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जीवन धारा: मन की आवाज सुनने वाला ही होता है विजेता, सच्चे अर्थों में वही होता है मुक्त और विजयी

सिमोन बोलिवर Published by: नितिन गौतम Updated Wed, 17 Dec 2025 07:40 AM IST
सार

हर मनुष्य के भीतर एक क्रांतिकारी आत्मा सोई रहती है, बस उसे जगाने की जरूरत है। जब यह जागृत होती है, तब असफलताएं सबक बन जाती हैं, संघर्ष साधना बन जाता है व जीवन आत्मविश्वास से भरी यात्रा।

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Life Stream blog philosophy voice of the mind is the winner in the true sense only he is free and victorious
जीवन धारा - फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
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हर युग में कुछ ऐसे विचार जन्म लेते हैं, जो मशाल बनकर रास्ता दिखाते हैं। वे बताते हैं कि जीवन की सबसे बड़ी विजय किसी हथियार से नहीं, बल्कि अडिग संकल्प और निर्भीक आत्मविश्वास से हासिल की जाती है। जब मनुष्य अपने भीतर की स्वतंत्र चेतना को पहचान लेता है, तब कोई भी ताकत उसे लंबे समय तक बांध नहीं सकती। स्वतंत्रता कोई सहज वरदान नहीं, बल्कि वह संघर्ष की भूमि में ही पुष्पित होती है। उसके लिए त्याग चाहिए, श्रम चाहिए और वह साहस चाहिए, जिससे इन्सान चुनौतियों से भागे नहीं, बल्कि उसे सहज रूप से स्वीकार करते हुए आगे बढ़े और बढ़ता ही रहे।
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जो बिना कोशिश या चुनौती स्वीकार किए सफलता पाना चाहते हैं, वे जीवन के सबसे खूबसूरत अर्थ को खो देते हैं। इसलिए हमें अपने भय, संदेह और सीमाओं से परे जाना होगा, क्योंकि वास्तविक जीत हमारी सोच की आजादी में ही छिपी होती है। जीवन हमें बार-बार यह सिखाता है कि जो कुछ पाने योग्य है, उसके लिए कुछ छोड़ने का साहस भी रखना पड़ता है। स्वतंत्रता का असली अर्थ केवल बंधनों से मुक्ति नहीं, बल्कि अपनी सोच, कर्म और सपनों को खुली उड़ान देना भी है।
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बेशक हर बदलाव पीड़ादायक होता है, पर वही पीड़ा मनुष्य को मजबूत सांचे में ढालती है। जो इन्सान अपने भीतर परिवर्तन ला सकता है, वही दूसरों के हृदय में भी आशा का संचार कर पाता है।

सच्चा नेतृत्व आदेश से नहीं, बल्कि प्रेरणा से जन्म लेता है और जो किसी दूसरे के मन में उम्मीद का दीप जला देता है, असली मायने में वही सबसे बड़ा विजेता होता है। जब परिस्थितियां इन्सान को तोड़ने लगें, तब उसे अपने मन की दृढ़ता को ही सबसे शक्तिशाली अस्त्र बना लेना चाहिए। समय हमें नए विचार, नई चेतना और नए विवेक की ओर बुला रहा है। इस राह पर शिक्षा और ज्ञान ही वह शक्ति हैं, जो अज्ञान और अन्याय, दोनों प्रकार की गुलामी से मुक्ति दिलाती हैं। सीखने की आग और सोचने का साहस ही विकास की असली नींव है।

हर मनुष्य के भीतर एक क्रांतिकारी आत्मा सोई रहती है, बस उसे जगाने के लिए केवल एक उद्देश्य की चिंगारी चाहिए। जब यह चेतना प्रज्वलित होती है, तब असफलताएं सबक बन जाती हैं, संघर्ष साधना बन जाता है और जीवन आत्मविश्वास से भरी यात्रा में बदल जाता है। स्वतंत्रता कोई एक दिन में मिलने वाला उपहार नहीं, यह रोज अर्जित होने वाली साधना है-हर निर्णय में, हर प्रयास में, हर निर्भीक कदम में। जो अपने भीतर के प्रकाश को पहचान लेता है, वह केवल अपना नहीं, कई जीवनों का मार्ग आलोकित कर देता है। आज की पीढ़ी के लिए यही संदेश है कि अपने सपनों पर भरोसा रखो, अपने विचारों को निर्भय उड़ान दो और आत्मा की स्वतंत्रता से संसार में नई ऊर्जा का संचार करो। जो अपने जीवन के उद्देश्य को जान लेता है, वही सच्चे अर्थों में मुक्त और विजयी होता है।
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