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Bogus Firms: 29 हजार से अधिक फर्जी फर्मों का भंडाफोड़, महाराष्ट्र सबसे आगे; GST अधिकारियों को मिली बड़ी सफलता
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Published by: ज्योति भास्कर
Updated Sun, 07 Jan 2024 08:44 PM IST
सार
जीएसटी अधिकारियों ने फर्जी पंजीकरण के खिलाफ अभियान छेड़ा है। आठ महीनों में 44,015 करोड़ रुपये के फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का भंडाफोड़ हुआ है। 926 फर्जी फर्मों के साथ महाराष्ट्र सूची में सबसे ऊपर है।
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जीएसटी
- फोटो : Social Media
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विस्तार
केंद्र सरकार ने बताया है कि फर्जी पंजीकरण के खिलाफ अभियान के दौरान करोड़ों रुपये का राजस्व बचाने में मदद मिली है। जीएसटी अधिकारियों का कहना है कि फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) दावे करने वाली 29,273 फर्जी फर्मों का पता लगाया है। इससे 4,646 करोड़ रुपये का राजस्व बचाने में मदद मिली है। आंकड़े दिसंबर 2023 तक के हैं, जिसमें आठ महीनों के दौरान 44,015 करोड़ रुपये के फर्जी दावे किए गए। पहले चार स्थानों पर महाराष्ट्र, राजस्थान, दिल्ली और हरियाणा जैसे राज्य हैं।
किस राज्य में कितने फर्जी फर्म
सरकार के मुताबिक अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में 4,153 फर्जी कंपनियों का पता लगाया गया। इनमें लगभग 12,036 करोड़ रुपये की संदिग्ध इनपुट टैक्स क्रेडिट चोरी शामिल थी। केंद्रीय जीएसटी अधिकारी इनमें से 2,358 फर्जी फर्मों का पता लगा चुके हैं। महाराष्ट्र 926 फर्जी फर्मों के साथ सूची में शीर्ष पर है। इसके बाद राजस्थान (507), दिल्ली (483) और हरियाणा (424) का नंबर आता है।
तीन महीने में 41 गिरफ्तारियां, जीएसटी अधिकारी भी बेहद सक्रिय
वित्त मंत्रालय ने बताया कि दिसंबर तिमाही के दौरान 1,317 करोड़ रुपये का राजस्व सुरक्षित करने में सफलता हासिल हुई। 319 करोड़ रुपये की वसूली की गई। 997 करोड़ रुपये आईटीसी यानी इनपुट टैक्स क्रेडिट को अवरुद्ध करके सुरक्षित किए गए। सरकार ने कहा कि इन मामलों में 41 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। 31 गिरफ्तारियां केंद्रीय जीएसटी अधिकारियों ने की हैं।
सरकारी खजाने में कुल 4,646 करोड़ रुपये की बचत
बता दें कि मई 2023 के मध्य में फर्जी पंजीकरण के खिलाफ विशेष अभियान शुरू किया गया था। वित्त मंत्रालय ने बताया कि इसके बाद से, 44,015 करोड़ रुपये के संदिग्ध इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) चोरी में शामिल कुल 29,273 फर्जी फर्मों का पता चला है। सरकारी खजाने में कुल 4,646 करोड़ रुपये की बचत करने में कामयाबी हासिल हुई है।
दिल्ली में सबसे अधिक चोरी, महाराष्ट्र में सबसे अधिक फर्जी फर्म
3,802 करोड़ रुपये आईटीसी को अवरुद्ध कर बचाए गए, जबकि 844 करोड़ रुपये वसूली के माध्यम से बचाए गए। सभी मामलों को मिलाकर अब तक 121 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। वित्त मंत्रालय के मुताबिक, दिसंबर तिमाही के दौरान, महाराष्ट्र की 926 फर्जी फर्मों ने 2,201 करोड़ रुपये की संदिग्ध कर चोरी की। इसके खिलाफ कार्रवाई के दौरान 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया। दिल्ली में 483 फर्जी फर्मों ने 3,028 करोड़ रुपये की संदिग्ध कर चोरी की। यहां भी 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
किस राज्य में कितने आरोपी गिरफ्तार हुए
आंध्र प्रदेश में 19 फर्जी फर्मों का भंडाफोड़ हुआ है। इनमें 765 करोड़ रुपये की संदिग्ध कर चोरी की जानकारी मिली। हरियाणा में 424 फर्जी फर्मों ने 624 करोड़ रुपये की कर चोरी की। उत्तर प्रदेश में 1,645 करोड़ रुपये की संदिग्ध जीएसटी चोरी हुई। अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में कुल 443 फर्जी फर्मों का भंडाफोड़ हुआ। यूपी में पांच लोगों कर चोरी के आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया।
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किस राज्य में कितने फर्जी फर्म
सरकार के मुताबिक अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में 4,153 फर्जी कंपनियों का पता लगाया गया। इनमें लगभग 12,036 करोड़ रुपये की संदिग्ध इनपुट टैक्स क्रेडिट चोरी शामिल थी। केंद्रीय जीएसटी अधिकारी इनमें से 2,358 फर्जी फर्मों का पता लगा चुके हैं। महाराष्ट्र 926 फर्जी फर्मों के साथ सूची में शीर्ष पर है। इसके बाद राजस्थान (507), दिल्ली (483) और हरियाणा (424) का नंबर आता है।
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तीन महीने में 41 गिरफ्तारियां, जीएसटी अधिकारी भी बेहद सक्रिय
वित्त मंत्रालय ने बताया कि दिसंबर तिमाही के दौरान 1,317 करोड़ रुपये का राजस्व सुरक्षित करने में सफलता हासिल हुई। 319 करोड़ रुपये की वसूली की गई। 997 करोड़ रुपये आईटीसी यानी इनपुट टैक्स क्रेडिट को अवरुद्ध करके सुरक्षित किए गए। सरकार ने कहा कि इन मामलों में 41 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। 31 गिरफ्तारियां केंद्रीय जीएसटी अधिकारियों ने की हैं।
सरकारी खजाने में कुल 4,646 करोड़ रुपये की बचत
बता दें कि मई 2023 के मध्य में फर्जी पंजीकरण के खिलाफ विशेष अभियान शुरू किया गया था। वित्त मंत्रालय ने बताया कि इसके बाद से, 44,015 करोड़ रुपये के संदिग्ध इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) चोरी में शामिल कुल 29,273 फर्जी फर्मों का पता चला है। सरकारी खजाने में कुल 4,646 करोड़ रुपये की बचत करने में कामयाबी हासिल हुई है।
दिल्ली में सबसे अधिक चोरी, महाराष्ट्र में सबसे अधिक फर्जी फर्म
3,802 करोड़ रुपये आईटीसी को अवरुद्ध कर बचाए गए, जबकि 844 करोड़ रुपये वसूली के माध्यम से बचाए गए। सभी मामलों को मिलाकर अब तक 121 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। वित्त मंत्रालय के मुताबिक, दिसंबर तिमाही के दौरान, महाराष्ट्र की 926 फर्जी फर्मों ने 2,201 करोड़ रुपये की संदिग्ध कर चोरी की। इसके खिलाफ कार्रवाई के दौरान 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया। दिल्ली में 483 फर्जी फर्मों ने 3,028 करोड़ रुपये की संदिग्ध कर चोरी की। यहां भी 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
किस राज्य में कितने आरोपी गिरफ्तार हुए
आंध्र प्रदेश में 19 फर्जी फर्मों का भंडाफोड़ हुआ है। इनमें 765 करोड़ रुपये की संदिग्ध कर चोरी की जानकारी मिली। हरियाणा में 424 फर्जी फर्मों ने 624 करोड़ रुपये की कर चोरी की। उत्तर प्रदेश में 1,645 करोड़ रुपये की संदिग्ध जीएसटी चोरी हुई। अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में कुल 443 फर्जी फर्मों का भंडाफोड़ हुआ। यूपी में पांच लोगों कर चोरी के आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया।