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EV Safety: ईवी की सेफ्टी पर आया अपडेट, अब एक अक्टूबर से नहीं लागू होंगे सुरक्षा नियम
ऑटो डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: समीर गोयल
Updated Wed, 28 Sep 2022 12:27 PM IST
सार
सरकार की ओर से ईवी सुरक्षा नियम को लागू करने की तारीख को आगे बढ़ा दिया गया है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक नियम को दो चरणों में लागू किया जाएगा।
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सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय
- फोटो : Morthindia
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केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के मुताबिक नए नियमों को एक दिसंबर से लागू किया जा सकता है। ऐसा होने के बाद इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली कंपनियों को और दो महीने का समय मिल जाएगा। इन नियमों को दो चरणों में लागू किया जाना है जिसकी शुरूआत दिसंबर से हो जाएगी।
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कब से लागू हो सकते हैं नियम
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ईवी बैटरी टेस्टिंग स्टैंडर्ड में बदलाव
- फोटो : Morthindia
केंद्र सरकार की ओर से इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली कंपनियों को राहत देते हुए तय किया गया है कि ईवी की बैटरी से जुडे़ सुरक्षा नियम एक अक्टूबर से लागू नहीं होंगे। केंद्र सरकार की ओर से इसपर जानकारी दी गई है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से इसकी घोषणा की गई है। अब इसकी समय सीमा एक अक्टूबर से बढ़ा दी गई है। एक दिसंबर से पहले चरण में नियम लागू होंगे वहीं दूसरे चरण में नियमों को एक मार्च 2023 से लागू किया जाएगा।
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पहले चरण में क्या नियम लागू होंगे
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ईवी बैटरी टेस्टिंग स्टैंडर्ड में बदलाव
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जानकारी के मुताबिक पहले चरण में जिन नियमों को लागू किया जाएगा उनमें रिचार्जेबल बैटरी में प्रैशर रिलीज वेंट की उपस्थिति से जुडे़ मानदंड होंगे। इनके अलावा रिचार्जेबल बैटरी के अंदर सेल टू सेल स्पेसिंग से जुडे मानदंड, रिचार्जेबल बैटरी के अंदर सुरक्षा के लिए अतिरिक्त फ्यूज और बैटरी को ओवर चार्ज होने से बचाने के लिए वोल्टेज कट-ऑफ वाले जार्चर जैसे नियमों को लागू किया जा सकता है।
इलेक्ट्रिक वाहनों में लगातार आग लगने की घटनाएं सामने आने के बाद केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से कमेटी बनाई गई थी। एक्सपर्ट कमेटी की रिपोर्ट में बताई गई सिफारिशों के आधार पर ही मंत्रालय की ओर से 29 अगस्त 2022 को वाहन उद्योग मानक 156 में संशोधन जारी किए गए थे।
इलेक्ट्रिक वाहनों में बैटरी की सुरक्षा के लिए नए नियमों को लाने में कुछ समय की मोहलत देने से वाहन निर्माताओं को भी राहत मिलेगी। कंपनियों को बैटरी के नए डिजाइन पर काम करने और इनके डेवलपमेंट के लिए टेस्ट करने के लिए अब कुछ और समय मिल जाएगा।
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