{"_id":"691b5deb723e0a1d60009721","slug":"villagers-of-toynar-appealed-to-the-collector-for-basic-amenities-2025-11-17","type":"story","status":"publish","title_hn":"Bijapur: तोयनार के ग्रामीणों ने बुनियादी सुविधाओं की मांग को लेकर कलेक्टर से लगाई गुहार, बोले- शीघ्र समाधान हो","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Bijapur: तोयनार के ग्रामीणों ने बुनियादी सुविधाओं की मांग को लेकर कलेक्टर से लगाई गुहार, बोले- शीघ्र समाधान हो
अमर उजाला नेटवर्क, बीजापुर
Published by: आकाश दुबे
Updated Mon, 17 Nov 2025 11:10 PM IST
सार
ग्रामीणों की सबसे गंभीर चिंताओं में से एक बालक आश्रम का स्थानांतरण है। यह आश्रम पिछले कई वर्षों से फुलगट्टा में संचालित हो रहा है। इसके चलते बच्चों को 5 किलोमीटर दूर फुलगट्टा स्थित आश्रम तक पहुंचने के लिए जान जोखिम में डालकर नदी पार करनी पड़ती है।
विज्ञापन
मौके पर खड़े ग्रामीण
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में भैरमगढ़ ब्लॉक मुख्यालय से लगभग 27 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत तोयनार के ग्रामीण आज बुनियादी सुविधाओं की गंभीर कमी को लेकर कलेक्टोरेट पहुंचे। उन्होंने पिकअप वाहनों में भरकर आकर अपनी समस्याओं से कलेक्टर को अवगत कराया और तत्काल समाधान की मांग की।
Trending Videos
ग्राम तोयनार के ग्रामीणों ने बताया कि स्वतंत्रता प्राप्ति के इतने वर्षों बाद भी उनके गांव में सड़क, पुल-पुलिया जैसी बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। गांव में आज तक एक भी पक्की सड़क का निर्माण नहीं हुआ है, और नदी पार करने के लिए कोई पुल या पुलिया भी उपलब्ध नहीं है। इस कारण ग्रामीणों को अपने दैनिक जीवन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
विज्ञापन
विज्ञापन
ग्रामीणों की सबसे गंभीर चिंताओं में से एक बालक आश्रम का स्थानांतरण है। यह आश्रम पिछले कई वर्षों से फुलगट्टा में संचालित हो रहा है। इसके चलते बच्चों को 5 किलोमीटर दूर फुलगट्टा स्थित आश्रम तक पहुंचने के लिए जान जोखिम में डालकर नदी पार करनी पड़ती है। यह यात्रा न केवल अत्यंत कठिन है, बल्कि खतरनाक भी है। ग्रामीणों ने पुरजोर मांग की है कि बालक आश्रम भवन को स्वीकृत कर पुनः ग्राम तोयनार में ही संचालित किया जाए, ताकि बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने में आसानी हो और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
इसके अतिरिक्त, ग्रामीणों ने पटेलपारा तोयनार से पुनेमपारा तोयनार तक 2 किलोमीटर लंबे पहुंच मार्ग के निर्माण की भी मांग रखी। उनका मानना है कि इस मार्ग के बन जाने से न केवल पुनेमपारा के निवासी, बल्कि ग्राम एड्समेट्टा के स्कूली बच्चों और अन्य ग्रामीणों को भी आवागमन में बड़ी राहत मिलेगी। यह मार्ग स्वास्थ्य सेवाओं, राशन वितरण और अन्य शासकीय सुविधाओं की बेहतर उपलब्धता में भी सहायक सिद्ध होगा।
कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, शीघ्र समाधान की उम्मीद
ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं को लेकर एक लिखित आवेदन पत्र कलेक्टर को सौंपा और तत्काल समाधान की मांग की। उन्होंने प्रशासन से निवेदन किया कि उनकी समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर सुना जाए और पहुंच मार्ग निर्माण तथा बालक आश्रम को पुनः तोयनार में संचालित करने की प्रक्रिया को शीघ्रता से पूरा किया जाए, ताकि गांव विकास की मुख्यधारा से जुड़ सके। इस अवसर पर उप सरपंच रतन कश्यप, दिनेश कड़ती, सोमल तेलाम, बदरु कड़ती, लक्ष्मण ककेम, नानी ककेम, सुरेश ककेम, सुखराम कड़ती, सुधराम, लछुराम कड़ती, आमचूराम कड़ती, मेगू कड़ती सहित बड़ी संख्या में अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।