Step-Up SIP: बढ़ती सैलरी के साथ हर साल बढ़ाएं SIP, तभी होंगे पूरे सभी बड़े वित्तीय लक्ष्य
Step-Up SIP: हर साल हमारी सैलरी बढ़ती है, लेकिन क्या हमारी SIP भी बढ़ती है? आज हम बात करेंगे Step-up SIP की– यानी ऐसा तरीका जो आपकी आमदनी के साथ निवेश भी बढ़ाए। SIP में स्टेपअप के क्या फायदे हैं? किन लोगों को Stepup कराना चाहिए? सिप निवेश में Stepup का क्या प्रोसेस है? इस बारे में हम विस्तार से समझेंगे आज…
विस्तार
निवेश की दुनिया में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) को एक स्मार्ट रणनीति माना जाता है, लेकिन क्या आपने Step-up SIP के बारे में सुना है? यह एक ऐसा तरीका है जो आपकी बढ़ती आय के साथ आपके निवेश को भी बढ़ाता है, जिससे बड़े फाइनेंशियल लक्ष्यों को हासिल करना आसान हो जाता है। स्टेप-अप SIP न केवल अनुशासित निवेश को बढ़ावा देता है, बल्कि कंपाउंडिंग की ताकत को अधिकतम करके आपके पोर्टफोलियो को कई गुना बड़ा करने में मदद करता है।
SIP की ताकत और कॉस्ट एवरेजिंग का लाभ
फ्लोरिच फिनसर्व के संस्थापक निकुंज छग के मुताबिक सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) को एक स्मार्ट निवेश रणनीति माना जाता है, क्योंकि यह छोटी-छोटी राशियों को नियमित रूप से निवेश करके बड़ा पोर्टफोलियो बनाने में मदद करता है। जैसा कि हिंदी कहावत है, "बूंद-बूंद से सागर बनता है," SIP उसी तरह काम करता है। हर महीने एक निश्चित राशि निवेश करके आप बाजार की अस्थिरता से बचते हैं और कॉस्ट एवरेजिंग का लाभ उठाते हैं। कॉस्ट एवरेजिंग का मतलब है कि जब बाजार नीचे जाता है, तो आप कम NAV (नेट एसेट वैल्यू) पर ज्यादा यूनिट्स खरीद सकते हैं, और जब बाजार ऊपर जाता है, तो कम यूनिट्स खरीदते हैं। इससे लंबी अवधि में आपका औसत खरीद मूल्य कम रहता है, जो रिटर्न को बढ़ाता है। साथ ही, SIP में अनुशासित निवेश से आपका धन धीरे-धीरे बढ़ता है।
स्टेप-अप SIP क्या है और यह कैसे अलग है?
स्टेप-अप SIP एक ऐसी रणनीति है जिसमें आप हर साल अपनी आय या सैलरी बढ़ने पर SIP राशि को एक निश्चित प्रतिशत या राशि से बढ़ाते हैं। सामान्य SIP में लोग एक निश्चित राशि (जैसे 5000 रुपए) से निवेश शुरू करते हैं और आय बढ़ने के बावजूद उसे सालों तक स्थिर रखते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आपकी सैलरी 25,000 रुपए से बढ़कर 1 लाख रुपये हो जाती है, लेकिन SIP राशि वही 5000 रुपए रहती है, तो आप अपनी बढ़ती आय का पूरा लाभ नहीं उठा पाते। स्टेप-अप SIP में, आप हर साल अपनी SIP राशि को, जैसे 10 फीसद या एक निश्चित राशि से बढ़ाया जाता है। इससे आपका निवेश आपकी आय के अनुपात में बढ़ता है, जिससे आपका पोर्टफोलियो तेजी से बढ़ता है। उदाहरण के तौर पर, 20 साल तक 10 फीसद स्टेप-अप SIP करने पर आपका पोर्टफोलियो सामान्य SIP की तुलना में दोगुना (100 रुपए के बजाये 200 रुपए) हो सकता है।
लंबी अवधि में स्टेप-अप SIP के फायदे
स्टेप-अप SIP का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह आपको कम राशि से निवेश शुरू करने की सुविधा देता है और जैसे-जैसे आपकी आय बढ़ती है, आपका निवेश भी उसी अनुपात में बढ़ता है। यह रणनीति लंबी अवधि के वित्तीय लक्ष्यों, जैसे रिटायरमेंट, बच्चों की शिक्षा, या घर खरीदने के लिए, आदर्श है। यह अनुशासित निवेश को बढ़ावा देता है और कंपाउंडिंग की ताकत को अधिकतम करता है। उदाहरण के लिए, अगर आप 13,200 रुपए की मासिक SIP शुरू करते हैं और हर साल 10 फीसद स्टेप-अप करते हैं, तो 20 साल में आप 2.45 करोड़ रुपए का पोर्टफोलियो बना सकते हैं, जो सामान्य SIP से कहीं ज्यादा है। इसके अलावा, बाजार के उतार-चढ़ाव में अतिरिक्त निवेश (जैसे बाजार गिरने पर) करके आप और बेहतर रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
10,000 रुपए की SIP का 20 साल में रिटर्न
विवरण रेगुलर सालाना 10% स्टेपअप
कुल निवेश 24 लाख रुपए 68.73 लाख रुपए
अनुमानित रिटर्न@12% 67.98 लाख रुपए 1.17 करोड़ रुपए
कुल निवेश वैल्यू 91.98 लाख रुपए 1.86 करोड़ रुपए
किन निवेशकों के लिए उपयुक्त है स्टेप-अप SIP?
स्टेप-अप SIP उन निवेशकों के लिए सबसे उपयुक्त है जिनकी आय नियमित तौर पर बढ़ती है, जैसे सैलरीड लोग या बिजनेसमैन जो हर साल एक निश्चित राशि निवेश के लिए प्रतिबद्ध कर सकते हैं। यह रणनीति उन लोगों के लिए भी उपयोगी है जो लंबी अवधि के वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करना चाहते हैं। स्टेप-अप SIP को अपनाने के लिए आपको अपनी आय का कम से कम 20 फीसद बचत और निवेश में लगाना चाहिए। अगर आपकी आय कम है, तो छोटी राशि से शुरुआत कर सकते हैं और जैसे-जैसे आय बढ़ती है, निवेश को बढ़ा सकते हैं। बाजार के गिरने पर अतिरिक्त निवेश करना भी एक अच्छी रणनीति है, क्योंकि इससे आप कम कीमत पर ज्यादा यूनिट्स खरीद सकते हैं, जो लंबी अवधि में रिटर्न को बढ़ाता है।
Step-up SIP क्या होती है?
Step-up SIP में हर साल निवेश राशि बढ़ाई जाती है
बढ़ती आय के साथ निवेश बढ़ाने का स्मार्ट तरीका
लंबे समय में बड़ा फंड बनाने में मददगार
महंगाई के असर को कम करने में सहायक
निवेश में अनुशासन और निरंतरता बनाए रखता है
कंपाउंडिंग के जरिए बेहतर रिटर्न की संभावना
Step-up SIP के क्या फायदे हैं?
आय बढ़ने पर निवेश भी बढ़ता है
बड़ा फंड तैयार करने में मददगार
महंगाई से मुकाबला आसान होता है
कंपाउंडिंग से रिटर्न तेजी से बढ़ता है
निवेश की आदत मजबूत होती है
वित्तीय लक्ष्य जल्दी पूरे होते हैं
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