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विज्ञान संकाय से पीएचडी के लिए इस यूनिवर्सिटी में करें आवेदन, 57 सीटें हैं, यहां देखें नोटिफिकेशन

संदीप बिश्नोई, अमर उजाला, हिसार(हरियाणा) Published by: खुशबू गोयल Updated Fri, 13 Dec 2019 03:25 PM IST
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Apply for Admission on 57 Seats for Phd Course in Science Subjects
फाइल फोटो
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हरियाणा में हिसार स्थित गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय ने पीएचडी की 57 सीटों पर दाखिले के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इस बार प्रवेश परीक्षा के माध्यम से विभिन्न विभागों की में पीएचडी में दाखिला होगा। प्रवेश परीक्षा में आए अंकों और एकेडमिक अंकों के आधार पर बनाई गई कुल मेरिट दाखिले का आधार होगी। दाखिले के लिए प्रोस्पेक्टस जारी कर दिया गया है।


वहीं, इस बार पीएचडी के लिए प्रत्येक प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर को अलग से दो-दो सुपरन्यूमेरिक सीट पर पीएचडी करवाने का प्रावधान (ऐच्छिक) रखा गया है। इन सीटों पर प्रोफेसर या असिस्टेंट प्रोफेसर की कन्सेंट से ही पीएचडी में सीधा दाखिला लिया जा सकता है।
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सुपरन्यूमेरिक सीटों पर संबंधित फील्ड में काम करने वाले उम्मीदवारों के अलावा विदेशी विद्यार्थियों को सीधे दाखिला मिल सकेगा। दूसरी और इकोनोमिक्स, एमबीए, मॉस कम्यूनिकेशन और प्रिंटिंग विभाग में पीएचडी की कोई सीट रिक्त नहीं है।

आठ सीटों से अलग होंगी सुपरन्यूमेरिक सीट
विश्वविद्यालय की डीन एकेडमिक अफेयर प्रो. ऊषा अरोड़ा के अनुसार सुपरन्यूमेरिक सीटों पर केवल प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर ही किसी उम्मीदवार को पीएचडी करवा सकते हैं। इससे पहले ये सुपरन्यूमेरिक सीटें प्रोफेसर्स के लिए निर्धारित कुल सीटों में ही शामिल होती थीं। इस बार इन्हें अलग रखा गया है।

2-2 सुपरन्यूमेरिक सीटें प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर्स को मिलने वाली निर्धारित 8-8 सीटों से अलग होंगी। वहीं, असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए निर्धारित सीटें छह हैं और इन्हें सुपरन्यूमेरिक सीट पर पीएचडी करवाने का प्रावधान नहीं किया गया है।

पिछले तीन वर्षों में कोर्स वर्क करने वालों को भी मिलेगा मौका

विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार पिछले तीन वर्षों में किसी उम्मीदवार ने किसी भी विश्वविद्यालय में छह माह का कोर्स वर्क किया है तो उसे भी विश्वविद्यालय दाखिले का मौका देगा। हालांकि इन लोगों को प्रवेश परीक्षा देनी होगी, लेकिन पूर्व में किया गया कोर्स वर्क वैध माना जाएगा। प्रो. अरोड़ा ने बताया कि कई बार ट्रांसफर या अन्य कारणों से लोग पीएचडी को बीच में छोड़ देते हैं। ऐसे लोगों को मौका देने के लिए यह प्रावधान किया गया है।

शेड्यूल
आवेदन - 13 से 27 दिसंबर
प्रवेश परीक्षा - 8 जनवरी
परीक्षा परिणाम - 9 जनवरी
काउंसिलिंग - 13 जनवरी से
कक्षाएं आरंभ - 15 जनवरी से

किस विभाग में कितनी सीटें

मेकैनिक्ल इंजीनियरिंग - 13
एनवायरमेंट साइंस - 11
फार्मास्यूटिक्ल साइंस - 14 (1+3+10)
फिजियोथैरेपी - 06
बायो ऐंड नैनो टेक्नोलॉजी - 05 (3+2)
फिजिक्स  - 03
कंप्यूटर साइंस ऐंड इंजीनियरिंग - 02
इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड कम्यूनिकेशन इंजी. -  02
फूड टेक्नोलॉजी  - 01

दो शिफ्टों में होगी प्रवेश परीक्षा

आठ जनवरी को पहली शिफ्ट में सुबह 10 बजे से 12 बजे के बीच फिजिक्स, फार्मास्यूटिकल साइंस, कंप्यूटर साइंस ऐंड इंजीनियरिंग, मेकैनिकल इंजीनियरिंग, बायो ऐंड नैनो टेक्नोलॉजी संकायों में पीएचडी के लिए प्रवेश परीक्षा होगी। दूसरी शिफ्ट में साढ़े 12 से ढाई बजे तक परीक्षा होगी। इसमें एनवायरमेंट साइंस एंड इंजीनियरिंग, फिजियोथैरेपी, इलेक्ट्रॉनिक ऐंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग, फूड टेक्नोलॉजी संकाय शामिल हैं।

शुक्रवार को प्रोस्पेक्टस जारी हो जाएगा। योग्य उम्मीदवार 27 दिसंबर से पहले ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस बार सुपरन्यूमेरिक सीटें बढ़ाई गई हैं। इससे विदेशी विद्यार्थियों और इंडस्ट्री में काम करने वाले लोगों को फायदा होगा। वहीं, विश्वविद्यालय में रिसर्च कल्चर को बढ़ावा मिलने के साथ सामाजिक समस्याओं के निराकरण में मदद मिलेगी।  
- प्रो. टंकेश्वर कुमार, कुलपति, गुजवि
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