सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Business ›   Business Diary ›   RBI Governor Sanjay Malhotra said Development is important but not at the expense of financial stability

RBI: 'विकास जरूरी, पर वित्तीय स्थिरता से समझौता नहीं', आरबीआई गवर्नर बोले- बैंकों के व्यवहार पर होगी कार्रवाई

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला। Published by: शुभम कुमार Updated Sat, 08 Nov 2025 05:50 AM IST
सार

आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि बैंकिंग क्षेत्र में बेहतर गवर्नेंस और प्रदर्शन के चलते नियमों में कुछ लचीलापन दिया गया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आरबीआई सूक्ष्म प्रबंधन नहीं करेगा, लेकिन गलत व्यवहार पर सख्त कार्रवाई करेगा।

विज्ञापन
RBI Governor Sanjay Malhotra said Development is important but not at the expense of financial stability
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा - फोटो : PTI
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

रिजर्व बैंक सावधानी के साथ आगे बढ़ रहा है। लेकिन साहस दिखाने की जरूरत ने हाल में बैंकों की गतिविधियों को नियंत्रित करने वाले नियमों को आसान बना दिया है। केंद्रीय बैंक के पास गलत व्यवहार पर लगाम लगाने के लिए पर्याप्त साधन हैं। गवर्नर संजय मल्होत्रा ने स्पष्ट किया कि बैंकों पर बढ़ी हुई जिम्मेदारियां उनके बेहतर प्रदर्शन और गवर्नेंस के कारण हैं। मल्होत्रा ने मुंबई में एक कार्यक्रम में कहा, आरबीआई सूक्ष्म प्रबंधन नहीं करना चाहता। कोई भी नियामक बोर्डरूम के फैसले का स्थान नहीं ले सकता और न ही लेना चाहिए।

Trending Videos


हर मामले को विनियमित संस्थान की योग्यता के आधार पर देखा जाना चाहिए। मल्होत्रा ने कहा, अल्पकालिक वृद्धि के पीछे भागते हुए वित्तीय स्थिरता से समझौता करने से विकास पर दीर्घकालिक प्रभाव के रूप में लागत बढ़ सकती है। आर्थिक हित के लिए दक्षता व नवाचार को बढ़ावा देना जरूरी है। यह आरबीआई का भी कर्तव्य है। जिस तरह कोई मुफ्त भोजन नहीं होता, उसी तरह स्थिरता बढ़ाने के लिए नियमन भी बिना लागत के नहीं हो सकता है।
विज्ञापन
विज्ञापन


तेज चलने से लग सकती है ठोकर
आरबीआई गवर्नर ने कहा, ये सभी उपाय संतुलित और उचित हैं। यह एक दशक में व्यवस्थित रूप से सुदृढ़ की गई बैंकिंग प्रणाली की नींव पर आधारित हैं, जिसमें वित्तीय स्थिरता नीतिगत ढांचे की अटूट आधारशिला बनी हुई है। शेक्सपियर के नाटक रोमियो एंड जूलियट का हवाला देते हुए मल्होत्रा ने संकेत दिया कि केंद्रीय बैंक बुद्धिमानी और धीमी गति से आगे बढ़ेगा, क्योंकि तेज चलने से ठोकर लग सकती है।

अस्थिर वृद्धि को कम करने के लिए होगी कार्रवाई
आरबीआई बैंकों की अस्थिर वृद्धि को कम करने के लिए कार्रवाई भी कर सकता है। मसौदा तैयार है। फीडबैक लेने के बाद अंतिम रूप दिया जाएगा। मल्होत्रा ने कहा, नियामक की भूमिका माली के समान है। जैसे माली पौधे की वृद्धि पर नजर रखता है और अवांछित वृद्धि को काट देता है, उसी तरह हम भी बैंक कर्ज में अवांछित वृद्धि पर लगातार नजर रखते हैं।

विज्ञापन
विज्ञापन
सबसे विश्वसनीय Hindi News वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें कारोबार समाचार और Union Budget से जुड़ी ब्रेकिंग अपडेट। कारोबार जगत की अन्य खबरें जैसे पर्सनल फाइनेंस, लाइव प्रॉपर्टी न्यूज़, लेटेस्ट बैंकिंग बीमा इन हिंदी, ऑनलाइन मार्केट न्यूज़, लेटेस्ट कॉरपोरेट समाचार और बाज़ार आदि से संबंधित ब्रेकिंग न्यूज़
 
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें अमर उजाला हिंदी न्यूज़ APP अपने मोबाइल पर।
Amar Ujala Android Hindi News APP Amar Ujala iOS Hindi News APP
विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed