'युवा भी समझें कि माओवाद क्या है?': विजय शर्मा बोले- नक्सलियों ने बस्तर के लोगों को बना रखा था गुलाम
Deputy CM Vijay Sharma on Naxalites: छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने चीन के बीजिंग में 1989 में हुए तियानमेन स्क्वायर हत्याकांड पर कहा कि आज का दिन याद रखने लायक है।

विस्तार
Deputy CM Vijay Sharma on Naxalites: छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने चीन के बीजिंग में 1989 में हुए तियानमेन स्क्वायर हत्याकांड पर कहा कि आज का दिन याद रखने लायक है। खासतौर पर छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए, क्योंकि माओवादियों ने यहां के लोगों को गुमराह किया है। उनकी गलतफहमियों को दूर करने के लिए युवाओं को यह जानना जरूरी है कि माओवाद क्या है? इसीलिए मैं आज इस बारे में ऑनलाइन संवाद कर रहा हूं।"

#WATCH | Raipur, Chhattisgarh | On the 1989 Tiananmen Square massacre in Beijing, China, Chhattisgarh Dy CM Vijay Sharma says, "... Today is a day worth remembering, especially for the people of Chhattisgarh, because Maoists have misled people here. To dispel their misconception,… pic.twitter.com/rw4XPo3fZO
— ANI (@ANI) June 4, 2025
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि ”नौजवान साथियों को जानकारी होनी चाहिए के माओवाद क्या है, यह कहां से शुरू हुआ और कैसे शुरू हुआ, इसे नौजवानों को समझना होगा। छत्तीसगढ़ और केंद्र की वर्तमान सरकारें इससे निपटने के लिए क्या कर रही हैं, यह नौजवानों को समझना है। मेरा नौजवान साथियों से निवेदन है कि आपके हाथ में सोशल मीडिया की बड़ी ताकत है, आपके बीच में कोई भी समाचार तरंग की तरह आगे बढ़ता है। मेरा आपसे निवेदन है कि आप अपने सोशल मीडिया का उपयोग इन बातों के लिए जरूर करें।”
उन्होंने कहा कि 1989 में बीजिंग के तियानमेन चौक पर इसलिए नरसंहार किया गया, क्योंकि कुछ नौजवानों ने वहां लोकतंत्र की मांग की थी। उन्होंने कहा कि चीन में लोकतंत्र न हो इसलिए हजारों नौजवानों को मौत के घाट उतार दिया गया था। चीन में पूरी जनता लाल सेना की गुलाम है। वैसा ही गुलाम उन्होंने (माओवादियों ने) बस्तर के लोगों को बना रखा है। चीन में गांव में सरकार को फैक्ट्री खोलनी है तब क्या पंचायत अनुमति देती है। चीन में खदान खोलना है तब क्या किसी जनप्रतिनिधि से पूछा जाता है। क्या वहां पंचायतें प्रस्ताव करती हैं। हमारे यहां खदान खोलनी है तब पंचायत जब तक अनुमति नहीं देती, तब तक बड़ी से बड़ी कंपनियां काम नहीं कर पातीं। यह लोकतंत्र की ताकत है। यहां ताकत जनता के हाथ में है। व्यवस्थाओं में कुछ कमी होती है तब पहले चर्चा की जाती है। हल नहीं होने पर चेतावनी देकर आंदोलन किया जाता है। क्या धरना आंदोलन करने वालों को गोली मार दी जाए? यह माओवाद सिखाता है कि ऐसे लोगों को गोली मार दी जाए।
वहीं दुर्ग जिले में गिरफ्तार किए गए दो बांग्लादेशी नागरिकों को लेकर डिप्टी सीएम शर्मा ने कहा कि इसमें कई अपराधी पकड़े गए हैं। मैं स्वीकार करता हूं कि पकड़े गए इससे ज्यादा अपराधी हैं। इसे लेकर प्रदेश में नियम और कायदे के तहत काम हो रहा है। इसे और बेहतर किया जा रहा है। उन्होंने आम जनता से भी अपील करते हुए कहा कि जो भी जानकारी मिले लोग उसे शेयर करें। हम उनके लिए एक तंत्र भी विकसित कर रहे हैं, ताकि वे अपने पास मौजूद जानकारी को साझा कर सकें।"