Gold ETF: कम खर्च में निवेश का साधन, भौतिक सोने की तुलना में गोल्ड ईटीएफ एक बेहतरीन विकल्प
भारत में सोना हमेशा किसी न किसी रूप में खरीदने की एक परंपरा रही है। भौतिक सोने की तुलना में गोल्ड ईटीएफ इस समय एक बेहतरीन विकल्प बनकर उभर रहा है। हाल के सालों में इस साधन में ज्यादा निवेशक आये हैं। ऐसे में इसमें निवेश का गणित बताती अजीत सिंह की रिपोर्ट-
विस्तार
शुभ अवसरों पर सोना खरीदना हमेशा से भारतीय परंपरा का हिस्सा रहा है। इस त्योहारी सीजन में भारतीय परिवार एक बार फिर गोल्ड की खरीदारी के लिए बाहर निकला है। एक भारतीय निवेशक के रूप में सोने के खरीदारों के पास कई प्रकार के उत्पाद खरीदकर इसमें निवेश करने के मौके होते हैं। उपलब्ध सभी विकल्पों में से खरीदार को यदि गहनों की आवश्यकता नहीं है, तो जो विकल्प जो सबसे अधिक उम्दा है और जो सबसे बढ़िया निवेश विकल्प के रूप में सामने आता है वह है गोल्ड ईटीएफ।
गोल्ड ईटीएफ भौतिक धातु में निवेश करने जितना ही अच्छा है। लेकिन इसे इलेक्ट्रॉनिक रूप में म्यूचुअल फंड यूनिट्स जैसा रखा जाता है। यह एक डीमैट खाते में संग्रहीत होते हैं। इसकी यूनिट बहुत उच्च शुद्धता के भौतिक सोने जैसी होती है। हर दूसरे ईटीएफ की तरह, गोल्ड ईटीएफ की स्टॉक एक्सचेंजों में लिस्टिंग और ट्रेडिंग होती है।
कोई भी व्यक्ति किसी भी समय गोल्ड ईटीएफ को आसानी से खरीद और बेच सकता है। यदि आप निवेश के दृष्टिकोण से सोना खरीदना चाह रहे हैं, तो गोल्ड ईटीएफ एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। पोर्टफोलियो आवंटन के नजरिए से भी यह एक बेहतर स्थिति में है।
गोल्ड ईटीएफ की खूबियां
- विश्वसनीयता : गोल्ड ईटीएफ का लक्ष्य 99.5% शुद्धता या इससे अधिक शुद्धता वाला सोना खरीदना है। भौतिक सोने की खरीद, उसे रखना और निवेश की लागत अपेक्षाकृत कम है।
- कम खर्च : भौतिक सोने के निवेश की तुलना में ईटीएफ गोल्ड से जुड़े खर्च काफी कम हैं क्योंकि इसमें गहने बनाने जैसे कोई शुल्क नहीं लगते हैं। उदाहरण के लिए आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल गोल्ड ईटीएफ का खर्च अनुपात 0.5% है जो गोल्ड ईटीएफ में सबसे कम है।
- तरलता : गोल्ड ईटीएफ को किसी भी समय एक्सचेंज पर रीयल टाइम एनएवी (नेट एसेट वैल्यू) पर कारोबारी समय के दौरान किसी की आवश्यकता के अनुसार एक यूनिट से बेचा जा सकता है। नतीजतन, यह आभूषणों, सिक्कों या छड़ों को बेचने की तुलना में अधिक आसान है।
- कर्ज के लिए गारंटी : कर्ज के लिए ईटीएफ को जमानत या गारंटी के रूप में स्वीकार किए जाते हैं।
- टैक्स बचाने वाला : गोल्ड ईटीएफ को यदि 3 साल से अधिक समय तक रखा जाता है तो इससे अर्जित आय को लॉंग टर्म कैपिटल गेन के रूप में माना जाता है। यह सोना रखने के लिए टैक्स बचाने का एक कुशल तरीका है।
- छोटी मात्रा में भी कर सकते हैं निवेश : निवेशक गोल्ड ईटीएफ में कम से कम 45 रुपये में निवेश शुरू कर सकते हैं, जो कि (20 अक्टूबर, 2022 तक) आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल गोल्ड ईटीएफ की 1 यूनिट की कीमत है। इसलिए, एक निवेशक को सोने में निवेश करने के लिए बड़ी रकम जमा करने के लिए इंतजार करने की जरूरत नहीं है, जो अक्सर भौतिक सोना खरीदने के मामले में होता है।
सावधानी भी जरूरी
ईटीएफ की कीमतें भौतिक सौने की कीमतों के जैसे बढ़ती या घटती हैं। गोल्ड ईटीएफ को सोने की कीमत से लाभ उठाने के लिए एक साधन के रूप में सबसे अच्छा उपयोग किया जाता है। यानी निवेशक वास्तविक संपत्ति खरीदे बिना सोने में निवेश के लाभों को हासिल कर सकता है। इसे बेचने पर निवेशक को नकद प्राप्त होता है न कि सोना। गोल्ड ईटीएफ से किसी निवेशक को सस्ती कीमत पर और सुरक्षित संभव तरीके से गोल्ड के संपर्क में आने का आश्वासन दिया जा सकता है। जब ईटीएफ के माध्यम से निवेश किया जाता है, तो किसी की आवश्यकता के अनुसार छोटे लॉट में यूनिट्स को जमा करने या बेचने की सुविधा होती है।
निवेश पोर्टफोलियो में बढ़ाएं चमक
सिस्टैमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के माध्यम से निवेश करने या एकमुश्त निवेश का विकल्प चुनने का विकल्प होता है। इसे खरीदने वाले को इसकी शुद्धता, रखने की परेशानी आदि के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। गोल्ड ईटीएफ में निवेश कर पोर्टफोलियो में चमक बढ़ाने का काम करें। -चिंतन हरिया, प्रोडक्ट डेवलपमेंट प्रमुख, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल