{"_id":"686c682b493a757b1902f6e9","slug":"mutual-funds-big-disclosure-in-rbi-report-stress-seen-in-debt-schemes-of-17-mutual-fund-companies-2025-07-08","type":"story","status":"publish","title_hn":"Mutual Funds: आरबीआई रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, 17 म्यूचुअल फंड कंपनियों की डेट स्कीमों में दिखा तनाव","category":{"title":"Business Diary","title_hn":"बिज़नेस डायरी","slug":"business-diary"}}
Mutual Funds: आरबीआई रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, 17 म्यूचुअल फंड कंपनियों की डेट स्कीमों में दिखा तनाव
अजीत सिंह
Published by: शुभम कुमार
Updated Tue, 08 Jul 2025 06:07 AM IST
विज्ञापन
सार
आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल में 17 म्यूचुअल फंड कंपनियों की 43 डेट स्कीमों में तय सीमा से ज्यादा वित्तीय तनाव देखा गया, जिनका AUM 2.25 लाख करोड़ से अधिक है। हालांकि निवेशकों के पैसे डूबने का खतरा नहीं है। एम्फी हर माह इन योजनाओं का तनाव परीक्षण करता है।

म्यूचुअल फंड
- फोटो : एएनआई
विस्तार
तेजी से बढ़ रहे म्यूचुअल फंड में सब ठीक नहीं है। आरबीआई की रिपोर्ट बताती है कि अप्रैल में 17 म्यूचुअल फंड कंपनियों की 43 डेट स्कीमों में एम्फी की तय सीमा से ज्यादा तनाव देखा गया है। इनका प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) 2.25 लाख करोड़ से ज्यादा है। हालांकि, इस तनाव का मतलब यह नहीं है कि निवेशकों के ये पैसे डूब जाएंगे या कोई खतरा है।
ये भी पढ़ें:- ICMR: टीबी से मौत रोकने में नई पहल बना तमिलनाडु का मॉडल, गंभीर मरीजों की पहचान कर अस्पताल में कराया भर्ती
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) हर माह तरलता से लेकर निवेश और कई पैमाने पर फंड हाउसों की ओपन एंडेड डेट योजनाओं के तनाव का परीक्षण करता है। आरबीआई की रिपोर्ट में इसी परीक्षण का हवाला दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, 31 फंड हाउसों की 269 स्कीमों में तय सीमा से कम तनाव रहा।
ये भी पढ़ें:- दावा: बंपर फसल से गांवों में बढ़ी आमदनी, एक साल बाद बेहतर आर्थिक हालात की उम्मीद; खरीदारी को लेकर उत्साह भी
इस तरह, कुल 48 स्कीमों की 312 योजनाओं का परीक्षण किया गया, जिनका एयूएम 16.84 लाख करोड़ रुपये था। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अनिवार्य किया है कि परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों को हर माह ओपन एंडेड डेट योजनाओं का तनाव परीक्षण करना चाहिए ताकि इनसे संबंधित विभिन्न जोखिम मापदंडों (ब्याज दर, क्रेडिट और तरलता जोखिम) के उनके शुद्ध परिसंपत्ति मूल्यों पर प्रभाव का मूल्यांकन किया जा सके। ऐसे तनाव जब सीमा से ऊपर होते हैं, तो इसमें सुधार के लिए संबंधित फंड मैनेजर को एक महीने का समय दिया जाता है।
विज्ञापन

Trending Videos
ये भी पढ़ें:- ICMR: टीबी से मौत रोकने में नई पहल बना तमिलनाडु का मॉडल, गंभीर मरीजों की पहचान कर अस्पताल में कराया भर्ती
विज्ञापन
विज्ञापन
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) हर माह तरलता से लेकर निवेश और कई पैमाने पर फंड हाउसों की ओपन एंडेड डेट योजनाओं के तनाव का परीक्षण करता है। आरबीआई की रिपोर्ट में इसी परीक्षण का हवाला दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, 31 फंड हाउसों की 269 स्कीमों में तय सीमा से कम तनाव रहा।
ये भी पढ़ें:- दावा: बंपर फसल से गांवों में बढ़ी आमदनी, एक साल बाद बेहतर आर्थिक हालात की उम्मीद; खरीदारी को लेकर उत्साह भी
इस तरह, कुल 48 स्कीमों की 312 योजनाओं का परीक्षण किया गया, जिनका एयूएम 16.84 लाख करोड़ रुपये था। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अनिवार्य किया है कि परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों को हर माह ओपन एंडेड डेट योजनाओं का तनाव परीक्षण करना चाहिए ताकि इनसे संबंधित विभिन्न जोखिम मापदंडों (ब्याज दर, क्रेडिट और तरलता जोखिम) के उनके शुद्ध परिसंपत्ति मूल्यों पर प्रभाव का मूल्यांकन किया जा सके। ऐसे तनाव जब सीमा से ऊपर होते हैं, तो इसमें सुधार के लिए संबंधित फंड मैनेजर को एक महीने का समय दिया जाता है।