Brake Pads: कार में क्या होती है 'ग्लेजिंग' की समस्या? जानें इसे नजरअंदाज करना क्यों हो सकता है खतरनाक?
कार के ब्रेक पैड्स में 'ग्लेजिंग' की एक गंभीर लेकिन अक्सर नजरअंदाज की जाने वाली समस्या है। हम में से कई लोग हैं जिन्हें ये भी नहीं पता होता कि ब्रेक पैड में 'ग्लेजिंग' की समस्या क्या होती है? आज हम इस लेख में इन्हीं चीजों से पर्दा उठाएंगे।
विस्तार
अक्सर हम यह मान लेते हैं कि जब तक ब्रेक पैडल दब रहा है और कार रुक रही है, तब तक सब ठीक है। लेकिन, ब्रेक सिस्टम में 'ब्रेक पैड ग्लेजिंग' नाम की एक समस्या होती है। इसमें घर्षण पैदा करने वाला मटीरियल अपनी गर्मी की सीमा को पार कर जाता है और 'क्रिस्टलाइज' हो जाता है। आसान शब्दों में कहें तो, ब्रेक पैड्स की सतह खुरदरी होने के बजाय कांच की तरह सख्त, चिकनी और चमकदार हो जाती है। जिससे यह डिस्क को पकड़ने के बजाय उस पर फिसलने लगती है।
ब्रेक ग्लेजिंग के क्या संकेत हैं?
अगर आपके ब्रेक पैड्स 'ग्लेज्ड' हो चुके हैं, तो आप इसे कुछ संकेतों से पहचान सकते हैं। जैसे सबसे स्पष्ट संकेत आवाज है। अगर हल्का ब्रेक लगाने पर भी तीखी चीखने जैसी आवाज आए, तो इसका मतलब है कि चिकना पैड डिस्क पर फिसल रहा है। इसके अलावा आपको स्टीयरिंग व्हील या ब्रेक पैडल में अजीब सी कंपन या झराहट महसूस हो सकती है, क्योंकि पैड का मटीरियल डिस्क की सतह पर असमान रूप से फैल गया है। अगर गाड़ी चलाने के बाद आपको जलने की बदबू आए, तो इसका मतलब है कि ब्रेक के पुर्जे अंदर ही अंदर जल रहे हैं। अगर आप व्हील के अंदर देख पाएं, तो एक सही पैड 'डल' दिखता है। वहीं, एक 'ग्लेज्ड' पैड चमकदार या शीशे जैसा दिखता है। यह सबसे खतरनाक लक्षण है। आप देखेंगे कि गाड़ी को पूरी तरह रुकने में सामान्य से ज्यादा समय लग रहा है। पैडल तो रिस्पॉन्स देता है, लेकिन ग्रिप खत्म होने के कारण कार आगे सरकती रहती है।
ब्रेक ग्लेजिंग की समस्या से कैसे निपटें?
ज्यादातर मामलों में इसका कारण ड्राइविंग का तरीका होता है। अगर आप ढलान पर उतरते समय लगातार ब्रेक दबाकर रखते हैं या तेज स्पीड में बार-बार हार्ड ब्रेकिंग करते हैं। तो इतनी गर्मी पैदा होती है जिसे सिस्टम बाहर नहीं निकाल पाता। यह पैड्स को अपनी ही गर्मी में खराब कर देता है। कभी-कभी एक खराब 'कैलिपर' अटक जाता है और पैड को डिस्क से लगातार रगड़ता रहता है, भले ही आप ब्रेक लगा रहे हों या नहीं।
कैसे करें बचाव?
इसे रोकने के लिए अपनी आदतों में बदलाव लाएं। तेज ढलान पर ब्रेक पैडल पर पैर रखने के बजाय 'डाउनशिफ्ट' करें और 'इंजन ब्रेकिंग' का इस्तेमाल करें। ट्रैफिक में आगे वाली गाड़ी से दूरी बनाकर रखें ताकि बार-बार जोर से ब्रेक न लगाना पड़े।
इसे ठीक कैसे करें?
कुछ लोग सलाह देते हैं कि पैड्स को निकालकर खुरदरे फर्श पर घिसें ताकि चमकदार परत हट जाए। लेकिन सच कहें तो, यह एक अस्थायी तरीका है जो शायद ही कभी मुख्य समस्या को हल करता है। क्योंकि गर्मी ने मटीरियल की रासायनिक संरचना को अंदर तक बदल दिया होता है। इसका एकमात्र सही इलाज है पैड्स को पूरी तरह बदलना। जब आप ऐसा करें, तो डिस्क की भी जांच करें। अगर गर्मी से वे टेढ़े हो गए हैं तो उन्हें भी बदल दें। बाद में इमरजेंसी में ब्रेक न लगने के जोखिम से बेहतर है कि अभी कुछ पैसे खर्च करके अच्छे 'सेरेमिक पैड्स' लगवा लिए जाएं।