी-मेटैलिक पैड्स बेहतर साबित हुए। स्टडी में पाया गया कि तेज स्पीड पर सिरेमिक पैड्स में सेमी-मेटैलिक के मुकाबले 11% ज्यादा घिसावट हुई।
ब्रेक पैड्स कब बदलें?
चाहे आप कोई भी पैड चुनें, गाड़ी को कभी भी ओवरलोड न करें। जितना ज्यादा वजन होगा, उतनी ही ज्यादा घिसावट आएगी। जब पैड्स की मोटाई 3 मिलीमीटर से कम हो जाए, तो उन्हें बदल देना चाहिए। अगर ब्रेक लगाने पर आवाज आए, गाड़ी रुकने में ज्यादा दूरी ले या पेडल में कंपन महसूस हो तो समझ जाइए कि पैड्स बदलने का समय आ गया है।