{"_id":"580cdd5f4f1c1bcd75bc1b4a","slug":"students-reached-for-combined-defence-service-exam-in-chandigarh","type":"story","status":"publish","title_hn":"CDS एग्जाम देने पहुंचे हजारों स्टूडेंट्स, इतिहास ने किया परेशान","category":{"title":"Campus","title_hn":"कैंपस ","slug":"campus"}}
CDS एग्जाम देने पहुंचे हजारों स्टूडेंट्स, इतिहास ने किया परेशान
ब्यूरो/अमर उजाला, चंडीगढ़
Updated Sun, 23 Oct 2016 09:25 PM IST
विज्ञापन

चंडीगढ़ में सीडीएस एग्जाम देकर सेंटर से बाहर निकलते स्टूडेंट्स
विज्ञापन
यूपीएससी की कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज-2(सीडीएस) की परीक्षा देने के लिए चंडीगढ़ में रविवार को हजारों की संख्या में स्टूडेंट्स पहुंचे। शहर में बने 30 सेंटरों पर सीडीएस की परीक्षा आयोजित की गई। इस दौरान करीब 18 हजार छात्रों ने तीन चरणों में यह परीक्षा दी।
पंजाब और हरियाणा के छात्रों के लिए भी चंडीगढ़ में ही परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। पहले चरण की परीक्षा सुबह 9 से 11, दूसरे चरण की 12 से 2 और तीसरे चरण की परीक्षा 3 से 5 बजे के बीच आयोजित हुई। छात्रों ने परीक्षा में मैथमेटिक्स के पार्ट को आसान बताया जबकि सामान्य ज्ञान को मुश्किल।
यूपीएससी परीक्षा विशेषज्ञ कुणाल सिंह ने बताया कि रविवार को हुए पेपर और पिछले साल के पेपर में वेटेज के हिसाब से सेक्शन में काफी अंतर था। साइंस के 29 प्रश्न और डिफेंस संबंधित 13 प्रश्न स्कोरिंग रहे। अंग्रेजी सेक्शन में पर्यायवाची और विलोमार्थी प्रश्नों का नहीं होना छात्रों के लिए चौंकाने वाला रहा।
करंट अफेयर्स के प्रश्न भी आसान रहे। जबकि सांख्यिकी सेक्शन, इतिहास, जनगणना और आर्थिक विकास संबंधी प्रश्न कई बार पढ़ने के बाद भी समझ में नहीं आए। इन प्रश्नों ने छात्रों को परेशानी में डाला।

Trending Videos
पंजाब और हरियाणा के छात्रों के लिए भी चंडीगढ़ में ही परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। पहले चरण की परीक्षा सुबह 9 से 11, दूसरे चरण की 12 से 2 और तीसरे चरण की परीक्षा 3 से 5 बजे के बीच आयोजित हुई। छात्रों ने परीक्षा में मैथमेटिक्स के पार्ट को आसान बताया जबकि सामान्य ज्ञान को मुश्किल।
विज्ञापन
विज्ञापन
यूपीएससी परीक्षा विशेषज्ञ कुणाल सिंह ने बताया कि रविवार को हुए पेपर और पिछले साल के पेपर में वेटेज के हिसाब से सेक्शन में काफी अंतर था। साइंस के 29 प्रश्न और डिफेंस संबंधित 13 प्रश्न स्कोरिंग रहे। अंग्रेजी सेक्शन में पर्यायवाची और विलोमार्थी प्रश्नों का नहीं होना छात्रों के लिए चौंकाने वाला रहा।
करंट अफेयर्स के प्रश्न भी आसान रहे। जबकि सांख्यिकी सेक्शन, इतिहास, जनगणना और आर्थिक विकास संबंधी प्रश्न कई बार पढ़ने के बाद भी समझ में नहीं आए। इन प्रश्नों ने छात्रों को परेशानी में डाला।