Gold ETF: गोल्ड ईटीएफ में निवेश तो हो रहा लेकिन रफ्तार धीमी पड़ी, विशेषज्ञ क्या बोले जानिए
भारतीय म्यूचुअल फंड एसोसिएशन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार नवंबर में निवेश की रफ्तार थोड़ी कम हुई है। इसकी मुख्य वजह अमेरिकी डॉलर में मजबूत होने से वैश्विक बाजार में सोने की कीमतों में आई नरमी है, लेकिन इसके बावजूद भारतीय निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ में पैस लगाना जारी रखा है।
विस्तार
निवेश की यह रफ्तार सितंबर और अक्तूबर के मुकाबले नवंबर में थोड़ी कम हुई है। इसकी एक वजह यह रही कि अमेरिकी डॉलर मजबूत होने से वैश्विक बाजार में सोने की कीमतों में थोड़ी नरमी आई थी। इसके बावजूद, भारतीय निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ में पैसा लगाना जारी रखा। भारतीय म्यूचुअल फंड एसोसिएशन (एम्फी) ने गुरुवार को नवंबर महीने में आंकड़ों को जारी किया, जिसमें नवंबर महीने में सोने के एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) में शुद्ध निवेश लगभग आधा हो गया है, जिसमें लगातार दूसरे महीने गिरावट जारी रही, यह गिरावट इस साल सोने की कीमतों में लगभग 60 प्रतिशत की तेजी के बाद देखने को मिली है।
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गोल्ड ईटीएफ की रफ्तार धीमी
आंकड़ों के अनुसार नवंबर में लगातार सातवें महीने निवेशक गोल्ड ईटीएफ में निवेश किया है, जिसकी वजह से इसमें 3,742 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ, जबकि पिछले महीने 7,743 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ था। वहीं चांदी की बढ़ती औद्योगिकी मांग की वजह से इसमें निवेशकों की दिलस्चपी बढ़ी हुई है। आंकड़ों के अनुसार कुल प्रबंधित परिसंपत्तियां बढ़कर 1.11लाख करोड़ रुपये हो गईं है, लेकिन अक्तूबर में पहली बार 1 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया, 30 नवंबर 2025 तक कुल प्रबंधित परिसंपत्तियां 1,10,517.76 करोड़ रुपये थी। यह ध्यान देने की बात है कि प्रबंधित परिसंपत्तियों में वृद्धि सोने की कीमतों में हुई बढ़ोतरी को भी दर्शाती है।
भारतीय निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ में पैसा लगाना जारी रखा है
एम्फी के चीफ एग्जीक्यूटिव वेंकट चलसानी ने बताया कि गोल्ड ईटीएफ में निवेश जारी है, लेकिन रफ्तार धीमी है। सितंबर और अक्तूबर के मुकाबले निवेश की रफ्तार थोड़ी कम हुई है। इसकी वजह अमेरिकी डॉलर मजबूत होने से वैश्विक बाजार में सोने की कीमतों में थोड़ी नरमी आई है। दूसरा निवेशकों को सोने में रिटर्न अंत में एक सीमित दायरे में प्राप्त होने की वजह से भी रफ्तार धीमी हुई है। लेकिन वैश्विक अनिश्चितताओं को देखते हुए सोना और चांदी एक सुरक्षित निवेश बना हुआ है। इसलिए भारतीय निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ में पैसा लगाना जारी रखा है। उन्होंने कहा अगर आउटलुक पर बात करें तो सुरक्षित निवेश, अतरिक्त वैल्यू एडिशन और भू-राजनीतिक अनिश्चितता की वजह से गोल्ड और चांदी के ईटीएफ में निवेश लगातार बना रहेगा। वर्ल्ड काउंसिल के अनुसार वैश्विक गोल्ड ईटीएफ में लगातार छह महीनों से निवेश बढ़ है, जिसमें एशिया और उत्तरी अमेरिका अग्रणी भूमिका निभा रहे है।
म्यूचुअल फंड में निवेश जारी
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया के आंकड़ों के अनुसार सक्रिय रूप से प्रंबधित इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में नवंबर महीने में 29,911.05 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है, जो अक्तूबर में दर्ज किए गए 24,690.33 करोड़ रुपये का निवेश की तुलना में 21 प्रतिशत अधिक है। वहीं अक्तूबर की तुलना में सभी कैटेगरी में निवेश में भारी वृद्धि देखी गई। इसमें फ्लेक्सी कैप फंड्स का निवेश बढ़ चढ़ कर हआ है। म्यूचुल फंड उद्योग का शुद्ध निवेश पिछले महीने के 2.15 लाख करोड़ रुपये के निवेश की तुलना में 32,755 करोड़ रुपये रहा।