December Auto Sales: दिसंबर में कारों की बिक्री में बंपर उछाल, लेकिन टू-व्हीलर्स की रफ्तार सुस्त क्यों?
दिसंबर 2025 के VAHAN रजिस्ट्रेशन डाटा के अनुसार, भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर में सालाना आधार पर लगभग 9% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह ग्रोथ मुख्य रूप से पैसेंजर व्हीकल्स और कमर्शियल व्हीकल्स सेगमेंट की मजबूत मांग के कारण आई है।
विस्तार
इस साल का अंत ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए मिला-जुला रहा है। दिसंबर महीने के VAHAN रजिस्ट्रेशन डाटा के मुताबिक, ऑटो सेक्टर में सालाना आधार पर 9% (YoY) की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। हालांकि यह ग्रोथ मुख्य रूप से पैसेंजर व्हीकल्स (पीवी) और कमर्शियल व्हीकल्स (सीवी) के दम पर आई है। वहीं टू-व्हीलर सेगमेंट अभी भी संघर्ष करता नजर आ रहा है। आइए जानते हैं दिसंबर 2025 के ऑटो सेक्टर का पूरा हाल।
पैसेंजर और कमर्शियल व्हीकल्स में बंपर उछाल
दिसंबर में चार-पहिया वाहनों की मांग काफी मजबूत रही। पैसेंजर व्हीकल्स (पीवी) में पिछले साल के मुकाबले 15% की ग्रोथ देखने को मिल सकती है। इसकी मुख्य वजह SUVs (स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल्स) की लगातार बढ़ती डिमांड और सप्लाई चेन में सुधार है। कमर्शियल व्हीकल्स (सीवी) में इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च और माल ढुलाई में तेजी के कारण इस सेगमेंट में 16% की बढ़त का अनुमान है।
थ्री-व्हीलर्स बने 'स्टार परफॉर्मर'
इस महीने सबसे ज्यादा चौंकाने वाले आंकड़े थ्री-व्हीलर सेगमेंट से आए हैं। इस सेगमेंट में पिछले साल के मुकाबले लगभग 30% की जबरदस्त उछाल देखी गई है, जो इसे दिसंबर का सबसे बेहतरीन परफॉर्मिंग सेगमेंट बनाता है।
टू-व्हीलर्स की रिकवरी अभी भी धीमी
जहां कार और ट्रक बिक रहे हैं, वहीं दो-पहिया वाहनों की ग्रोथ सुस्त है। टू-व्हीलर रजिस्ट्रेशन में केवल 4% की मामूली बढ़त का अनुमान है। यह आंकड़े बताते हैं कि ग्रामीण भारत और मास-मार्केट में डिमांड अभी भी पूरी तरह से नहीं लौटी है।
कंपनियों का हाल
आयशर मोटर्स (रॉयल एनफील्ड) और टीवीएस मोटर ने बाजार से बेहतर प्रदर्शन किया है और अपना मार्केट शेयर बढ़ाया है। हीरो मोटोकॉर्प के रजिस्ट्रेशन में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं बजाज ऑटो का प्रदर्शन सपाट रहने की उम्मीद है। प्रीमियम मोटरसाइकिलों की बिक्री तो हो रही है लेकिन आम आदमी की कम्यूटर बाइक की डिमांड अभी भी कमजोर है।
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स का प्रदर्शन
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर (E2W) बाजार में कंपनियों के बीच का अंतर और गहरा हो गया है। एथर एनर्जी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 40% की ग्रोथ दर्ज की है। इसका कारण उनके बेहतर प्रोडक्ट और डीलरशिप का विस्तार है। दूसरी ओर ओला इलेक्ट्रिक के लिए मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। दिसंबर में उनके रजिस्ट्रेशन में सालाना आधार पर करीब 50% की भारी गिरावट का अनुमान है।