The Bonus Market Update: शेयर बाजार में बढ़त के साथ क्लोजिंग; सेंसेक्स 638 अंक चढ़ा, निफ्टी 26100 के पार
Sensex-Nifty Closing Bell: भारतीय शेयर बाजार सोमवार को भारी बढ़त के साथ बंद हुआ। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 638.12 अंक उछलकर 85,567.48 अंक पर बंद हुआ। वहीं, 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 206 अंक की बढ़त के साथ 26,172.40 पर बंद हुआ।
विस्तार
विदेशी निधि प्रवाह और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा मौद्रिक नीति में और ढील की उम्मीदों पर वैश्विक बाजारों में तेजी के बीच निवेशकों का सकारात्मक रहा। इसके कारण बेंचमार्क शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में सोमवार को लगभग 1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
पिछले सत्र की तेजी को बरकरार रखते हुए, 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 638.12 अंक या 0.75 प्रतिशत बढ़कर 85,567.48 पर बंद हुआ। दिन के दौरान, इसमें 671.97 अंक या 0.79 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 85,601.33 पर पहुंच गया। वहीं 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 206 अंक या 0.79 प्रतिशत चढ़कर 26,000 के अंक से ऊपर 26,172.40 पर बंद हुआ।
डॉलर के मुकाबले रुपया तीन पैसे गिरा
सोमवार को घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुझान से मिल रहे समर्थन के बावजूद कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आने से रुपया शुरुआती बढ़त गंवा बैठा और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 3 पैसे गिरकर 89.70 (अस्थायी) पर बंद हुआ।
ये भी पढ़ें: न्यूजीलैंड से FTA से भारत को क्या फायदा: दोनों देशों के बीच अभी कितना व्यापार, समझौते से क्या हासिल होगा?
सेंसेक्स की कंपनियों का हाल
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से ट्रेंट, इंफोसिस, भारती एयरटेल, टेक महिंद्रा, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और मारुति सबसे बड़े लाभ कमाने वालों में शामिल थीं। वहीं स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, कोटक महिंद्रा बैंक, लार्सन एंड टुब्रो और टाइटन इस मामले में पिछड़ गए।
यूरोपीय बाजारों में रहा मिला-जुला हाल
एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी सूचकांक 2 प्रतिशत से अधिक उछला, जबकि जापान का निक्केई 225 सूचकांक भी लगभग 2 प्रतिशत बढ़ा। शंघाई का एसएसई कंपोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक भी सकारात्मक दायरे में रहे। यूरोपीय बाजारों में मिला-जुला रुख देखने को मिला। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को बढ़त के साथ बंद हुए।
वैश्विक संकेतों के समर्थन से भारतीय बाजारों ने तेजी को जारी रखा
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा कि मजबूत तरलता और वैश्विक संकेतों के समर्थन से भारतीय बाजारों ने साल के अंत की तेजी को जारी रखा, क्योंकि 2026 में फेड द्वारा और अधिक राहत उपायों की उम्मीदें विकास को बढ़ावा दे रही हैं। विदेशी निवेशक (FIIs) शुद्ध खरीदारी में जुट गए, जिससे सकारात्मक माहौल और मजबूत हुआ, जिसमें आईटी और धातु क्षेत्र ने बढ़त का नेतृत्व किया।
इन कारणों से बाजार में तेजी देखने को मिली
ऑनलाइन ट्रेडिंग और वेल्थ टेक फर्म एनरिच मनी के सीईओ पोनमुडी आर ने कहा कि यूएसडी-आईएनआर विनिमय दर में स्थिरता आने के साथ-साथ पिछले कुछ सत्रों में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों द्वारा घरेलू इक्विटी के शुद्ध खरीदार बनने के आंकड़ों ने डेरिवेटिव सेगमेंट में व्यापक खरीदारी और शॉर्ट कवरिंग को बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा मौद्रिक नीति में और ढील की उम्मीदों से समर्थित वैश्विक जोखिम लेने की प्रवृत्ति भी मजबूत बनी रही, जिसने वैश्विक बाजारों में जोखिम लेने की गति को बनाए रखने में मदद की।
ब्रेंट क्रूड का भाव बढ़कर 60.99 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.86 प्रतिशत बढ़कर 60.99 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल हो गया। बाजार विनिमय आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 1,830.89 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने भी पिछले कारोबार में 5,722.89 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। शुक्रवार को सेंसेक्स 447.55 अंक या 0.53 प्रतिशत बढ़कर 84,929.36 पर बंद हुआ। निफ्टी 150.85 अंक या 0.58 प्रतिशत चढ़कर 25,966.40 पर पहुंच गया।