Biz Updates: रिलायंस पावर ने इंडोनेशिया में मौजूद कंपनियों की हिस्सेदारी बेची, केतन पारेख-सेबी पर यह अपडेट
रिलायंस पावर ने सोमवार को घोषणा की कि वह अपनी कई इंडोनेशियाई सहायक कंपनियों में 100 फीसदी हिस्सेदारी सिंगापुर स्थित बायोट्रस्टर प्राइवेट लिमिटेड को बेचेगी। यह सौदा करीब 12 मिलियन डॉलर (लगभग 100 करोड़ रुपये) का होगा। कंपनी ने बताया कि इसके लिए रिलायंस पावर नीदरलैंड्स बीवी, रिलायंस नेचुरल रिसोर्सेज (सिंगापुर) प्राइवेट लिमिटेड और बायोट्रस्टर (सिंगापुर) प्राइवेट लिमिटेड के बीच शेयर खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
इस सौदे के तहत रिलायंस पावर अपनी पांच इंडोनेशियाई इकाइयोंपीटी अवनीश कोल रिसोर्सेज, पीटी हेरम्बा कोल रिसोर्सेज, पीटी सुमुखा कोल सर्विसेज, पीटी ब्रायन बिंटांग तिगा एनर्जी और पीटी श्रीविजय बिंटांग तिगा एनर्जी में अपनी 100 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी बेचेगी। कंपनी ने नियामकीय फाइलिंग में बताया कि यह बिक्री कुछ पूर्व शर्तों और सामान्य शर्तों के पूरा होने पर निर्भर करेगी।
सेबी ने केतन पारेख की चार महीने की विदेश यात्रा पर उठाई आपत्ति
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने शेयर बाजार घोटाले के आरोपी और पूर्व स्टॉक ऑपरेटर केतन पारेख की विदेश यात्रा की अनुमति देने वाली याचिका का विरोध किया है।
सेबी ने अदालत में दलील दी कि पारेख का विदेश यात्रा की अनुमति का दुरुपयोग करने का इतिहास रहा है। वह कथित तौर पर व्हाट्सऐप ग्रुप्स के माध्यम से संदिग्ध ट्रेडिंग गतिविधियों में शामिल पाए गए थे। नियामक ने आशंका जताई कि उनका विदेश जाना निगरानी से बचने, मुकदमों से दूर रहने और किसी विदेशी देश में बसकर योजनाओं को अंजाम देने की मंशा हो सकती है। यह निवेशकों और देश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकती है। दरअसल, 2000-2001 के प्रतिभूति घोटाले में शामिल होने के कारण पारेख को 14 साल तक शेयर बाजार से प्रतिबंधित किया गया था। वह इस मामले से जुड़े विशेष सेबी अदालत, मुंबई में आपराधिक मुकदमों का सामना कर रहे हैं।
टाटा कैपिटल ने अपने आईपीओ के लिए 310-326 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया
भारत की टाटा कैपिटल ने 1.75 अरब डॉलर के आईपीओ के लिए 310-326 रुपये प्रति शेयर का मूल्य दायरा तय किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कंपनी ने अपने 1.75 अरब डॉलर के आईपीओ के लिए लगभग 15 अरब डॉलर मूल्यांकन तय करने का लक्ष्य रखा है। इससे यह इस वर्ष भारत में अब तक की सबसे बड़ी सूचीबद्धता होगी। सोमवार को समाचारपत्रों में छपे विज्ञापन के अनुसार गैर-बैंक ऋणदाता टाटा कैपिटल ने प्रति शेयर 310 से 326 रुपये का मूल्य दायरा तय किया है।
स्पाइसजेट ने दिल्ली और मुबंई से फुकेत के लिए नॉन-स्टॉप उड़ानें शुरू की
स्पाइसजेट ने दिल्ली और मुबंई से थाईलैंड के फुकेत द्विप के लिए दैनिक नॉन-स्टॉप उड़ानें शुरू की। बता दें कि एयरलाइन का बैंकॉक के बाद थाईलैंड में यह दूसरा गंतव्य है। दिल्ली से फुकेत के लिए उड़ानें 31 अक्टूबर, 2025 से शुरू होंगी। वहीं मुंबई से सेवाएं 6 नवंबर, 2025 से शुरू होंगी। यह फैसला स्पाइसजेट के बढ़ते अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को मजबूत करता है और भारतीय यात्रियों को थाईलैंड के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों तक अधिक सीधी पहुंच प्रदान करता है।
स्पाइसजेट के मुख्य व्यवसाय अधिकारी देबोजो महर्षि ने कहा कि हम दुनिया के सबसे पसंदीदा अवकाश स्थलों में से एक, फुकेत को अपने बढ़ते अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क में शामिल करके बेहद उत्साहित हैं। दिल्ली और मुंबई से नॉन-स्टॉप उड़ानों के साथ, स्पाइसजेट भारतीय यात्रियों के लिए थाईलैंड के प्राचीन समुद्र तटों, जीवंत संस्कृति और गर्मजोशी भरे आतिथ्य का आनंद लेना पहले से कहीं ज्यादा आसान बना रहा है।
जीएसटी सुधारों से अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलने की उम्मीद
जीएसटी सुधारों से बाजार में खरीदारी और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने यह उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि इन सुधारों का प्रभाव अगले चार से छह महीनों में पता चल जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मानना है कि जब जीएसटी सुधारों से आम लोगों के हाथों में अतिरिक्त पैसा आएगा, तो इससे निश्चित रूप से बाजार में खरीदारी बढ़ेगी और हमारी अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी।
चौधरी ने कहा कि हालांकि जीएसटी प्रणाली पीएम मोदी के नेतृत्व में 2017 में शुरू की गई थी, लेकिन इसके लिए प्रयास 10 साल से चल रहे थे। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए राज्य मंत्री ने कहा कि तत्कालीन सरकार जीएसटी प्रणाली लागू करने में सफल नहीं रही, क्योंकि लोगों को उस सरकार पर भरोसा नहीं था। विश्वसनीयता की कमी के कारण ही पूर्ववर्ती सरकार राज्यों को जीएसटी प्रणाली अपनाने के लिए राजी नहीं कर सकी। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली सरकार के सत्ता में रहने के दौरान विभिन्न खामियों से भरी कर प्रणाली के कारण व्यापारिक समुदाय को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
सिडबी का शुद्ध लाभ 19.5% बढ़कर 4,811 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा
भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) ने सोमवार को कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में उसका शुद्ध लाभ 19.5 प्रतिशत बढ़कर 4,811 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। लखनऊ मुख्यालय वाले इस बैंक ने पिछले वित्त वर्ष में 4,026 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था। बैंक ने एक बयान में कहा कि वर्ष के दौरान सिडबी की बैलेंस शीट 5.6 लाख करोड़ रुपये को पार कर गई।
31 मार्च 2025 तक सिडबी का परिसंपत्ति आधार 8.7 प्रतिशत बढ़कर 5,68,238 करोड़ रुपये हो गया। यह 31 मार्च 2024 तक 5,22,521 करोड़ रुपये था। सिडबी के अनुसार बैंक का ऋण और अग्रिम पोर्टफोलियो वित्त वर्ष 2024 में 4,56,015 करोड़ रुपये से 8.8 प्रतिशत बढ़कर 4,96,282 करोड़ रुपये हो गया। बैंक ने 38,511 करोड़ रुपये की आय अर्जित की। यह पिछले वर्ष की तुलना में 20.6 प्रतिशत अधिक है। वित्त वर्ष 2025 में प्रति शेयर आय बढ़कर 84.62 रुपये हो गई।