Retirement Planning: रिटायरमेंट के लिए किस उम्र से प्लानिंग करना होगा सही? अक्सर लोग करते हैं क्या गलती?
Retirement के लिए सेविंग्स करना चाहते हैं तो Mutual Funds एक अच्छा विकल्प हो सकता है। अगर आप 35 साल की उम्र में रिटायरमेंट प्लानिंग शुरू कर रहे हैं तो इसके लिए कैसी रणनीति अपनानी चाहिए? ProMore की डायरेक्टर निशा सांघवी से समझिए।
विस्तार
भारत में औसत आयु 28 साल है, और अगले 30-35 सालों में यह युवा आबादी बूढ़ी हो जाएगी, इसलिए रिटायरमेंट की प्लानिंग आज से शुरू करना जरूरी है। 35 साल की उम्र में रिटायरमेंट की प्लानिंग शुरू करना एक समझदारी भरा कदम है। इस उम्र में लोग अक्सर शादी, बच्चे, घर और गाड़ी जैसी जिम्मेदारियां पूरी कर चुके होते हैं और अब भविष्य की ओर देखते हैं। अगर आपका मासिक खर्च 30,000 रुपए है, तो 60 साल की उम्र तक रिटायरमेंट के लिए कितने कॉर्पस की जरूरत होगी और इसे म्यूचुअल फंड के जरिए कैसे हासिल किया जा सकता है, इस पर विस्तार से बता रही हैं, प्रोमोर की डायरेक्टर निशा सांघवी।
रिटायरमेंट के लिए जरूरी फंड का अनुमान
निशा सांघवी कहती हैं कि 35 साल की उम्र में रिटायरमेंट की योजना बनाते समय सबसे बड़ी गलती यह होती है कि लोग महंगाई (इनफ्लेशन) को ध्यान में नहीं रखते। अगर आपका वर्तमान मासिक खर्च 30,000 रुपए है, तो 6 फीसद वार्षिक इनफ्लेशन के साथ 60 साल की उम्र तक यह खर्च बढ़कर 1,28,756 रुपए प्रति माह हो जाएगा। यह राशि हर साल 6 फीसद की दर से बढ़ती रहेगी। मान लें कि 60 साल की उम्र में आप रिटायर हो जाते हैं, नया निवेश बंद कर देते हैं, और कोई नई आय या पेंशन नहीं है, तो आपको 60 से 90 साल तक के खर्चों के लिए 2.33 करोड़ रुपए का कॉर्पस चाहिए होगा।
म्यूचुअल फंड के जरिए रिटायरमेंट प्लानिंग
2.33 करोड़ रुपए का कॉर्पस सुनकर बड़ा लग सकता है, लेकिन इसे हासिल करना मुश्किल नहीं है। अगर आप 35 साल की उम्र से हर महीने 15,000 रुपए की सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) शुरू करते हैं, तो 25 साल में यह राशि 60 साल की उम्र तक 2.33 करोड़ रुपए तक पहुंच सकती है। यह कॉर्पस 60 से 90 साल तक आपकी वर्तमान जीवनशैली को बनाए रखने के लिए पेंशन देगा। इसके लिए सिस्टमैटिक विथड्रॉल प्लान (SWP) का इस्तेमाल किया जा सकता है, जो आपको नियमित आय सुनिश्चित करेगा।
लंबी अवधि की रणनीति का महत्व
रिटायरमेंट प्लानिंग में लंबी अवधि का निवेश महत्वपूर्ण है। भारत एक युवा राष्ट्र है, लेकिन अगले कुछ दशकों में यह आबादी बूढ़ी हो जाएगी। 35 साल की उम्र में निवेश शुरू करना एक अच्छा समय है, क्योंकि आपके पास 25 साल का समय होता है। इस दौरान नियमित निवेश और चक्रवृद्धि ब्याज का लाभ आपको बड़ा कॉर्पस बनाने में मदद करेगा। म्यूचुअल फंड के जरिए यह रणनीति अपनाकर आप भविष्य में वित्तीय स्वतंत्रता हासिल कर सकते हैं और रिटायरमेंट के बाद भी अपनी जीवनशैली को बनाए रख सकते हैं।
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