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Car Useless Features: कार के 5 फीचर्स जिनमें पानी की तरह पैसा बहाते हैं लोग, लेकिन नहीं आते उतने काम
ऑटो डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: नीतीश कुमार
Updated Fri, 09 May 2025 06:31 AM IST
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सार
Less Used Features In Cars: कार खरीदते समय लोग कई ऐसे फीचर्स पर पैसा खर्च कर देते हैं जो देखने में तो आकर्षक लगते हैं, लेकिन असल में कम ही काम आते हैं। जानिए ऐसे ही 5 फीचर्स जो ज्यादा उपयोगी नहीं होते।

कार के इन फीचर्स के चक्कर में न पड़ें
- फोटो : Freepik

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विस्तार
आजकल की कारों में बड़ी स्क्रीन, टच कंट्रोल्स, इलेक्ट्रॉनिक ब्रेक और न जाने कितने फीचर्स आ गए हैं। कई बार लोग कार खरीदते समय इन आकर्षक फीचर्स पर ज्यादा ध्यान देते हैं, लेकिन असल में कई ऐसे फीचर्स होते हैं जिनका उपयोग हम बहुत कम ही कर पाते हैं। ज्यादा फीचर्स अनावश्यक रूप से कार की कीमत को भी बढ़ा देते हैं। आइए जानते हैं कार में मिलने वाले कुछ ऐसे ही कुछ फीचर्स के बारे में जो आमतौर पर कम उपयोगी होते हैं।
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WIRELESS CHARGING
- फोटो : अमर उजाला
1. वायरलेस चार्जर
वायरलेस चार्जिंग सुविधा सुनने में आधुनिक लगती है, लेकिन इसकी चार्जिंग स्पीड अक्सर धीमी होती है, जिससे फोन को पूरी तरह चार्ज करने में अधिक समय लगता है। इसके अलावा, यह सुविधा केवल उन स्मार्टफोन्स के साथ काम करती है जो वायरलेस चार्जिंग को सपोर्ट करते हैं, जो कि सभी उपयोगकर्ताओं के पास नहीं होते।
वायरलेस चार्जिंग सुविधा सुनने में आधुनिक लगती है, लेकिन इसकी चार्जिंग स्पीड अक्सर धीमी होती है, जिससे फोन को पूरी तरह चार्ज करने में अधिक समय लगता है। इसके अलावा, यह सुविधा केवल उन स्मार्टफोन्स के साथ काम करती है जो वायरलेस चार्जिंग को सपोर्ट करते हैं, जो कि सभी उपयोगकर्ताओं के पास नहीं होते।
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Volkswagen Tiguan R-Line
- फोटो : Volkswagen
2. टचस्क्रीन कंट्रोल्स
कारों में टचस्क्रीन कंट्रोल्स का चलन बढ़ रहा है। एसी, म्यूजिक और अन्य सेटिंग्स के लिए कारों में बड़ी-बड़ी स्क्रीन दी जाने लगी है। देखने में ये फीचर्स तो फैंसी और एडवांस लगते हैं, लेकिन असल में इनका इस्तेमाल करना कठिन होता है। बटन वाले कंट्रोल्स को ऑपरेट करना आसान होता है। आपकी उंगलिया अपने आप बटन वाले कंट्रोल पर चली जाती हैं, वहीं टच वाले कंट्रोल को बिना देखे चलाने में दिक्कत होती है। इससे आपका ध्यान सड़क से भटक भी सकता है जिससे सुरक्षा जोखिम बढ़ जाता है। कई निर्माता अब फिर से फिजिकल बटन की ओर लौट रहे हैं, क्योंकि वे उपयोग में आसान और सुरक्षित होते हैं।
कारों में टचस्क्रीन कंट्रोल्स का चलन बढ़ रहा है। एसी, म्यूजिक और अन्य सेटिंग्स के लिए कारों में बड़ी-बड़ी स्क्रीन दी जाने लगी है। देखने में ये फीचर्स तो फैंसी और एडवांस लगते हैं, लेकिन असल में इनका इस्तेमाल करना कठिन होता है। बटन वाले कंट्रोल्स को ऑपरेट करना आसान होता है। आपकी उंगलिया अपने आप बटन वाले कंट्रोल पर चली जाती हैं, वहीं टच वाले कंट्रोल को बिना देखे चलाने में दिक्कत होती है। इससे आपका ध्यान सड़क से भटक भी सकता है जिससे सुरक्षा जोखिम बढ़ जाता है। कई निर्माता अब फिर से फिजिकल बटन की ओर लौट रहे हैं, क्योंकि वे उपयोग में आसान और सुरक्षित होते हैं।

ऑटो स्टार्ट-स्टॉप
- फोटो : Adobe Stock
3. ऑटो स्टार्ट-स्टॉप सिस्टम
यह फीचर ट्रैफिक सिग्नल पर ईंधन बचाने के लिए इंजन को बंद कर देता है और फिर से चालू करता है। हालांकि, भारत जैसे गर्म देश में हर कार चालक एसी का उपयोग करता है। ऐसे में इंजन के बार-बार ऑन-ऑफ होने से इंजन पर लोड बढ़ता है और एसी की कूलिंग भी कम हो जाती है। ऑटो स्टार्ट-स्टॉप सिस्टम से माइलेज को बढ़ाने में कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ता।
यह फीचर ट्रैफिक सिग्नल पर ईंधन बचाने के लिए इंजन को बंद कर देता है और फिर से चालू करता है। हालांकि, भारत जैसे गर्म देश में हर कार चालक एसी का उपयोग करता है। ऐसे में इंजन के बार-बार ऑन-ऑफ होने से इंजन पर लोड बढ़ता है और एसी की कूलिंग भी कम हो जाती है। ऑटो स्टार्ट-स्टॉप सिस्टम से माइलेज को बढ़ाने में कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ता।

ऑटोमैटिक बूट ओपनर
- फोटो : Freepik
4. ऑटोमैटिक बूट ओपनर
डिक्की को सेंसर के माध्यम से खोलने की सुविधा सुनने में काफी लग्जरी लगती है, लेकिन इसकी प्रक्रिया धीमी होती है। मैनुअल बटन के माध्यम से डिक्की खोलना अधिक तेज और प्रभावी होता है, खासकर जब आपको जल्दी में सामान रखना हो।
डिक्की को सेंसर के माध्यम से खोलने की सुविधा सुनने में काफी लग्जरी लगती है, लेकिन इसकी प्रक्रिया धीमी होती है। मैनुअल बटन के माध्यम से डिक्की खोलना अधिक तेज और प्रभावी होता है, खासकर जब आपको जल्दी में सामान रखना हो।

इलेक्ट्रिक सीट एडजस्टमेंट
- फोटो : Kia
5. इलेक्ट्रिक सीट एडजस्टमेंट
इलेक्ट्रिक सीट एडजस्टमेंट की सुविधा आरामदायक लग सकती है, लेकिन यह मैनुअल लीवर की तुलना में धीमी होती है। इसके अलावा, समय के साथ इसके खराब होने की संभावना भी होती है, जिसकी मरम्मत में अतिरिक्त खर्च आ सकता है।
इलेक्ट्रिक सीट एडजस्टमेंट की सुविधा आरामदायक लग सकती है, लेकिन यह मैनुअल लीवर की तुलना में धीमी होती है। इसके अलावा, समय के साथ इसके खराब होने की संभावना भी होती है, जिसकी मरम्मत में अतिरिक्त खर्च आ सकता है।