Bihar Election: 'लालू-राबड़ी राज में बिहार का बुरा हाल था', सीएम नीतीश कुमार का धमदाहा से बड़ा प्रहार; जानें
Bihar Election: सीएम नीतीश ने बुनियादी सुविधाओं के अभाव पर पिछली सरकार पर निशाना साधा और अपनी उपलब्धियाँ गिनाईं। उन्होंने कहा कि पहले पढ़ाई, इलाज, सड़कें और बिजली नहीं थी, जबकि उनकी सरकार ने बेहतर सड़कों का निर्माण कराया और आधारभूत संरचनाओं पर विशेष फोकस किया।
विस्तार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्णिया के धमदाहा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए अपने शासनकाल और लालू-राबड़ी (राजद) की पिछली सरकार के बीच स्पष्ट तुलना पेश की। उन्होंने लालू-राबड़ी शासन को फालतू सरकार बताते हुए आरोप लगाया कि उस दौरान बिहार की स्थिति अत्यंत दयनीय थी, जबकि उनकी सरकार ने कानून का राज, विकास और सामाजिक सद्भाव स्थापित किया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने शासनकाल में आए कानून-व्यवस्था के सुधार पर सबसे ज़्यादा जोर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले की सरकार में बहुत बुरा हाल था और लोग शाम के बाद घर से बाहर नहीं निकलते थे। उन्होंने दावा किया, अब बच्चा, लड़का, लड़की आराम से घूमते हैं। अब राज्य में डर का माहौल नहीं है। अब कोई झगड़ा-झंझट नहीं है। बिहार में अब कानून का राज है। मुख्यमंत्री ने रोगार के मुद्दे पर बड़ा दावा करते हुए अगले पाँच वर्षों का लक्ष्य भी निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि 2020 में किया गया 10 लाख नौकरी देने का वादा पूरा हो चुका है, और रोजगार पाने वालों की संख्या 40-50 लाख हो गई है।
उन्होंने घोषणा की अब हमने तय कर दिया है कि अगले 5 साल में 1 करोड़ युवाओं को रोज़गार सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बुनियादी सुविधाओं के अभाव पर पिछली सरकार पर निशाना साधा और अपनी उपलब्धियाँ गिनाईं। उन्होंने कहा कि पहले पढ़ाई, इलाज, सड़कें और बिजली नहीं थी, जबकि उनकी सरकार ने बेहतर सड़कों का निर्माण कराया और आधारभूत संरचनाओं पर विशेष फोकस किया। स्वास्थ्य में सुधार का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि राजद शासनकाल के 6 मेडिकल कॉलेजों की तुलना में अब 27 जिलों में नए मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं।
पढ़ें: महिला प्रत्याशी पर रोड़ेबाजी, सीने पर पत्थर से लगी चोट; बिहार चुनाव के दौरान अब ज्योति पर हमला
मुख्यमंत्री ने महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में अपनी सरकार के ऐतिहासिक फैसलों को गिनाया, जिसमें पंचायती राज (2006) और सभी सरकारी नौकरियों (2016) में 50% और 35% आरक्षण शामिल है। उन्होंने दावा किया कि आज बिहार पुलिस में महिलाओं की संख्या देश में सबसे ज्यादा है और जीविका समूह की संख्या आज 1 करोड़ 40 लाख हो गई है। नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी सरकार ने सबके लिए काम किया' है।
उन्होंने कब्रिस्तानों की घेराबंदी और 60 हजार हिंदू मंदिरों की घेराबंदी का जिक्र करते हुए प्रेम और भाईचारे के माहौल को स्थापित करने पर ज़ोर दिया।मुख्यमंत्री ने अपने भाषण के अंत में धमदाहा विधानसभा से एनडीए समर्पित जेडीयू उम्मीदवार लेसी सिंह और रूपौली उम्मीदवार कलाधर के पक्ष में जनता से वोट मांगा। इस चुनावी सभा में मुख्यमंत्री के साथ जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज सहित अन्य प्रमुख नेता उपस्थित थे।
अररिया में नीतीश कुमार
अररिया के रानीगंज विधानसभा क्षेत्र के लालजी हाई स्कूल मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेडीयू प्रत्याशी अचमित ऋषिदेव के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया।मुख्यमंत्री ने जनता से जेडीयू उम्मीदवार के पक्ष में वोट देने की अपील की। उन्होंने कहा कि पहले की 15 साल वाली सरकार बेहद खराब थी, उन लोगों ने सिर्फ अपने परिवार के लिए काम किया, जबकि हमारी सरकार ने सभी वर्गों के विकास के लिए कार्य किए हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि जनता के सहयोग से आने वाले समय में और भी योजनाएं लागू की जाएंगी। इसके साथ ही उन्होंने अररिया से जेडीयू प्रत्याशी शगुफ्ता अजीम और जोकीहाट से मंजर आलम के लिए भी जनता से समर्थन मांगा। वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ लोग यह अफवाह फैला रहे हैं कि 10 हजार रुपये वापस करने होंगे, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है।