Bihar News: रिश्वत लेते ANM का वीडियो वायरल, किशनगंज PHC बेलवा की संविदा कर्मी बर्खास्त
किशनगंज जिले के पी.एच.सी. बेलवा में कार्यरत संविदा ए.एन.एम. मनोरमा सिन्हा का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया।
विस्तार
किशनगंज जिले के पी.एच.सी. बेलवा में कार्यरत संविदा ए.एन.एम. मनोरमा सिन्हा का रिश्वत लेते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। प्रसव के बाद प्रसूता के परिजनों से अवैध राशि की मांग करने और पैसे लेते हुए दिखने का यह मामला जिला प्रशासन के संज्ञान में आते ही जांच शुरू कर दी गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला परिवहन पदाधिकारी सह वरीय प्रभारी पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला स्वास्थ्य समिति, किशनगंज द्वारा संयुक्त रूप से जांच की गई। जिला परिवहन पदाधिकारी ने 11 दिसंबर 2025 को ज्ञापांक 1181/जि.परि. के माध्यम से अपना जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
जांच प्रतिवेदन में यह सामने आया कि ए.एन.एम. मनोरमा सिन्हा ने अपने लिखित बयान में स्वीकार किया है कि प्रसव के बाद मरीज के परिजन कभी-कभी उन्हें ‘खुशनामा’ देते हैं। उनके इस स्वीकारोक्ति से वायरल वीडियो में दिखाए गए तथ्यों की पुष्टि हुई है। प्रथम दृष्टया यह कृत्य रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार में संलिप्तता को दर्शाता है।
ये भी पढ़ें- Bihar News: सीएम नीतीश कुमार ने नवगठित तीन विभागों की जिम्मेदारी बांटी, जानिए किसके हिस्से में क्या आया?
प्रमाणित आरोपों के आधार पर ह्यूमन रिसोर्स मैनुअल रूल्स एंड रेगुलेशन, 2021 की कंडिका-12 एवं एकरारनामा की कंडिका 14(बी) के प्रावधानों के तहत मनोरमा सिन्हा की संविदा समाप्त कर दी गई है। उन्हें तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि उनका मूल पदस्थापन स्वास्थ्य उपकेन्द्र मोतीहारा था और वे पी.एच.सी. किशनगंज, बेलवा में प्रतिनियुक्त थीं।
इस संबंध में किशनगंज के जिलाधिकारी विशाल राज ने बताया कि बिहार सरकार ने सरकारी सेवाओं में रिश्वतखोरी, अनियमितता और भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भविष्य में भी ऐसे मामलों में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती रहेगी।