बीजापुर: हड़ताल के बावजूद पहले दिन 98 कुंतल धान की खरीदी, भैरमगढ़ में दो ठिकानों पर 350 बोरी अवैध धान जब्त
बीजापुर में खरीफ विपणन वर्ष 2025–26 के लिए जिले में धान खरीदी का शुभारंभ हुआ, जहां पहले ही दिन 6 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से कुल 98 क्विंटल धान की खरीदी दर्ज की गई। जिले में कुल 30 उपार्जन केंद्र स्थापित किए गए हैं।
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बीजापुर में खरीफ विपणन वर्ष 2025–26 के लिए जिले में धान खरीदी का शुभारंभ हुआ, जहां पहले ही दिन 6 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से कुल 98 क्विंटल धान की खरीदी दर्ज की गई। जिले में कुल 30 उपार्जन केंद्र स्थापित किए गए हैं और 24 सहकारी समितियाँ इस प्रक्रिया में शामिल हैं।
सहकारी समितियों के कर्मचारी और ऑपरेटर हड़ताल पर होने के बावजूद, जिला प्रशासन ने धान खरीदी प्रक्रिया को बाधित नहीं होने दिया। प्रशासन ने खाद्य विभाग, राजस्व विभाग, सहकारी संस्थाओं तथा अन्य विभागों के कर्मचारियों को उपार्जन केंद्रों में खरीदी प्रभारी के रूप में नियुक्त कर खरीदी कार्य को सुचारू रूप से संचालित किया।सभी उपार्जन केंद्रों में पर्याप्त बारदाना उपलब्ध कराया गया है, जिससे किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। जिला प्रशासन ने आवश्यक संसाधन, स्टाफ और व्यवस्था सुनिश्चित की है, ताकि खरीदी प्रक्रिया में किसी प्रकार की देरी न हो और किसान आसानी से अपना धान बेच सकें। प्रशासन ने बताया है कि किसानों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी और खरीदी केंद्रों की निगरानी निरंतर जारी रहेगी, ताकि व्यवस्था पूरी तरह सुचारू बनी रहे।
भैरमगढ़ में दो ठिकानों पर 350 बोरी अवैध धान जब्त
बीजापुर में जिला प्रशासन अवैध धान के भंडारण और परिवहन पर विशेष सतर्कता बरत रहा है। बीजापुर जिला महाराष्ट्र और तेलंगाना की सीमाओं से घिरा होने के कारण, अन्य राज्यों से अवैध धान के प्रवेश की संभावना को देखते हुए सभी अंतरराज्यीय चेक पोस्टों पर 24 घंटे निगरानी हेतु कर्मचारियों की तैनाती की गई है।
इसी सघन जांच अभियान के तहत भैरमगढ़ के एक कॉम्प्लेक्स में निवासी राशि रमन पटेल एवं राजा मिश्रा के कब्जे से करीब 350 बोरी अवैध धान जप्त किया गया है। कार्रवाई के दौरान तहसीलदार भैरमगढ़, फूड इंस्पेक्टर और मंडी निरीक्षक मौके पर मौजूद रहे। धान की जांच कर उसे प्रशासन ने अपने कब्जे में लिया और नियमानुसार कार्रवाई प्रारंभ कर दी है।
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि समर्थन मूल्य पर खरीदी के इस महत्वपूर्ण काल में अवैध धान के लेनदेन पर सख्त निगरानी रखी जाएगी। दोषियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे, ताकि किसी भी प्रकार की अनियमितता को रोका जा सके। जिला प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि वे केवल वैध और स्वयं का उत्पादित धान ही बेचें, तथा किसी भी अवैध गतिविधि से दूर रहें, ताकि खरीदी प्रक्रिया पारदर्शी और व्यवस्थित बनी रहे।