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Chandigarh: नगर निगम और आईटी विभाग के बीच ट्रांसजेक्शन शुल्क पर ठनी, संपर्क केंद्र को नहीं मिल पा रही जगह
रिशु राज सिंह, अमर उजाला, चंडीगढ़
Published by: निवेदिता वर्मा
Updated Fri, 21 Oct 2022 05:12 PM IST
सार
आनिंदिता मित्रा ने कहा कि आईटी विभाग सामुदायिक केंद्र में संपर्क केंद्र चलाने के लिए न तो बिजली-पानी का बिल देता है और न किराया। बावजूद इसके नगर निगम से ट्रांजेक्शन शुल्क वसूला जाता है।
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बंद पड़ा ई संपर्क केंद्र
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
चंडीगढ़ नगर निगम और आईटी विभाग के बीच की तनातनी चल रही है। इस वजह से जगह होने के बावजूद शहर के कई सामुदायिक केंद्रों में ई-संपर्क केंद्र खोलने की अनुमति नहीं मिल रही है। नगर निगम चाहता है कि जब संपर्क केंद्र के लिए आईटी विभाग को मुफ्त में जगह दी जा रही है तो ट्रांजेक्शन शुल्क न वसूला जाए।
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उधर, आईटी विभाग का कहना है कि विभाग पहले ही घाटे में है। बीते दिनों प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल की अध्यक्षता में हुई वार्ड नंबर-19 से 27 तक के पार्षदों और अधिकारियों की बैठक में भी यह मुद्दा उठा था। तीन पार्षदों ने संपर्क केंद्र को सामुदायिक केंद्रों में स्थानांतरित करने की मांग की थी। इस पर जवाब देने के समय नगर निगम की आयुक्त आनिंदिता मित्रा और आईटी विभाग के निदेशक रूपेश कुमार आमने सामने आ गए थे। दोनों अधिकारियों ने अपनी-अपनी बात रखी लेकिन कोई फैसला नहीं हो सका।
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आनिंदिता मित्रा ने कहा कि आईटी विभाग सामुदायिक केंद्र में संपर्क केंद्र चलाने के लिए न तो बिजली-पानी का बिल देता है और न किराया। बावजूद इसके नगर निगम से ट्रांजेक्शन शुल्क वसूला जाता है। उन्होंने कहा कि आईटी विभाग को भी अपनी सेवाएं मुफ्त में देनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं करते तो किराया देना चाहिए।
इस पर आईटी विभाग के निदेशक रूपेश कुमार ने कहा कि संपर्क केंद्र पहले ही घाटे में चल रहे हैं। हम बिजली-पानी का बिल भर सकते हैं लेकिन किराया नहीं दे सकते। पार्षदों की तरफ से मांग उठने के बाद आनिंदिता मित्रा ने स्पष्ट किया कि जब तक आईटी विभाग ट्रांजेक्शन शुल्क नहीं छोड़ता या किराया नहीं देता तब तक सामुदायिक केंद्र में संपर्क केंद्र खुलने की इजाजत नहीं मिलेगी। आखिर में सलाहकार धर्मपाल ने कहा कि दोनों विभाग आपसी बातचीत कर इस मसले को सुलझाएं।
छह महीने से संपर्क केंद्र को स्थानांतरित करने की मांग कर रहे : ढींगरा
वार्ड नंबर-25 के पार्षद योगेश ढींगरा ने कहा कि सेक्टर-38डी में एक खुली जगह पर ई-संपर्क केंद्र बना हुआ है जो लोग बिल जमा करने आते हैं उन्हें धूप या बारिश में खड़ा होना पड़ता है। मार्च से ही वह संपर्क केंद्र को सामुदायिक केंद्र में स्थानांतरित करने की मांग कर रहे हैं लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। नगर निगम और आईटी विभाग के बीच समस्या है, जिसकी वजह से काम नहीं हो रहा है। वार्ड नंबर-21 के पार्षद जसबीर बंटी ने कहा कि उनके वार्ड में संपर्क केंद्र होना चाहिए। सेक्टर-42 के सामुदायिक केंद्र में इसे खोला जा सकता है।
जो भी विवाद है उसे सुलझाएं ताकि लोगों को मिले सुविधा : रावत
पार्षद गुरबक्श रावत ने कहा कि सेक्टर-38 वेस्ट में वर्ष 2017 में प्रशासक ने एक सामुदायिक केंद्र का उद्घाटन किया था। वहां संपर्क केंद्र के लिए कमरा बना हुआ है और बोर्ड भी लगा है। उद्घाटन के समय संपर्क केंद्र चल रहा था लेकिन कुछ दिन बाद बंद हो गया। संपर्क केंद्र दोबारा शुरू किया जाए। आईटी विभाग और नगर निगम के बीच कोई विवाद है तो उसका हल निकाला जाना चाहिए और ताकि लोगों को सुविधा मिल सके।
पानी पर ट्रांजेक्शन पहले से ही फ्री है। अन्य सेवाओं के लिए सॉफ्टवेयर बैकअप, मैनेजमेंट के आदि पर खर्च आता है हालांकि विवाद जैसी कोई बात नहीं है। - रूपेश कुमार, निदेशक, आईटी विभाग