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गमपुर में पहुंचा प्रशासन: अधिकारियों की टीम ने दुर्गम रास्तों को पार कर तय किया सफर, ग्रामीणों में जगी नई आशा
अमर उजाला नेटवर्क, बीजापुर
Published by: आकाश दुबे
Updated Thu, 20 Nov 2025 02:40 PM IST
सार
गमपुर पहुंचने पर, सीईओ पीआर साहू ने ग्रामीणों के बीच बैठकर योजनाओं की जानकारी दी और मौके पर ही 60 परिवारों को मनरेगा जॉब कार्ड तथा 68 ग्रामीणों को मतदाता परिचय पत्र वितरित किए। ग्रामीणों ने आंगनबाड़ी भवन बनवाने की मांग रखी।
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ग्रामीणों के बीच मौजूद टीम
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर की सीमाओं के बीच बसे संवेदनशील और दुर्गम गांव गमपुर में विकास खंड स्तर के अधिकारियों का पहुंचना, वर्षों से विकास की प्रतीक्षा कर रहे ग्रामीणों के लिए आशा की एक नई किरण लेकर आया है। यह दौरा केवल एक सरकारी प्रक्रिया नहीं, बल्कि उन लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो वर्षों से बुनियादी सुविधाओं से वंचित रहे हैं।
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जनपद पंचायत बीजापुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) पी. आर. साहू, कार्यक्रम अधिकारी धर्मेंद्र गवेल, एडीईओ मेघराज वट्टी, तकनीकी सहायक तोरण उर्वशा, सरपंच वामन कड़ती, सचिव बिल्लाराम और जनपद के कर्मचारियों की टीम ने गमपुर तक पहुंचने के लिए एक चुनौतीपूर्ण सफर तय किया। बीजापुर से दंतेवाड़ा के बचेली होते हुए किरंदुल तक 24 किलोमीटर का मोटरसाइकिल सफर, उसके बाद मलगेर नदी, बंजर पहाड़ी और छह छोटे नालों को पार करते हुए टीम ने गमपुर का दुर्गम रास्ता तय किया। यह यात्रा प्रशासन की प्रतिबद्धता और ग्रामीणों तक पहुंचने के उनके दृढ़ संकल्प को दर्शाती है।
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गमपुर नियद नेल्लानार योजना में शामिल
सुकमा जिले के गौटपल्ली में सुरक्षा कैम्प स्थापित होने के बाद, गमपुर, कुंएम और अन्ड्री को नियद नेल्लानार योजना में शामिल किया गया है। कलेक्टर संबित मिश्रा और जिला पंचायत सीईओ नम्रता चौबे की निरंतर निगरानी में, यह दौरा शासकीय योजनाओं की जमीनी स्थिति का जायजा लेने के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण था।
60 परिवारों को मनरेगा जॉब कार्ड और 68 ग्रामीणों को मतदाता परिचय पत्र किए गए वितरित
गमपुर पहुंचने पर, सीईओ पीआर साहू ने ग्रामीणों के बीच बैठकर योजनाओं की जानकारी दी और मौके पर ही 60 परिवारों को मनरेगा जॉब कार्ड तथा 68 ग्रामीणों को मतदाता परिचय पत्र वितरित किए। ग्रामीणों ने आंगनबाड़ी भवन बनवाने की मांग रखी, जिस पर सीईओ ने बताया कि कलेक्टर कार्यालय से 5 आंगनबाड़ी भवनों, ग्राम पंचायत भवन और तालाब निर्माण की मंजूरी पहले ही जारी की जा चुकी है।
ग्राम पंचायत गमपुर के तीन गांवों में कुल 359 परिवार निवास करते हैं। वर्तमान में, इनमें से केवल 102 के पास आधार कार्ड, 98 के पास ईपिक कार्ड और 68 के पास बैंक खाते हैं। साथ ही, 59 लोगों के आवास भी स्वीकृत हैं। अन्य कमियों को दूर करने के लिए, सीईओ ने आश्वस्त किया कि पीड़िया में एक विशेष सेचुरेशन शिविर जल्द ही आयोजित किया जाएगा, ताकि हर व्यक्ति आधार, बैंक खाते और सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सके। ग्रामीणों द्वारा पीड़िया में शिविर लगाने और राशन दुकान स्थानांतरित करने के अनुरोध पर भी टीम ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ग्रामीणों को पेंशन, महतारी वंदन, उज्ज्वला योजना सहित सभी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया।