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विश्व सिनेमा की जादुई दुनिया: पांच बार टोनी पुरस्कार जीतने वाले टॉम स्टोपार्ड का भारत कनेक्शन

Dr. Vijay Sharma डॉ. विजय शर्मा
Updated Sat, 13 Dec 2025 04:00 PM IST
सार

Tom Stoppard Indian Connection: बहुत कम लोगों को मालूम है कि टॉम स्टोपार्ड का बचपन भारत में बीता था। चार साल के टॉम की माँ मार्टा स्ट्राउसलर ने ब्रिटिश आफिसर केनेथ स्टोपार्ड से विवाह किया। भारत में यह परिवार बॉम्बे, नैनीताल, दार्जलिंग में कई साल रहा, वे कानपुर एवं कलकत्ता में भी रहे।

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History of world cinema British Playwright Tom Stoppard Indian Connection And Career in hindi
टॉम स्टोपार्ड - फोटो : Instagram
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विस्तार
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पांच बार टोनी पुरस्कार एवं कई अन्य पुरस्कार जीतने वाले टॉम स्टोपार्ड का 29 नवम्बर 2025 को निधन हो गया। हिन्दी जगत में कोई हलचल नहीं हुई। वे हिंदी में लिखते भी नहीं थे और कविता-कहानी या उपन्यास भी उन्होंने नहीं लिखे। टॉम अपने लिखे नाटकों के लिए जाने जाते थे। लेकिन नाटक के साथ-साथ उन्होंने फ़िल्मों के लिए स्क्रीनप्ले भी लिखे और अभिनय भी किया। टीवी सीरियल, टीवी फ़िल्म एवं एक लघु फ़िल्म में अभिनय भी किया।

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बहुत कम लोगों को मालूम है कि टॉम स्टोपार्ड का बचपन भारत में बीता था। चार साल के टॉम, उनके पिता एउगेन स्ट्राउसलर और माँ मार्टा स्ट्राउसलर शरणार्थी के रूप में सिंगापुर पहुंचे। पिता बाटा कंपनी में डॉक्टर थे। आसन्न खतरा देखते हुए माँ और दो बेटे भारत आ गए। पिता का जहाज जापान सेना द्वारा सुमात्रा में डुबो दिया गया। जिसका पता इन लोगों को काफ़ी देर से चला। यहां मार्टा ने ब्रिटिश आफिसर केनेथ स्टोपार्ड से विवाह किया। भारत में यह परिवार बॉम्बे, नैनीताल, दार्जलिंग में कई साल रहा, वे कानपुर एवं कलकत्ता में भी रहे।
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टाॅम 2018 में फिर भारत आएं

बाद में आठ साल के टॉम के साथ परिवार इंग्लैंड चला गया। पचास साल की उम्र तक उन्हें अपनी यहूदी विरासत के बारे में मालूम नहीं था। अपने आठवें दशक में उन्होंने एक मास्टरपीस यहूदी नाटक ‘लियोपोलस्टाड’ लिखा। उन्होंने अपने भारत संस्मरण पर 1995 में एक नाटक ‘इंडियान इंक’ नाम से लिखा जिसे मंचित किया गया। बाद में वे जयपुर लिटरेरी फ़ेस्टिवल 2018 में भारत आए, इस बार के अनुभव के बाद उन्होंने अपने नाटक का संशोधन करने की बात कही।

हालांकि टॉम अपने नाटकों के लिए प्रसिद्ध हैं। लेखिन मैं उनके स्क्रीनप्ले लेखन पर अपना आलेख केंद्रित करने वाली हूं। 19 अवार्ड पाने वाले टॉम ने स्क्रीनप्ले के लिए ऑस्कर पुरस्कार पाया। उन्होंने 13 फ़िल्मों के स्क्रीनप्ले लिखे लेकिन अंधिकांश में बिना किसी क्रेडिट के। ‘ट्यूलिप फ़ीवर’, ‘एनिग्मा’, ‘द ह्यूमन फ़ैक्टर’, ‘द रोमांटिक इंग्लिश वूमन;, ‘बिली बाथगेट’, ‘एना कैरेनीना’ (2012), ‘ब्राज़ील’ (1985), ‘द रशियन हाउस;, ‘शेक्सपीयर इन लव’ (1998) आदि कुछ फ़िल्मों के लिए उनका नाम क्रेडिट में आता है।

उपन्यास पर बनीं फिल्में

एना कैरेनीना उपन्यास पर कई बार फ़िल्म बनी हैं। मगर 2012 में बनी ‘एना कैरेनना’ परदे पर देखना एक अनोखा अनुभव है। सारी फ़िल्म स्टेज जैसे सेट पर फ़िल्माई गई है, यहाँ तक कि घुड़दौड़ का दृश्य भी। इस फ़िल्म में ऐना कैरेनीना के रप में केरा नाइटली के सौंदर्य से आँखें चौंधिया जाती हैं। स्क्रीनप्ले का कमाल है कि ऑपेरा, बॉल डॉन्स, वेनिस के दृश्य सजीव होकर उभरते हैं। टॉम ने लैंडऑनर लेविन (जो उपन्यास में बहुत प्रमुख नहीं है) के लिए पर्याप्त स्थान दिया है। इतना ही नहीं उसे बहुत आकर्षक भी बनाया है।

उनके लिखे स्क्रीनप्ले पर बनी 1990 की फ़िल्म ‘द रशिया हाउस’ एक पोलिटिकल ड्रामा-थ्रिलर है। इस दो घंटे की फ़िल्म में एक ब्रिटिश पब्लिशर बार्ले (शोन कोनरी) को सोवियत यूनियन न्युक्लियर मिसाइल के डिटेल वाली पांडुलिपि किसी ने भेजी है। ब्रिटिश खुफ़िया विभाग बीच में उसे रोक लेता है और प्रकाशक को लेखक के एडीटर की खोजबीन के काम पर लगा देता है। हालांकि बार्ले का कहना है वह उससे कभी नहीं मिला है लेकिन खुफ़िया विभाग उसे छोड़ने वाला नहीं है, वो भी शीत युद्ध के दौरान। बार्ले लिस्बन जाता है और वह वहाँ ‘सीरियसली ब्यूटीफ़ुल’ कात्या (मिशल फ़ायफ़र) से मिलता है। जॉन ले कैरे के इस उपन्यास का स्क्रीनप्ले टॉम ने लेखक के साथ मिल कर तैयार किया है।

टाॅम का जबरदस्त स्क्रीनप्ले

टेरी गिलियन के निर्देशन में बनी 1985 की फ़िल्म ‘ब्राज़ील’ का लेखन टॉम ने लेखक एवं चार्ल्स मक्योन के साथ मिल कर किया है। इस करीब सवा दो घंटे की डॉर्क कॉमेडी में अमानवीय समाज में एक नौकरशाह राज्य का दुश्मन बन बैठता है, कारण वह अपनी सपनों की स्त्री का पीछा कर रहा है। इसमें अभिनेता के रूप में जॉनाथन प्राइस, सैम लोव्री, किम ग्रेइस्ट, जिल लैटोन के साथ रॉबर्ट डि नीरो एवं हैरी टर्टल भी हैं। फ़िल्म की सफ़लता का श्रेय इसके लेखकों को भी मिलता है।

2017 की फ़िल्म ट्युलिप फ़ीवर का लेखन उन्होंने डेबोराह मोगेश के साथ मिल कर किया। निर्देशक जस्टिन चैडविक की इस फ़िल्म में एलिसिया विकैंडर, डेन डिहान, जैक ओ’कोनेल ने काम किया है। सवा घंटे में एक कलाकार को एक शादीशुदा स्त्री से प्रेम हो जाता है। यह उस समय होता है जब वह सत्रहवीं सदी के एमस्टेरडैम में ‘इकॉनोमिक बबल’ (जो ट्युलिप फ़ीवर के नाम से जाना जाता है) के दौरान उस स्त्री का चित्र बनाने केलिए नियुक्त किया गया है।

आस्कर समेत कई पुरस्कार जीतें

और ‘अनिग्मा’ फ़िल्म जिसने 3 पुरस्कार जीते उसका निर्देशन माइकेल एप्टेड ने किया है उसका स्क्रीनप्ले टॉम ने रॉबर्ट हैरिस के साथ मिल कर लिखा है। इस दो घंटे की फ़िल्म में केट विन्सलेट ने हेस्टेर वैलैस, डौग्रे स्कॉट ने थॉमस जेरिको, सैफ़रोन बुरोज ने क्लारी तथा टॉम होलैंडर ने लोजी की भूमिका की है।   2001 की इस फ़िल्म में युवा जीनियस दुश्मन का कोड क्रैक करने केलिए पागलपन क हद तक जाता है, इसके साथ वह जिस औरत को प्रेम करता है, उसके रहस्य को भी सुलझाना चाह रहा है। रॉबर्ट बेन्टन निर्देशित फ़िल्म ‘बिली बाथगेट’ (1991) की स्क्रिप्ट टॉम स्टोपार्ड ने ई.एल. डॉक्टरों के साथ मिल कर लिखी है। पौने दो घंटे की फ़िल्म 1935 में अवस्थित है। इसमें एक किशोर बिली बाथगेट (लोरेन डीन) प्रेम एवं गैंगस्टर के चक्कर में पड़ गया है। फ़िल्म में डस्टिन हॉफ़मैन एवं निकोल किडमैन ने अभिनय किया है।

लेकिन जिस फ़िल्म ने टॉम स्टोपार्ड को ऑस्कर दिलाया, जिसने सात ऑस्कर सहित 65 पुरस्कार जीत कर धूम मचा दी, उसका नाम है ‘शेक्सपीयर इन लव’। 1999 के 7 ऑस्कर में से स्क्रीन केलिए लिखे गए मूल स्क्रीनप्ले का ऑस्कर टॉम ने मार्क नोर्मन के साथ साझा किया। 1998 की इस ड्रामा ट्रेजडी ऐतिहासिक फ़िल्म की कहानी सर्व विदित है। सर्व विदित है क्योंकि शायद ही कोई सिने-प्रेमी हो जिसने इसे न देखा हो। अगर नहीं देखी है तो अब इसे अवश्य देख लें। आपको विओला दि लेस्सेपेस (ग्विनेथ पाल्ट्रो), जोसेफ़ फ़िन्नेस (विल शेक्स्पीयर) जेओफ़्रे रश (फ़िलिप हेन्स्लोव) निराश नहीं करेंगे।

टॉम स्टोपार्ड के नाम और भी कई स्क्रीनप्ले हैं। अपने 88 साल के सार्थक जीवन में टॉम स्टोपार्ड ने खूब नाम कमाया है।


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डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): यह लेखक के निजी विचार हैं। आलेख में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए अमर उजाला उत्तरदायी नहीं है। अपने विचार हमें blog@auw.co.in पर भेज सकते हैं। लेख के साथ संक्षिप्त परिचय और फोटो भी संलग्न करें।
 
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