रोड नहीं तो वोट नहीं: बिहार के इस इलाके में बुलंद हुई आवाज, ग्रामीणों ने किया सड़क जाम; मौके पर पहुंची पुलिस
Bihar: जाम की अगुवाई हम पार्टी के नेता सुरेश प्रसाद, अफजल गनी, मोहम्मद शहजाद, एआईएसएफ नेता मोहम्मद फुरकान समेत कई लोगों ने की। उन्होंने बताया कि आजादी के बाद से अब तक गांव का पक्का संपर्क पथ नहीं बनाया गया है। करीब 30 साल पहले मिट्टी व बोल्डर डालकर अधूरा काम किया गया था, लेकिन सड़क निर्माण कभी पूरा नहीं हुआ।
विस्तार
सोमवार की सुबह अरियरी प्रखंड के पंधहर गांव के ग्रामीणों ने "सड़क नहीं तो वोट नहीं" के नारे के साथ शेखपुरा-आढ़ा मुख्य पथ को पनशल्ला के समीप जाम कर दिया। जाम के कारण सुबह लगभग 8 बजे से 11 बजे तक यातायात व्यवस्था पूरी तरह ठप रही। सड़क के दोनों ओर सैकड़ों वाहनों की लंबी कतार लग गई, जिससे राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
ग्रामीणों ने इस दौरान जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। सूचना मिलते ही अरियरी थानाध्यक्ष कौशलेन्द्र कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद लोगों को समझा-बुझाकर जाम समाप्त कराया। थानाध्यक्ष ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि जिलाधिकारी से मिलकर सड़क निर्माण पर पहल की जाएगी। इसके बाद ग्रामीणों ने आंदोलन वापस ले लिया और यातायात बहाल हो सका।
पढ़ें: गौरव यात्रा पहुंची मुंगेर, डीएम और DSP ने किया स्वागत; बड़ी संख्या में खेल प्रेमी रहे मौजूद
जाम की अगुवाई हम पार्टी के नेता सुरेश प्रसाद, अफजल गनी, मोहम्मद शहजाद, एआईएसएफ नेता मोहम्मद फुरकान समेत कई लोगों ने की। उन्होंने बताया कि आजादी के बाद से अब तक गांव का पक्का संपर्क पथ नहीं बनाया गया है। करीब 30 साल पहले मिट्टी व बोल्डर डालकर अधूरा काम किया गया था, लेकिन सड़क निर्माण कभी पूरा नहीं हुआ। हर बार सांसद और विधायक केवल आश्वासन देकर वोट ले लेते हैं। वर्तमान में ग्रामीणों को बाजार और जिला मुख्यालय पहुंचने के लिए चार किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है। अगर यह सड़क बन जाए तो यह दूरी घटकर केवल दो किलोमीटर रह जाएगी।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर इस बार सड़क नहीं बनाई गई तो वे वोट का बहिष्कार करेंगे। जाम समाप्त होने के बाद ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी आरिफ अहसन से मिला और ज्ञापन सौंपा। जिलाधिकारी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता को सड़क निर्माण का निर्देश दिया। अभियंता ने स्थलीय निरीक्षण कर जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कराने का आश्वासन दिया।