सीमा शुल्क बढ़ाने से पाकिस्तान को हो रहा नुकसान, मार्च में 92 फीसदी घटा पड़ोसी मुल्क से आयात
14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से ही पाकिस्तान महंगाई की मार झेल रहा है। पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले में जहां भारत के 40 जवान शहीद हुए थे, वहीं इस हमले से पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति काफी बिगड़ गई है। मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा छीनने से और भारत द्वारा पाकिस्तान से आयात होने वाले सभी सामानों पर सीमा शुल्क 200 फीसदी बढ़ाने से पड़ोसी मुल्क को झटका लगा था। सीमा शुल्क बढ़ाने से मार्च 2019 में पाकिस्तान से भारत में वाणिज्यक आयात 92 फीसदी घटकर 28.4 लाख डॉलर का रहा है।
92 फीसदी घटा पाकिस्तान से भारत में वाणिज्यक आयात
बता दें कि वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार मार्च 2018 में पड़ोसी देश से आयात 3.46 करोड़ डॉलर था। इस साल मार्च में कुल 2.84 लाख डॉलर में से 11.9 लाख डॉलर का कपास आयात किया गया। पड़ोसी देश से आलोच्य महीने में मुख्य रूप से जो जिंस आयात किये गये, उसमें प्लास्टिक, बुने कपड़े, मसाला, रसायन आदि शामिल हैं। वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान पाकिस्तान से आयात 47 फीसदी घटकर 5.36 करोड़ डॉलर रहा।
32 फीसदी घटा भारत का निर्यात
वहीं भारत का निर्यात भी मार्च में करीब 32 फीसदी घटकर 17.13 करोड़ डॉलर रहा। हालांकि 2018-19 के दौरान निर्यात 7.4 फीसदी बढ़कर दो अरब डॉलर रहा। भारत से निर्यात किये जाने वाले जिंसों में जैविक रसायन, कपास, परमाणु रिएक्टर, बॉयलर, प्लास्टिक उत्पाद, अनाज, चीनी, कॉफी, चाय, तांबा आदि शामिल हैं।