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US Fed Policy: फेडरल रिजर्व ने प्रमुख ब्याज दरों में लगातार तीसरी बार कटौती की; जेरोम पॉवेल बोले- भविष्य में..
बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, न्यूयॉर्क।
Published by: निर्मल कांत
Updated Thu, 11 Dec 2025 08:42 AM IST
सार
US Fed Policy: अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने ब्याज दर में लगातार तीसरी बार 0.25 फीसदी की कटौती की और संकेत दिया कि आने वाले महीनों में दरें स्थिर रह सकती हैं। ब्याज दर अब लगभग 3.6 फीसदी है, जो तीन वर्षों में सबसे कम है।
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अमेरिका का केंद्रीय बैंक
- फोटो : एएनआई
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विस्तार
अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने बुधवार को अपनी ब्याज दर में लगातार तीसरी बार 0.25 फीसदी की कटौती की। हालांकि, फेडरल रिजर्व ने संकेत दिया कि आने वाले महीनों में दरों को स्थिर रखा जा सकता है।
फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पावेल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि फेडरल रिजर्व अगले महीनों में और कटौती से बच सकता है और अर्थव्यवस्था की सेहत का आकलन करेगा। तिमाही आर्थिक अनुमान में अधिकारियों ने यह भी संकेत दिया कि अगले साल केवल एक बार ही दरें घटाई जा सकती हैं। बुधवार की कटौती के बाद ब्याज दर लगभग 3.6 फीसदी रह गई, जो पिछले तीन वर्षों में सबसे कम है। फेडरल रिजर्व की कम दरों से समय के साथ मॉर्गेज, ऑटो लोन और क्रेडिट कार्ड पर भुगतान होने वाली राशि में कमी आ सकती है। हालांकि बाजार की परिस्थितियां भी इन दरों को प्रभावित कर सकती हैं।
ये भी पढ़ें: रिकॉर्ड: शेयर बाजार सुस्त लेकिन आईपीओ बाजार में जबरदस्त तेजी बरकरार, वर्ष 2007 के बाद इस साल आए 101 IPO
पावेल ने कहा, हम आने वाले आंकड़ों का ध्यानपूर्वक आकलन करेंगे और जो प्रमुख दर है वह उस स्तर के करीब है जो न तो अर्थव्यवस्था को रोकता है और न ही उसे बढ़ावा देता है। फेडरल रिजर्व के तीन अधिकारियों ने इस कदम का विरोध किया। यह पिछले छह वर्षों में सबसे जोरदार विरोध था। यह दिखाता है कि समिति में गहरी मतभेद हैं। दो अधिकारियों ने दरों को यथावत रखने का समर्थन किया, जबकि स्टीफन मिरान ने आधा प्रतिशत कटौती का समर्थन किया, उन्हें सितंबर में ट्रंप ने नियुक्त किया था।
इससे पहले मंगलवार को अमेरिकी शेयर बाजार लगभग स्थिर रहा, क्योंकि वॉल स्ट्रीट बुधवार को फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों पर फैसले का इंतजार कर रहा था। उस दिन एस एंड पी 500 मामूली 0.1 फीसदी गिरा और अक्तूबर में बने अपने रिकॉर्ड स्तर के करीब बना रहा। डॉव जोन्स 179 अंक (0.4 फीसदी) गिरा, जबकि नैस्डैक 0.1 फीसदी बढ़ा।
मंगलवार को जेपी मॉर्गन चेस बाजार में सबसे अधिक दबाव डालने वाला शेयर रहा। बैंक की वरिष्ठ अधिकारी मैरिएन लेक ने कहा कि अगले साल बैंक का खर्च 105 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है, जो इस साल के अनुमानित 95.9 अरब डॉलर से अधिक है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि बैंक अपने उधारकर्ता की वित्तीय स्थिति को काफी मजबूत मानता है। जेपी मॉर्गन का शेयर 4.7 फीसदी गिर गया। टोल ब्रदर्स के शेयर में एक और गिरावट दर्ज की गई थी। शेयर 2.4 फीसदी गिर गया था। कंपनी ने तिमाही के नतीजे उम्मीद से कमजोर बताए। सीईओ डगलस यर्ले जूनियर ने कहा था कि कई बाजारों में नए घरों की मांग कम है और महंगाई का दबाव संभावित खरीदारों को प्रभावित कर रहा है।
ये भी पढ़ें: 'अमेरिका को भारत से अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रस्ताव मिले', यूएसटीआर ने ऐसा क्यों कहा जानिए
गिरती-बढ़ती मॉर्गेज दरें भी किफायत के इसी सवाल पर असर डाल रही हैं। ये दरें साल की शुरुआत की तुलना में कम हैं, लेकिन अक्तूबर के बाद थोड़ा बढ़ गई हैं। इसका मुख्य कारण बांड बाजार में असमंजस था कि फेडरल रिजर्व अपनी मुख्य ब्याज दर को और कितनी बार कम करेगा। आम उम्मीद थी कि फेडरल रिजर्व बुधवार को फिर से ब्याज दर में कटौती करेगा, जो इस साल की तीसरी कटौती होगी। कम ब्याज दरें अर्थव्यवस्था और निवेश को बढ़ावा देती हैं, लेकिन महंगाई भी बढ़ा सकती हैं। शेयर बाजार अपने रिकॉर्ड स्तरों के करीब इसलिए भी पहुंचा है क्योंकि निवेशकों को दर कटौती की उम्मीद है।
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि फेडरल रिजर्व भविष्य में ब्याज दरों के बारे में क्या संकेत देगा। वॉल स्ट्रीट को उम्मीद है कि 2026 में ज्यादा कटौती की उम्मीदों को सीमित करने की कोशिश की जाएगी। फेडरल रिजर्व के भीतर भी इस बात पर मतभेद है कि अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा खतरा महंगाई है या धीमा होता जॉब मार्केट।
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फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पावेल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि फेडरल रिजर्व अगले महीनों में और कटौती से बच सकता है और अर्थव्यवस्था की सेहत का आकलन करेगा। तिमाही आर्थिक अनुमान में अधिकारियों ने यह भी संकेत दिया कि अगले साल केवल एक बार ही दरें घटाई जा सकती हैं। बुधवार की कटौती के बाद ब्याज दर लगभग 3.6 फीसदी रह गई, जो पिछले तीन वर्षों में सबसे कम है। फेडरल रिजर्व की कम दरों से समय के साथ मॉर्गेज, ऑटो लोन और क्रेडिट कार्ड पर भुगतान होने वाली राशि में कमी आ सकती है। हालांकि बाजार की परिस्थितियां भी इन दरों को प्रभावित कर सकती हैं।
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इससे पहले मंगलवार को अमेरिकी शेयर बाजार लगभग स्थिर रहा, क्योंकि वॉल स्ट्रीट बुधवार को फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों पर फैसले का इंतजार कर रहा था। उस दिन एस एंड पी 500 मामूली 0.1 फीसदी गिरा और अक्तूबर में बने अपने रिकॉर्ड स्तर के करीब बना रहा। डॉव जोन्स 179 अंक (0.4 फीसदी) गिरा, जबकि नैस्डैक 0.1 फीसदी बढ़ा।
मंगलवार को जेपी मॉर्गन चेस बाजार में सबसे अधिक दबाव डालने वाला शेयर रहा। बैंक की वरिष्ठ अधिकारी मैरिएन लेक ने कहा कि अगले साल बैंक का खर्च 105 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है, जो इस साल के अनुमानित 95.9 अरब डॉलर से अधिक है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि बैंक अपने उधारकर्ता की वित्तीय स्थिति को काफी मजबूत मानता है। जेपी मॉर्गन का शेयर 4.7 फीसदी गिर गया। टोल ब्रदर्स के शेयर में एक और गिरावट दर्ज की गई थी। शेयर 2.4 फीसदी गिर गया था। कंपनी ने तिमाही के नतीजे उम्मीद से कमजोर बताए। सीईओ डगलस यर्ले जूनियर ने कहा था कि कई बाजारों में नए घरों की मांग कम है और महंगाई का दबाव संभावित खरीदारों को प्रभावित कर रहा है।
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गिरती-बढ़ती मॉर्गेज दरें भी किफायत के इसी सवाल पर असर डाल रही हैं। ये दरें साल की शुरुआत की तुलना में कम हैं, लेकिन अक्तूबर के बाद थोड़ा बढ़ गई हैं। इसका मुख्य कारण बांड बाजार में असमंजस था कि फेडरल रिजर्व अपनी मुख्य ब्याज दर को और कितनी बार कम करेगा। आम उम्मीद थी कि फेडरल रिजर्व बुधवार को फिर से ब्याज दर में कटौती करेगा, जो इस साल की तीसरी कटौती होगी। कम ब्याज दरें अर्थव्यवस्था और निवेश को बढ़ावा देती हैं, लेकिन महंगाई भी बढ़ा सकती हैं। शेयर बाजार अपने रिकॉर्ड स्तरों के करीब इसलिए भी पहुंचा है क्योंकि निवेशकों को दर कटौती की उम्मीद है।
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि फेडरल रिजर्व भविष्य में ब्याज दरों के बारे में क्या संकेत देगा। वॉल स्ट्रीट को उम्मीद है कि 2026 में ज्यादा कटौती की उम्मीदों को सीमित करने की कोशिश की जाएगी। फेडरल रिजर्व के भीतर भी इस बात पर मतभेद है कि अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा खतरा महंगाई है या धीमा होता जॉब मार्केट।