सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Bihar ›   Patna News ›   Bihar News: 15 crore books sold at Patna Book Fair: Author Ratneshwar, Bihar Patna News

Bihar: पटना बुक फेयर में 15 करोड़ की यह किताब चर्चा में, केवल तीन लोग ही खरीद पाएंगे; जानिए क्या खास है इसमें

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पटना Published by: आदित्य आनंद Updated Mon, 08 Dec 2025 06:41 PM IST
सार

लेखर रत्नेश्वर ने कहा कि इस पुस्तक की 16 प्रति ही छपी है। इसमें से तीन प्रति ही लोगों के लिए है। बाकी मैं 11 लोगों को भेंट करुंगा। जिन्हें यह पुस्तक भेंट की जाएगी, वह भी खास होंगे। उनकी तलाश शुरू कर दी गई है। 

विज्ञापन
Bihar News: 15 crore books sold at Patna Book Fair: Author Ratneshwar, Bihar Patna News
'मैं रत्नेश्वर' किताब की तीन ही प्रति बेची जाएगी। - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

पटना के गांधी मैदान में लगा पुस्तक मेला इस बार खूब चर्चा में है। कारण है यहां पर भारत की सबसे महंगी किताब का है। 15 करोड़ रुपये की इस किताब का नाम 'मैं-रत्नेश्वर' है। पुस्तक मेले में इस किताब को एक शोकेस के अंदर रखा गया है। इसमें अंग्रेजी और हिन्दी संस्करण अलग-अलग दो किताब है। इसे बिहार के प्रसिद्ध लेखक रत्नेश्वर ने लिखा है। पुस्तक मेले में आने वाला हर शख्स इस महंगी किताब के साथ सेल्फी जरूर लेता है। 

Trending Videos


इसे लिखने वाले रत्नेश्वर ने बताया कि 408 पेज की इस किताब को मैंने तीन घंटे 24 मिनट में लिखी है। इस ग्रंथ की रचना का अवतरण छह से सात सितंबर 2006 की रात्रि में शुभरत्न मुहूर्त के दौरान प्राप्त हुआ। अहले सुबह तीन बजे से सुबह छह बजकर 24 मिनट तक यह संपूर्ण शास्त्र अवतरित हुआ। इस दौरान मुझे ब्रह्मलोक की यात्रा का अनुभव हुआ। इसी यात्रा को मैंने किताब में जगह दी। यह यात्रा मनुष्य को मानने से जानने तक की है। इसमें कुल 43 अध्याय हैं। इसमें 12 द्वार और 19 कलाओं का जिक्र है। सामान्य तौर पर लोग 16 कला को जानते हैं लेकिन, जीवन के 19 कलाओं का इसमें जिक्र है। 
विज्ञापन
विज्ञापन


प्रत्यक्ष साक्षात्कार पर आधारित है
रत्नेशवर ने बताया कि यह किताब आध्यात्मिक अनुभव, ध्यान की अवस्था और रासलीला के प्रत्यक्ष साक्षात्कार पर आधारित है। इसमें दुखों के अंत और ईश्वर दर्शन के रास्ते को समझाया गया है। उन्होंने दावा किया कि परम ब्रह्म का जो संदेश मिला, उसके बाद मैंने तय किया कि यह ग्रंथ जब दुनिया के सामने आएगी तो इसकी कीमत 15 करोड़ रुपये होगी। यह जीवन दर्शन पर आधारित है। इसमें ज्ञान की परम अवस्था का आविष्कार है। लेखर रत्नेश्वर ने कहा कि इस पुस्तक की 16 प्रति ही छपी है। इसमें से तीन प्रति ही लोगों के लिए है। बाकी मैं 11 लोगों को भेंट करुंगा। जिन्हें यह पुस्तक भेंट की जाएगी, वह भी खास होंगे। उनकी तलाश शुरू कर दी गई है।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed